लखनऊ। बाहुबली मुख्तार अंसारी का विधायक बेटा अब्बास अंसारी पुलिस को लगातार चकमा दे रहा है। अब्बास की तलाश में पुलिस की चार टीमें कई दिन से दबिश दे रही पर अपने मजबूत नेटवर्क से वह पुलिस की आँखों में धूल झोंककर फरार है। पुलिस की दो टीमों ने लखनऊ में मंगलवार रात से बुधवार शाम तक आशियाना, एफआईटावर और चिनहट में नौ स्थानों पर दबिश दी।
आशियाना में मुख्तार के गिरोह में रहे हिस्ट्रीशीटर सुरेन्द्र कालिया के घर छापा मारा गया। चिनहट में माइकल के घर दबिश दी गई तो एफआई टॉवर में मुख्तार के एक करीबी के घर पुलिस ने तलाशी ली पर, पुलिस की यह कवायद भी फेल ही रही। वहीं दिल्ली, गाजीपुर और मऊ में भी पुलिस लगातार दबिश दे रही है।
जानिए क्या है पूरा मामला
सुभासपा से मऊ के सदर विधायक अब्बास अंसारी पर एक लाइसेंस पर धोखाधड़ी से कई शस्त्र रखने का आरोप है। 12 अक्टूबर साल 2019 को लखनऊ के महानगर थाना प्रभारी अशोक कुमार सिंह ने अब्बास अंसारी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
पुलिस के मुताबिक अब्बास अंसारी ने साल 2012 में गन का लाइसेंस लिया था जिसके बाद शस्त्र लाइसेंस को दिल्ली वाले घर के एड्रेस पर ट्रांसफर करवा लिया। इसके बाद उन्होंने धोखाधड़ी से कई हथियारों की खरीद की। मामले में पेशी से गायब रहने पर कोर्ट ने उसके खिलाफ गैरजमानती वारन्ट जारी किया था।
अब्बास को पकड़ने के लिये पुलिस ने अब मुख्तार के करीबी रहे व अन्य गुर्गों का ब्योरा तैयार करने के बाद उनके यहां छापा मारना शुरू किया है। पुलिस वजीरगंज में तीन स्थानों पर मुख्तार के करीबियों पर भी नजरे रखे हुये हैं। दो दर्जन से अधिक लोगों के मोबाइल सर्विलांस पर लिये गये हैं पर, अब्बास पुलिस की पकड़ में नहीं आ रहा है। एडीसीपी उत्तरी अनिल यादव ने बताया कि मुख्तार के गुर्गों के यहां दबिश देने के अलावा दूसरे जिलों में भी पुलिस उसके ठिकानों का पता लगा रही है।
कोर्ट में अर्जी
पुलिस अब्बास अंसारी को भगोड़ा घोषित करने की तैयारी में है। इसके लिये कानूनी औपचारिकता पूरी करने के लिये उसने बुधवार को कोर्ट में अर्जी दी है। अब्बास लगातार फरार है। उसकी सम्पत्ति कुर्क करने का नोटिस भी दिया जा चुका है।