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मनोरंजन

अब राम गोपाल वर्मा बनाएंगे ‘किलिंग वीरप्पन’

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हरिचरण पुदीपेद्दी

चेन्नई। ‘सत्या’, ‘सरकार’ और ‘रक्त चरित्र’ सरीखी लीक से हटकर फिल्में बनाने के लिए जाने जाने वाले फिल्मकार राम गोपाल वर्मा की अगली फिल्म ‘किलिंग वीरप्पन’ होगी। जैसा कि नाम से ही जाहिर है कि फिल्म कुख्यात चंदन तस्कर वीरप्पन को मार गिराने वाले पुलिसकर्मी पर केंद्रित होगी। ‘किलिंग वीरप्पन’ हिंदी, कन्नड़, तेलुगू और तमिल में बनेगी।

राम गोपाल ने बताया कि मुझे वीरप्पन की कहानी ने हमेशा ही आकर्षित किया है। मैं उसके जीवन पर फिल्म बनाने का इंतजार करता आया हूं। आखिरकार मुझे वह पटकथा मिल ही गई, जो उसकी कहानी के साथ न्याय करेगी। राम गोपाल ने फिल्म के कन्नड़ संस्करण में वीरप्पन को मार गिराने वाले पुलिसकर्मी की भूमिका कन्नड़ सुपरस्टार शिवराजकुमार को दी है। उन्हें अभी वीरप्पन की भूमिका के लिए कलाकार का चयन करना बाकी है।

उन्होंने कहा कि मेरी कहानी वीरप्पन पर नहीं बल्कि उसे मारने गिराने वाले पुलिसकर्मी पर केंद्रित होगी। मैंने फिल्म में शिवराजकुमार को एक खास वजह से लिया है। वीरप्पन ने कई साल पहले दिग्गज अभिनेता राजकुमार को अगवा किया था और अब मैं उनके बेटे शिवराजकुमार को पर्दे पर खलनायक (वीरप्पन) से बदला लेने का मौका दे रहा हूं। देश के मोस्ट वांटेड दस्यु में से एक वीरप्पन ने सात दशकों तक कर्नाटक और तमिलनाडु के जंगलों में राज किया। उसने हजारों टन चंदन की तस्करी की। वर्ष 2004 में पुलिस ने उसे मार गिराया।

राम गोपाल ने कहा कि तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक की सरकारों ने उसे पकड़ने के लिए हजारों करोड़ रुपये खर्च किए। सालों से हजारों पुलिसकर्मी उसके पीछे थे, लेकिन सिर्फ एक आदमी उसे मार पाया। मेरी कहानी उसी एक आदमी पर केंद्रित होगी। राम गोपाल के अनुसार, वीरप्पन से ज्यादा खतरनाक कोई नहीं था। उन्होंने कहा, “मैं वीरप्पन से ज्यादा कुख्यात एवं खतरनाक किसी को नहीं मान सकता। वह ओसामा बिन लादेन से ज्यादा धूर्त, चालाक एवं निर्दयी था।”

मनोरंजन

आखिर लता मंगेशकर ने क्यों नहीं की थी शादी, खुद इंटरव्यू में किया था खुलासा

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नई दिल्ली। सुरों की मल्लिका, भारत रत्न से सम्मानित स्वर कोकिला लता मंगेशकर का आज जन्मदिन है। भले ही वो आज हमारे बीच नहीं हैं लेकिन अपने गानों की वजह से अमर हैं। 28 सितंबर, 1929 को इंदौर में एक मध्यमवर्गीय मराठा परिवार में जन्मीं लता मंगेशकर ने जिंदगी अकेले गुजारी। पांच भाई-बहनों में सबसे बड़ी लता ने शादी नहीं की, ऐसा उन्होंने क्यों किया, इसका खुलासा उन्होंने खुद किया था।

लता मंगेशकर ने अपनी मधुर आवाज का जादू दुनियाभर में बिखेरा और भारत की पहचान बढ़ाई। कोमल और दयालु हृदय वालीं लता दी ने लेकिन शादी क्यों नहीं की, ये सवाल लोगों के मन में सालों तक रहा। हालांकि इस सवाल का जवाब उन्होंने खुद दिया। साल 2011 में लता दी ने इस बात का खुलासा अपने जन्मदिन के दिन किया। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि सब कुछ भगवान की इच्छा के अनुसार होता है। जीवन में जो भी होता है, वह अच्छे के लिए होता है और जो नहीं होता, वह भी अच्छे के लिए ही होता है।

इंटरव्यू में जब उनसे सवाल किया गया कि क्या कभी जीवन में अकेलापन महसूस होता है, खालीपन अखरता है… तब लता मंगेशकर कहा था कि मेरे सारे दोस्त चले गए। नरगिस और मीना कुमार मेरी करीबी दोस्त थीं। हम उनके निधन तक रेगुलर तौर पर टच में रहते थे। एक अन्य दोस्त मेरे देव आनंद भी रहे, जिनके संपर्क में लगातार रही। दोस्तों के जाने के बाद जीवन में खालीपन महसूस होता था। लता मंगेशकर ने एक अन्य इंटरव्यू में बताया था कि घर में वह सबसे बड़ी थीं, इसलिए उन पर जिम्मेदारियों भी कई थीं। ऐसे में कई बार शादी का ख्याल आता भी था तो उस पर अमल नहीं कर सकती थी।

 

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