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अन्तर्राष्ट्रीय

विषैले पदार्थो की दुनिया की सबसे विशाल सूची तैयार

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पेरिस| यूरोप में विषैले पदार्थो की सबसे विशाल सूची तैयार करने वाली योजना ‘वेनोमिक्स’ पूरी हो चुकी है। 203 विषैले जीव-जंतुओं का विश्लेषण करने के बाद तैयार की गई यह सूची नई दवाइयों के विकास में बेहद अहम साबित होगी। इस परियोजना के प्रमुख ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जिन दवाओं पर काम चल रहा है उनमें हृदयरोग, मोटापा और मधुमेह से जुड़ी दवाइयां प्रमुख हैं।

यूरोपीय आयोग द्वारा वित्तपोषित इस परियोजना को कई कंपनियों के समूह और अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान केंद्रों द्वारा तैयार किया गया था और इस परियोजना का उद्देश्य अति उत्पादक ओमिक्स टेक्नोलॉजी के जरिए नई-नई दवाइयों के विकास में तेजी लाना है। परियोजना से संबद्ध कंपनियों में स्पेन की सिस्टेमास जीनोमिक्स ने सूची तैयार करने में अहम भूमिका निभाई।

यह सूची तैयार करने के लिए विभिन्न प्रजाति के विषैले जीवों से जहर निकाला गया और उनकी संभावित उपयोगिता का विश्लेषण किया गया। इस सूची को तैयार करने के लिए 2012 से 2013 के बीच फ्रेंच गयाना, मायोट्टे और पोलीनेसिया जैसी जगहों से जिन जीवों के विषों का विश्लेषण किया गया उनमें, सांप, विषैली मकड़ी, ततैया, समुद्री पादप जंतुओं और बेहद विषैला ब्लू ऑक्टोपस शामिल हैं। स्पेनिश कंपनी की परियोजना निदेशक रेबेका मिनाम्ब्रेस ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया इसके लिए विश्लेषण का कार्य बेहद चुनौतीपूर्ण था, क्योंकि बेहद सूक्ष्म जंतुओं से विष प्राप्त करना बेहद कठिन होता है। हमने बिल्कुल नवीन प्रौद्योगिकी के हिसाब से विश्लेषण की नवीन प्रणाली अपनाई। उन्होंने कहा, “इस सूची को तैयार करने की सबसे बड़ी उपलब्धता यह रही कि ओमिक्स टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से इस बेहद जटिल कार्य को सरल बनाया जा सका और समय की भी बचत हुई। अगर पारंपरिक विधि अपनाते तो इस कार्य में हमें वर्षो लग जाते।

 

अन्तर्राष्ट्रीय

अगर आप दुबई जाने वाले हैं तो पढ़ लें संयुक्त अरब अमीरात का नया नियम

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नई दिल्ली। संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने हाल ही में पर्यटकों के लिए अपने वीजा नियमों में बड़े बदलाव किए हैं। वीजा नियमों में हुए बदलावों के चलते भारतीय पर्यटकों को वीजा आवेदन में मुश्किलों को सामना करना पड़ रहा है। अब दुबई जाने के लिए वीजा हासिल करना आसान नहीं रह गया है। पहले करीब 99 फीसदी वीजा आवेदन स्वीकार कर लिए जाते थे लेकिन अब हालात बदल गए हैं। वीजा आवेदनों को खारिज करने की दर काफी बढ़ गई है।

बढ़ी है वीजा रिजेक्शन दर

पहले जहां वीजा आवेदन खारिज होने की दर 1-2 फीसदी होती थी, वहीं अब यह दर रोजाना 5-6 फीसदी तक पहुंच गई है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, 100 वीजा आवेदन में से रोजाना 5-6 वीजा आवेदन खारिज हो रहे हैं। इस नई स्थिति के कारण पर्यटकों को ना केवल वीजा शुल्क का नुकसान हो रहा है। बल्कि उन्होंने जो उड़ान का टिकट और होटल की बुकिंग पहले कर रखी थी, उस पर भी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।

जानें क्या हैं नए नियम

पर्यटक वीजा आवेदन को लेकर यूएई ने जो कड़े नियम बनाए हैं उसके मुताबिक यात्रियों को अपने रिटर्न टिकट की एक कॉपी इमीग्रेशन डिपार्टमेंट की वेबसाइट पर अपलोड करनी पड़ेगी। इससे पहले हवाई अड्डे के अधिकारी यह दस्तावेज देखते थे। पर्यटकों को होटल रिजर्वेशन का प्रमाण देना होगा। अगर पर्यटक अपने परिजनों के साथ ठहरने जा रहे हैं, तो उन्हें अपने मेजबान से ठहरने का प्रमाण-पत्र भी दिखाना पड़ेगा। इसके अलावा पर्यटकों से इस बात की भी उम्मीद की जाती है कि उनके पास दुबई में घूमने के लिए पर्याप्त पैसे हों, इसके लिए पर्यटकों को बैंक स्टेटमेंट या स्पॉन्सरशिप लेटर दिखाना होगा

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