Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

लाइव शो के दौरान महिला न्यूज़ एंकर के सिर पर आ बैठा पक्षी, देखें वीडियो

Published

on

Loading

लाइव टेलीविजन पर एंकरिंग करना कोई आसान काम नहीं है। कई बार ऐसा होता है कि चीजें आपके मुताबिक़ नहीं होती हैं जिसके बाद आपको स्थितियों के अनुरूप ढलकर काम करना होता है। कुछ ऐसा ही हुआ हुआ एक न्यूज़ एंकर के साथ।

एंकरिंग कर रही एक महिला न्यूज़ एंकर के सिर पर अचानक एक पक्षी आ बैठा। जिसके बाद उसके बगल में बैठा पुरुष न्यूज़ एंकर जोर-जोर से हंसने लगा। हालांकि महिला न्यूज़ एंकर ने अपनी सूझबूझ से किसी तरह मामले को संभाला। इस पूरी घटना का वीडियो भी सामने आया है जो तेजी से वायरल हो रहा है।

दरअसल एक टीवी चैनल में निकेल मेडिना और उसके साथी एंकर एरिक कानहर्ट लाइव शो कर रहे थे तभी एक पक्षी एरिक के सिर पर आ बैठा। यह पक्षी कैलिफोर्निया के सैन डियागो चिड़ियाघर का निवासी है। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि पक्षी के अचानक वहां आ जाने से एंकर चौंक गई लेकिन वह बिना घबराए मुस्कराती रहीं।

इसके बाद पक्षी मेडिना के सिर से उड़कर कानहर्ट के सिर पर मंडराने लगा। दोनों एंकर ने मुस्कुरा कर उस सुंदर पक्षी का स्वागत किया। वहीं सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस वीडियो को लोग खूब पसंद कर रहे हैं।

अन्तर्राष्ट्रीय

ईरान का फाइटर प्लेन दुर्घटना का शिकार, दो पायलटों की मौत

Published

on

Loading

तेहरान। ईरान का एक लड़ाकू विमान बुधवार को देश के दक्षिणी हिस्से में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में दो पायलटों की मौत हो गई। हालांकि यह विमान वाकई किसी दुर्घटना का शिकार हुआ या फिर इसे किसी देश ने मार गिराया। इसके बारे में अभी कोई स्‍पष्‍ट जानकारी नहीं मिल सकी है। पायलटों की पहचान कर्नल हामिद रजा रंजबार और कर्नल मनौचेहर पीरजादे के रूप में की गई है।

ईरान की मीडिया में सामने आई खबरों के अनुसार विमान की मरम्मत के बाद पायलट परीक्षण उड़ान पर थे। यह दुर्घटना राजधानी तेहरान से लगभग 770 किलोमीटर दक्षिण में फिरोजाबाद शहर के पास हुई। रिपोर्ट में विमान के प्रकार या दुर्घटना के कारण के बारे में विस्तार से नहीं बताया गया।

ईरान की वायु सेना के पास 1979 की इस्लामी क्रांति से पहले खरीदे गए अमेरिका निर्मित कई सैन्य विमान हैं। टॉमकैट एफ-14 अमेरिका निर्मित विमान है, ईरान के पास रूस निर्मित मिग और सुखोई विमान भी हैं। दशकों से पश्चिमी प्रतिबंधों के कारण देश को विमान के ‘स्पेयर पार्ट्स’ (खराब हुए पुर्जों की जगह नए पुर्जे) प्राप्त करना और पुराने विमानों का रखरखाव करना मुश्किल हो रहा है।

Continue Reading

Trending