मुख्य समाचार
सुकमा में नक्सलियों पर ‘प्रहार’, 20 को किया ढेर
रायपुर। छत्तीसगढ़ पुलिस और सीआरपीएफ ने नक्सलियों के खिलाफ सुकमा में बड़ा ऑपरेशन लॉन्च किया है। इसे ऑपरेशन ‘प्रहार’ नाम दिया गया है। इस संयुक्त अभियान में जहां एक ओर पुलिस १५-२० नक्सलियों को मार गिराने का दावा कर रही है, वहीं शनिवार सुबह १० बजे सुकमा जिले के चिंतागुफा के टुडामरका के जंगलों में हुई मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो गए और पांच अन्य घायल हो गए हैं। इसके साथ ही नौ नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया।
नक्सल अभियान के आईजी विवेकानंद सिन्हा ने कहा, “चिंतागुफा के टुंडामरका के जंगलों में मुठभेड़ शुरू हुई। नक्सलियों ने सोचा भी नहीं होगा कि टुंडामरका में उनके खिलाफ हमला होगा, इस हमले में नक्सलियों को भारी नुकसान हुआ है।”
सिन्हा ने कहा, “वायुसेना के हेलिकॉप्टर से घायल जवानों को घटनास्थल से निकाला गया। उन्हें इलाज के लिए रायपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दंतेवाड़ा के कुआकोंडा में सात नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि सुकमा के कुकानर से भी दो नक्सलियों को पकड़ा गया है। बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों ने एक नक्सली को मुठभेड़ में ढेर कर दिया।”
डी.जी. डी.एम. अवस्थी ने कहा, “इस संयुक्त अभियान में नक्सलियों ने पहले डीआरजी की बटालियन पर गोलीबारी की। उसके बाद सुरक्षा बलों की ओर से जवाबी गोलीबारी की गई। सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के हथियार बनाने की फैक्ट्री भी तबाह कर दी है। आठ मई के बाद सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ कई अभियान चलाए हैं।”
कथित तौर पर मुठभेड़ को लेकर पुलिस मुख्यालय में आला अधिकारियों की बैठक जारी है। इसमें नक्सल रोधी अभियान की अगुवाई कर रहे डी. एम. अवस्थी, वायुसेना कमांडर अजय शुक्ला, सीआरपीएफ आईजी देंवेंद्र चौहान सहित कई आला अधिकारी मौजूद हैं।
रामकृष्ण अस्पताल के निदेशक डॉ. संदीप दवे ने कहा, “घायल जवानों का इलाज चल रहा है। उनकी हालत स्थिर बनी हुई है। दो जवानों का ऑपरेशन भी कर दिया गया है। वे अब खतरे से बाहर हैं।”
मुख्य समाचार
स्वच्छ, सुरक्षित और सुव्यवस्थित महाकुम्भ के लिए प्रधानमंत्री जी देंगे ₹7000 करोड़ से अधिक का उपहार: मुख्यमंत्री
प्रयागराज- विश्व के सबसे बड़े आध्यत्मिक-सांस्कृतिक समागम ‘प्रयागराज महाकुम्भ’ के औपचारिक शुभारंभ से पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रयागराज को ₹7000 करोड़ से अधिक का उपहार भेंट करने जा रहे हैं। 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री का प्रयागराज दौरा प्रस्तावित है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री जी पावन त्रिवेणी संगम का पूजन कर नवनिर्मित भरद्वाज आश्रम कॉरीडोर और श्रृंगवेरपुर धाम कॉरीडोर का लोकार्पण करेंगे।
शनिवार को प्रयागराज पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 13 दिसंबर के कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2019 के कुम्भ में राज्य सरकार ने अपने मद से 2406.65 करोड़ का व्यय किया था। पूरी दुनिया में इस महाआयोजन के प्रबंधन की प्रशंसा हुई थी। तीर्थयात्रियों की सुविधा और ‘सनातन गर्व महाकुम्भ’ की महत्ता के दृष्टिगत इस बार इसे और विस्तार दिया गया है। इस वर्ष महाकुम्भ के लिए राज्य सरकार की ओर से 5496.48 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है, जबकि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने अतिरिक्त 2100 करोड़ रुपये का सहयोग प्रदान किया है। बजट की कोई कमी नहीं है, इसलिए व्यवस्था में कहीं किसी प्रकार का अभाव नहीं होना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि विभिन्न राज्यों की ओर से महाकुम्भ में अपने शिविर स्थापित करने के अनुरोध मिल रहे हैं, इस संबंध में यथोचित निर्णय तत्काल हो जाए। इसी प्रकार, महाकुंभ के दौरान ब्रह्मलीन होने वाले साधु-संतों की समाधि के लिए प्रयागराज में भूमि आरक्षित कर दी जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 2019 कुंभ में कुल 5,721 संस्थाओं का सहयोग लिया गया था, जबकि महाकुंभ में लगभग 10 हजार संस्थाएं एक उद्देश्य के साथ कार्य कर रही हैं। 4000 हेक्टेयर में विस्तारित 25 सेक्टरों में बंटे महाकुंभ मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत सभी आवश्यक प्रबंध किए जा रहे हैं। 12 किमी लंबाई के घाट, 1850 हेक्टेयर में पार्किंग, 450 किमी चकर्ड प्लेट, 30 पांटून पुल, 67 हजार स्ट्रीट लाइट, 1,50,000 शौचालय, 1,50,000 टेंट के साथ ही 25 हजार से अधिक पब्लिक एकोमडेशन की व्यवस्था की जा रही है। पौष पूर्णिमा, मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या, बसंत पंचमी, माघ पूर्णिमा और महाशिवरात्रि के विशेष स्नान पर्व पर सुरक्षा और सुविधा के लिए विशेष कार्ययोजना तैयार की गई है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि महाकुम्भ में हर श्रद्धालु को अविरल-निर्मल गंगा में स्नान सुलभ हो, इसके लिए राज्य सरकार संकल्पित है। नदी में जीरो डिस्चार्ज सुनिश्चित किया जा रहा है।
जारी निर्माण परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सूबेदारगंज ब्रिज, हनुमान मंदिर (फेज-1) सभी चिह्नित 16 क्रिटिकल रोड से जुड़े कार्य, रिवर फ्रंट रोड, फाफामऊ-सहसो रोड, सभी 04 थीम आधारित गेट, 84 स्तंभ, मनकामेश्वर मंदिर और अलोपशंकरी मंदिर के अधूरे कार्य प्रत्येक दशा में 10 दिसंबर तक पूरे हो जाने चाहिए। मुख्यमंत्री ने जोर देते हुए कहा कि टाइमलाइन के दबाव में कार्य की गुणवत्ता से समझौता नहीं होना चाहिए।
रेलवे के प्रतिनिधियों से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुम्भ में आने वाले तीर्थयात्री और पर्यटक काशी और अयोध्याधाम का भी दर्शन करने जाएंगे। इसके अलावा, चित्रकूट की ओर भी बड़ी संख्या में लोगों के जाने की संभावना है। ऐसे में इन पवित्र स्थलों को कनेक्ट करते हुए ट्रेनों की उपलब्धता की जानी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने महाकुम्भ से जुड़ी तैयारियों के लिए डेडलाइन तय करते हुए निर्देश दिया कि 10 दिसंबर तक सारे काम पूरे कर लिए जाएं। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ विश्व को सनातन भारतीय संस्कृति से साक्षात्कार कराने का सुअवसर है। यह स्वच्छता, सुरक्षा और सुविधा का मानक भी होगा। सीएम योगी ने निर्देश दिया कि महाकुम्भ को देखते हुए 7000 से अधिक बसें लगाई जाएंगी। यहां डेढ़ लाख से अधिक शौचालय स्थापित किए जाएंगे। स्वच्छता पर जोर देते हुए सीएम ने निर्देश दिया कि 10 हजार कर्मचारियों की तैनाती कर यहां की सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखा जाए।
-
लाइफ स्टाइल2 days ago
उम्र बढ़ने का असर नहीं दिखेगा त्वचा पर, बस करना होगा यह काम
-
नेशनल2 days ago
तकनीकी गड़बड़ी के कारण विमान की करवानी पड़ी इमरजेंसी लैंडिंग, 117 यात्री थे सवार
-
प्रादेशिक2 days ago
Adani Group राजस्थान में करेगा 7.5 लाख करोड़ रु का निवेश, चार नए सीमेंट प्लांट होंगे स्थापित
-
नेशनल3 days ago
दिल्ली विस चुनाव: ‘आप’ ने जारी की उम्मीदवारों की दूसरी सूची, मनीष सिसोदिया की सीट में बदलाव
-
राजनीति3 days ago
78 साल की हुई पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पीएम मोदी समेत बड़े नेताओं ने दी बधाई
-
नेशनल3 days ago
किसानों को शंभू बॉर्डर से हटाने की मांग वाली याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने किया खारिज
-
अन्तर्राष्ट्रीय3 days ago
नींद के कारण गलती से हुआ 1990 करोड़ से ज्यादा ट्रांसफर, जानें पूरी रिपोर्ट
-
नेशनल3 days ago
दिल्ली के 40 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, पुलिस जांच में जुटी