मनोरंजन
महिला ने संजय गांधी की बेटी होने का किया दावा, ‘इंदु सरकार’ के खिलाफ कोर्ट में लगाई गुहार
एक महिला ने खुद को संजय गांधी की संतान होने का दावा करते हुए फिल्म “इंदु सरकार” पर रोक लगाने की मांग की है। प्रिया सिंह पॉल नाम की महिला ने दिल्ली की तीस हजार अदालत में दायर याचिका में कहा है कि उसे गोद लिए जाने के दस्तावेज “फर्जी” हैं। साथ ही फिल्म में तथ्यों को तोड़मरोड़ कर पेश किए जाने की वजह से उसे अपनी “चुप्पी” तोड़नी पड़ी है।
पॉल का दावा है कि फिल्म में संजय गांधी और उनकी मां इंदिरा गांधी को गलत तरीके से दिखाया गया है। अपनी उम्र 48 साल बताने वाली पॉल के मुताबिक फिल्म को प्रमाण पत्र देने के खिलाफ केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) में अपनी आपत्ति दर्ज कराई है।
संजय गांधी की 1980 में एक विमान हादसे में मौत हो गई थी। संजय पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के छोटे पुत्र थे। उनकी आकस्मिक मौत के पहले संजय को इंदिरा गांधी का उत्तराधिकारी माना जाता था। संजय की मौत के बाद उनके बड़े भाई राजीव गांधी राजनीति में सक्रिय हुए।
पॉल ने मीडिया को बताया कि फिल्म निर्माताओं के अनुसार फिल्म में 30 प्रतिशत तथ्य हैं और 70 प्रतिशत कल्पना। ये कथित 30 प्रतिशत तथ्य कल्पना को जन्म देते हैं जिससे लोगों के दिमाग में एक खास राय बनेगी। पॉल ने कहा कि वो मीडिया के सुर्खियों में आने के लिए ये सब नहीं कर रही हैं।
पॉल के अनुसार वो अपने “पिता” की छवि खराब किए जाने के विरोध में सामने आई हैं। खुद को संजय गांधी का दोस्त बताने वाले गोस्वामी सुशीलजी महाराज ने नामक व्यक्ति ने अदालत में हलफनामा देकर दावा किया है कि संजय गांधी की शादी से पहले एक “लड़की” थी और उसे इस बात की जानकारी थी। पॉल के अनुसार उन्हें बड़े होने पर अपने बॉयलॉजिकल पिता के बारे में पता चला था।
14 दिसंबर 1946 को फिरोज गांधी और इंदिरा गांधी के छोटे पुत्र के रूप में जन्मे संजय का 23 जून 1980 को महज 33 साल की उम्र में देहांत हो गया था। संजय ने पूर्व मॉडल मेनका गांधी से शादी की थी। संजय और मेनका का एक ही बेटा वरुण गांधी है।
मेनका इस समय नरेंद्र मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री हैं। वहीं, वरुण गांधी लोकसभा से एमपी हैं। बता दें कि इंदु पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का निक नेम नाम था। उनके पिता जवाहरलाल नेहरू और परिवार के अन्य करीबी लोग उन्हें इसी नाम से बुलाते थे।
प्रादेशिक
फिर मुसीबत में एल्विश यादव, HIBOX APP नामक कंपनी ने किया करोड़ों का फ्रॉड, यूट्यूबर ने किया था प्रमोट
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने HIBOX APP से जुड़े धोखाधड़ी मामले में एल्विश यादव को पूछताछ के लिए बुलाया है। साइबर सेल यानी IFSO यूनिट ने इस धोखाधड़ी के मास्टरमाइंड को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के चार बैंक खातों में मौजूद 18 करोड़ रुपये भी सीज किए गए हैं। इस एप्लीकेशन में आरोपी निवेशकों को गारंटेड रिटर्न देने का लालच देते थे।
इस मामले में कुल 151 शिकायतें मिली थी और लगभग 500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी सामने आई है। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स / यूट्यूबर्स जिन्होंने ऐप को प्रमोट किया उन्हें नोटिस जारी किए हैं।
गिरफ्तार आरोपी जिसकी पहचान जे. शिवराम के रूप में हुई है उसने इस हाइबॉक्स एप्लीकेशन के जरिये करीब तीस हजार लोगों को ठगा है। आरोपी निवेशकों को जमा की गई रकम पर 1 परसेंट से लेकर 5 परसेंट तक का दैनिक ब्याज देने का वादा किया था।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक इस धोखाधड़ी में निवेशकों को 1% से 5% तक की दैनिक ब्याज दर के झूठे लालच देकर ज्यादा रिटर्न का वादा किया गया था। कई पीड़ितों को सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और यूट्यूबर्स ने इस ऐप में निवेश करने के लिए इंस्पायर किया था।
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