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योगी के कार्यक्रम में महिला बोली- सम्मान से नहीं भरता पेट
बनारस। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बनारस दौरे से पूर्व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने सफार्ई कर्मियों को सम्मानित किया लेकिन इस सम्मान समारोह में एक महिला ने योगी से ऐसी गुजारिश कर डाली की मंत्री भडक़ गए। दरअसल योगी ने महिला सफाईकर्मी को जब सम्मानित किया तो उस महिला ने योगी से कहा कि साहब सम्मान से पेट नहीं भरता है।
इस पर वहां मौजूद मंत्री ने महिला को भगाने का इशारा तक कर डाला। बताया जा रहा है कि महिला का नाम सुनीता था और सीएम साहब से वेतन बढ़ाने की बात कहना चाहती थी। सफाई कर्मी के अनुसार कम पैसों की वजह से पेट पालना मुश्किल हो रहा है।
इतने कम वेतन में न तो पेट भरता है और न ही बेटी को पढ़ा सकती है। मंच पर जब महिला ने योगी से कहा कि सम्मान से पेट नहीं भरता तो वहां मौजूद राज्य मंत्री ने इशारों से मंच से हटाने की बात कही। महिला के अनुसार स्वच्छता अभियान के बाद काम कई गुना बढ़ गया है लेकिन वेतन में कोई बदलाव नहीं हुआ है। महिला के अनुसार असली सम्मान तब होगा जब मानेदय बढ़ा दे। इसपर सरकार को सोचना चाहिए। इस अवसर पर सूबे के मुख्यमंत्री ने कहा कि सफाई मिशन को सफल बनाने के लिए सरकार हर सम्भव प्रयास करेंगी। इसके तहत उन्होंने 1500 सफाई कर्मियो सम्मानित भी किया।
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कौन है नारायण सिंह चौरा ? जिसने पूर्व मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल की हत्या करने का प्रयास किया
अमृतसर। शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल को बुधवार को पंजाब के अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के बाहर ‘सेवादार’ की ड्यूटी करते समय एक शख्स ने गोली मार दी। गोली दीवार पर लगने से व्हीलचेयर पर बैठे सुखबीर सिंह बादल बाल बाल बच गये। आखिर किस शख्स ने सुखबीर सिंह बादल पर गोली चलाई और उसका मकसद क्या था। तो बता दें कि फायरिंग करने वाले शख्स का नाम नारायण सिंह चौरा है जिसने गोली चलाई जिससे हड़कंप मच गया और तुरंत ही स्वर्ण मंदिर के बाहर खड़े कुछ लोगों ने उसे पकड़ लिया।
कौन हैं नारायण सिंह चौरा?
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, नारायण सिंह चौरा एक खालिस्तानी पूर्व आतंकवादी है, जिस पर पहले भी कई मामले दर्ज हुए हैं और वह भूमिगत रहा है। चौरा, कुछ वर्षों तक पंथिक नेता के रूप में सक्रिय था, वह डेरा बाबा नानक क्षेत्र से हैं। मंगलवार को वह सफेद कुर्ता-पायजामा पहनकर सुखबीर बादल के पास घूमता भी दिखाई दिया था। वह बुड़ैल जेलब्रेक का मास्टरमाइंड था। चौरा ने बब्बर खालसा इंटरनेशनल के आतंकवादियों जगतार सिंह हवारा और परमजीत सिंह भियोरा को उनके दो साथियों जगतार सिंह तारा और देवी सिंह के साथ बुड़ैल जेल से भागने में मदद की थी। उसने जेल की बिजली सप्लाई काफी देर के लिए बंद कर दी थी।
जानिए पाकिस्तान से चौरा का कनेक्शन
कथित तौर पर नारायण सिंह चौरा 1984 में पंजाब में आतंकवाद के शुरुआती चरण के दौरान पाकिस्तान भाग गया था। वहां उसने भारत में हथियारों और विस्फोटकों की बड़ी खेप की तस्करी में अहम भूमिका निभाई। पाकिस्तान में, उन्होंने कथित तौर पर गुरिल्ला युद्ध और देशद्रोही साहित्य पर एक किताब भी लिखी थी। चौरा पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह हत्याकांड में संदिग्ध था।
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