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अन्तर्राष्ट्रीय

बान की-मून ने प्रवासियों एवं शरणार्थियों की सुरक्षा का आह्वान किया

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बान की-मून, सुरक्षा, प्रवासी दिवस

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बान की-मून, सुरक्षा, प्रवासी दिवससंयुक्त राष्ट्र, संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून ने प्रवासियों एवं शरणार्थियों की सुरक्षा एवं व्यवस्था के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का आह्वान किया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, बान ने रविवार को अंतर्राष्ट्रीय प्रवासी दिवस पर अपने संदेश में कहा कि नागरिकों पर सशस्त्र संघर्ष के विनाशकारी प्रभाव की वजह से 2016 शरणार्थियों और प्रवासियों के लिए बहुत उथल-पुथल भरा साल रहा।

उन्होंने बताया कि भूमध्यसागर पार करने के दौरान हजारों लोगों को जान गंवानी पड़ी है। इसके अलावा, शरणार्थियों व प्रवासियों को अलग-थलग रहना पड़ा और समाज में नकारात्मकता फैलाने का आरोप भी झेलना पड़ा।

अंतर्राष्ट्रीय प्रवासियों की कुल संख्या साल 2000 के 17.5 करोड़ से 2015 में बढ़कर 24.4 करोड़ हो गई। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, 10 में से एक प्रवासी की उम्र 15 साल से कम है।

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने सितंबर 2016 में शरणार्थियों और प्रवासियों के लिए न्यूयॉर्क घोषणात्र अंगीकार किया था।

अन्तर्राष्ट्रीय

ईरान का फाइटर प्लेन दुर्घटना का शिकार, दो पायलटों की मौत

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तेहरान। ईरान का एक लड़ाकू विमान बुधवार को देश के दक्षिणी हिस्से में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में दो पायलटों की मौत हो गई। हालांकि यह विमान वाकई किसी दुर्घटना का शिकार हुआ या फिर इसे किसी देश ने मार गिराया। इसके बारे में अभी कोई स्‍पष्‍ट जानकारी नहीं मिल सकी है। पायलटों की पहचान कर्नल हामिद रजा रंजबार और कर्नल मनौचेहर पीरजादे के रूप में की गई है।

ईरान की मीडिया में सामने आई खबरों के अनुसार विमान की मरम्मत के बाद पायलट परीक्षण उड़ान पर थे। यह दुर्घटना राजधानी तेहरान से लगभग 770 किलोमीटर दक्षिण में फिरोजाबाद शहर के पास हुई। रिपोर्ट में विमान के प्रकार या दुर्घटना के कारण के बारे में विस्तार से नहीं बताया गया।

ईरान की वायु सेना के पास 1979 की इस्लामी क्रांति से पहले खरीदे गए अमेरिका निर्मित कई सैन्य विमान हैं। टॉमकैट एफ-14 अमेरिका निर्मित विमान है, ईरान के पास रूस निर्मित मिग और सुखोई विमान भी हैं। दशकों से पश्चिमी प्रतिबंधों के कारण देश को विमान के ‘स्पेयर पार्ट्स’ (खराब हुए पुर्जों की जगह नए पुर्जे) प्राप्त करना और पुराने विमानों का रखरखाव करना मुश्किल हो रहा है।

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