कानपुर। 198 करोड़ नगद और 23 किग्रा सोना बरामदगी के मामले में कानपुर जेल में बंद कन्नौज का इत्र कारोबारी पीयूष जैन आज गुरुवार की दोपहर जेल से रिहा हो गया। पीयूष ने जेल में 251 दिन बिताए। जेल से निकलने के बाद जैन ने एक शब्द नहीं कहा और गाड़ी में बैठकर चले गए।
पीयूष जैन को लेने के लिए एडवोकेट अंबर भरतिया, हाईकोर्ट के एडवोकेट अनुराग खन्ना और उनकी टीम मौजूद रही। दोपहर 1.08 बजे पीयूष जैन जेल से निकला। उससे तमाम तरह के सवाल करने का प्रयास किया गया मगर उसने किसी सवाल का कोई जवाब नहीं दिया। वो एक गाड़ी में बैठा और निकल गया। एडवोकेट अंबर भरतिया ने कहा कि कारोबारी को क्यों और कैसे जमानत मिली ये हाईकोर्ट के आदेश में स्पष्ट है।
बता दें कि इत्र कारोबारी पीयूष जैन को बीते एक सितंबर को हाईकोर्ट से जमानत मिली थी। 196 करोड़ रुपये बरामदगी के इस मामले में उसकी पत्नी कल्पना जैन और बेटा प्रियांश जैन ने दस-दस लाख रुपये की एफडी (फिक्स्ड डिपाजिट) बंधकपत्र के रूप में दाखिल की। एफडी का सत्यापन होने के बाद बुधवार की शाम पीयूष को जेल से छोड़ने का परवाना जेल भेजा गया था।
क्या था पूरा मामला
इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर पर 23 दिसंबर 2021 की रात अहमदाबाद की डीडीजीआई टीम ने छापा मारा था। जहां से कई दिनों की छानबीन के बाद 197 करोड़ की नकदी बरामद हुई थी। पीयूष के कन्नौज वाले घर से 23 किग्रा सोना भी बरामद हुआ था।
उसके बाद 27 दिसंबर को डीडीजीआई ने पीयूष को जेल भेज दिया था। जेल जाने के बाद लखनऊ की डीआरआई ने पीयूष के कन्नौज वाले घर से बरामद 23 किग्रा सोने को विदेशी बताकर एफआईआर दर्ज की थी। तब से पीयूष कानपुर जेल में बंद है।