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बिजनेस

सोने पर लगेगा 3 फीसदी GST, टेक्सटाइल, फुटवियर और सिगरेट-बीड़ी के रेट भी तय

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नई दिल्ली। वस्तु एवं सेवा कर (GST) के तहत सोने पर तीन फीसदी और बीड़ी पर 28 फीसदी कर वसूला जाएगा। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को जीएसटी परिषद की बैठक खत्म होने पर यह जानकारी दी। इसके साथ ही जीएसटी परिषद ने सभी सामानों और सेवाओं को जीएसटी के चार स्लैब के अंतर्गत रखने का कार्य पूरा कर लिया।

वित्त मंत्री जीएसटी परिषद के अध्यक्ष हैं। उन्होंने जीएसटी परिषद की 15वीं बैठक के बाद कहा, “सोना पर वर्तमान में 1 फीसदी उत्पाद शुल्क और राज्यों द्वारा 1 फीसदी वैट लगाया जाता है। इन दरों को ध्यान में रखते हुए परिषद ने काफी विचार-विमर्श के बाद सोना और सोने के जेवरों पर सर्वसम्मति से 3 फीसदी कर लगाने का फैसला किया है।”

उन्होंने कहा कि इसके अलावा अपरिष्कृत हीरे पर 0.25 फीसदी का मामूली कर लगाया गया है, ‘ताकि लेन-देन का हिसाब रखा जा सके।’ वहीं, बीड़ी पत्तों या ‘तेंदू’ पर 18 फीसदी कर लगाया गया है, जबकि बीड़ी पर 28 फीसदी कर लगाया गया है। जेटली ने कहा, “बीड़ी या बीड़ी पत्तों पर कोई उपकर नहीं लगाया जाएगा, लेकिन सिगरेट पर उपकर लगेगा।”

जीएसटी में 500 रुपये से कम कीमत के जूता-चप्पलों पर 5 फीसदी तथा इससे अधिक कीमत के जूता-चप्पलों पर 18 फीसदी कर लगाया गया है। मंत्री ने कहा कि निर्मित कपड़े जिनकी कीमत 1,000 रुपये से कम होगी, उस पर 5 फीसदी कर लगेगा। जेटली ने कहा, “सभी श्रेणी के कपड़ों पर 5 फीसदी तथा तैयार परिधानों पर 12 फीसदी कर लगेगा।”

उन्होंने कहा, “पंजीकृत ट्रेड मार्क के तहत बेचे जानेवाले खाद्य पदार्थ (जो खाद्य पदार्थ के मूल्य से अधिक कीमत पर बेचे जाते हैं) पर 5 फीसदी कर लगेगा।” वित्त मंत्री ने कहा कि सभी तरह के महंगे-सस्ते बिस्कुट पर 18 फीसदी कर लगेगा। उन्होंने कहा कि जीएसटी दरों पर पुर्नविचार के कई आवेदन प्राप्त हुए हैं। उन पर विचार करने के लिए यहां 11 जून को एक बार फिर जीएसटी की बैठक होगी।

वहीं, शनिवार को हुई बैठक में जीएसटी नेटवर्क (जीएसटीएन) ने 1 जुलाई से जीएसटी लागू करने को लेकर अपनी तैयारियों के बारे में विस्तृत प्रस्तुति दी। जेटली ने कहा, “जीएसटीएन ने परिषद को आश्वस्त किया कि वह 1 जुलाई से जीएसटी को लागू करने को लेकर पूरी तरह से तैयार है।”

हालांकि बैठक के बाद पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री अमित मित्रा ने संवाददाताओं से बात करते हुए एक बार फिर जीएसटीएन की तैयारियों पर संदेह प्रकट किया।

उन्होंने कहा, “समूचा जीएसटी तंत्र जीएसटीएन की आईटी प्रणाली पर आश्रित है। उनके द्वारा दिए गए प्रस्तुतिकरण में यह स्पष्ट दिख रहा था कि वे अभी तैयार नहीं हैं और उन्हें अधिक समय की जरुरत है। उन्होंने पूरे देश में 34 सुविधा प्रदाताओं को नियुक्त किया है, क्या यह पर्याप्त होंगे।”

उन्होंने कहा, “हम जीएसटी का विरोध नहीं कर रहे। हम इसके समर्थन में हैं। लेकिन 1 जुलाई की समयसीमा को आगे बढ़ाया जाना चाहिए। इस पर अभी और चर्चा की जरूरत है।” जेटली से यह पूछे जाने पर कि परिषद की बैठक में मित्रा का क्या रुख था। जेटली ने कहा कि “उन्होंने अपनी राय नहीं दी।”

बिजनेस

ओला इलेक्ट्रिक अपना बिजनेस बढ़ाने के लिए खोलेगी 3200 नए स्टोर्स

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नई दिल्ली। इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स बनाने वाली कंपनी ओला इलेक्ट्रिक अपना बिजनेस बढ़ाने के लिए एक बड़े प्लान पर काम कर रहा है। देशभर में अपने इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स की पहुंच बढ़ाने के लिए ओला इलेक्ट्रिक अपने स्वामित्व वाले स्टोर्स की संख्या बढ़ाकर 4000 करने जा रहा है। ओला इलेक्ट्रिक ने सोमवार को एक बयान में कहा कि कंपनी 20 दिसंबर, 2024 तक अपने स्टोर्स की संख्या बढ़ाकर 4000 करेगा। अभी पूरे देश में ओला के अपने स्टोर्स की संख्या 800 है। यानी कंपनी सिर्फ 20 दिनों में 3200 नए स्टोर्स खोलेगी।

2025 के आखिर तक 10,000 पार्टनर्स को जोड़ने की योजना

ओला इलेक्ट्रिक ने अपने बयान में कहा कि सभी नए स्टोर्स में ग्राहकों को सर्विस की सुविधाएं मिलेंगी, जिससे देश भर में कंपनी का सर्विस नेटवर्क मजबूत होगा। ओला इलेक्ट्रिक के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर भाविश अग्रवाल ने कहा, ‘‘ हमारे विस्तृत ‘डायरेक्ट-टु-कंज्यूमर’ (डी2सी) नेटवर्क और हमारे नेटवर्क पार्टनर प्रोग्राम के तहत ‘टचपॉइंट’ के साथ, हम बड़े और मझोले शहरों से पूरे देश में पहुंच कायम करेंगें।’’ कंपनी की योजना अपने ‘नेटवर्क पार्टनर कार्यक्रम’ के तहत 2025 के आखिर तक सेल्स और सर्विस में 10,000 पार्टनर्स को शामिल करने की है।

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