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अन्तर्राष्ट्रीय

इंग्लैंड में पहली महिला बिशॉप का चुनाव

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लंदन| इंग्लैंड में चर्च की पहली महिला बिशॉप का चुनाव इस सप्ताह हो सकता है। मीडिया रिपोर्ट ने यह जानकारी दी। बीबीसी ने मंगलवार को जानकारी दी कि साउथवेल और नॉटिंघम के बिशॉप उम्मीदवारों का साक्षात्कार मंगलवार और बुधवार को आयोजित किया गया है।

बिशॉप पद की उम्मीदवारी के लिए महिला उम्मीदवारों के आवेदन भी स्वीकृत किए गए हैं।

साक्षात्कारों के बाद पहले और दूसरे संभावित उम्मीदवारों के नाम घोषित किए जाएंगे।

बिशॉप के चुनाव के संबंध में अगले साल (2015) तक कोई भी घोषणा नहीं की जाएगी, क्योंकि अंतिम फैसले के लिए महारानी की रजामंदी की आवश्यकता होगी और वह प्रधानमंत्री के अनुमोदन के आधार पर अपनी मंजूरी देंगी।

इंग्लैंड के चर्च ने नवंबर महीने में औपचारिक रूप से एक काननू लागू किया, जिसके तहत अब महिला पादरी भी बिशॉप के पद के योग्य होंगी।

साउथवेल एवं नॉटिंघम के बिशॉप पॉल बटलर को दुरहम का बिशॉप नियुक्त किए जाने के बाद यहां बिशॉप का पद रिक्त हुआ है, जिसके लिए नए बिशॉप के चुनाव की प्रक्रिया चल रही है।

अन्तर्राष्ट्रीय

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की ओर से आयोजित दिवाली समारोह पर परोसा गया शराब, हिंदू संगठनों ने इसे धार्मिक दृष्टि से अनुचित बताया

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नई दिल्ली। ब्रिटेन के कुछ हिंदू संगठनों ने प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की ओर से 10 डाउनिंग स्ट्रीट पर आयोजित दिवाली समारोह को लेकर नाराजगी जताई है। जानकारी के मुताबिक, इस कार्यक्रम में कथित तौर पर मांसाहारी व्यंजन और शराब भी परोसी गई। हिंदू संगठनों ने इसे धार्मिक दृष्टि से अनुचित बताया है।

हिंदू ने किया विरोध

सामुदायिक संगठन ‘इनसाइट यूके’ ने हिंदू त्योहार के आध्यात्मिक पहलू की ‘‘समझ की भयावह कमी’’ पर सवाल उठाया, जबकि अन्य लोगों ने कहा कि ऐसे धार्मिक आयोजनों से पहले व्यापक संवाद करने की आवश्यकता होती है। ‘इनसाइट यूके’ ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘दिवाली सिर्फ त्योहार नहीं है, बल्कि इसके गहरे धार्मिक मायने भी हैं। दिवाली का पवित्र त्योहार पवित्रता और भक्ति पर जोर देता है। इसलिए दिवाली पर पारंपरिक रूप से शाकाहारी भोजन परोसा जाता है और शराब के सेवन से सख्त परहेज किया जाता है।’’ संगठन ने लिखा, ‘‘प्रधानमंत्री की ओर से आयोजित दिवाली भोज के लिए जो व्यंजन चुने गए, वे अपने आप में दिवाली के त्योहार से जुड़ी धार्मिक परंपराओं के प्रति समझ या सम्मान की भयावह कमी को दर्शाते हैं

ऋषि सुनक की दिवाली पार्टी

एक ऑनलाइन पोस्ट में कहा गया है कि मेनू का चयन दिवाली से जुड़ी धार्मिक परंपराओं के प्रति समझ या सम्मान की भयावह कमी को दर्शाता है, जिसमें भविष्य की घटनाओं पर अधिक विचार करने का आग्रह किया गया है. हालांकि, अभी तक मामले पर 10 डाउनिंग स्ट्रीट प्रधानमंत्री ऑफिस से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. वहीं पिछले साल जब ऋषि सुनक ने दिवाली उत्सव की मेजबानी की थी तो मांस और शराब मेनू में नहीं थे.

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