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ऑफ़बीट

अच्छे-अच्छे खा गए मात, इस PUZZLE को सॉल्व करते-करते…..

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नई दिल्ली। आजकल सोशल मीडिया पर एक फोटो काफी वायरल हो रही है। जो भी इस फोटो को देख रहा है। घनचक्कर हो जा रहा है।दरअसल, आसान से दिखने वाले इस पजल में असान कुछ भी नहीं है।

 

ये पजल ट्विटर पर @Purp नाम के एक यूजर ने शेयर की थी। हजारों लोग इस पजल को देखने के बाद कंफ्यूजन में आगए थे। शुरुआत में ये पजल दिखने में आसान लगेगा लेकिन असल में इसके कई रास्ते ब्लॉक हैं।

इस में ये बताना है कि सबसे पहले कॉफी इन 4 कपस में से किस्मे जाएगी – 4वे कप में, 9वे कप में, 5वे कप में या 7वे कप में। सोशल मीडिया पर ज्यादातर लोगों ने बोला कि हर कप में कॉफी एक साथ ही जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं है।

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ऑफ़बीट

बिहार का ‘उसैन बोल्ट’, 100 किलोमीटर तक लगातार दौड़ने वाला यह लड़का कौन

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चंपारण। बिहार का टार्जन आजकल खूब फेमस हो रहा है. बिहार के पश्चिम चंपारण के रहने वाले राजा यादव को लोगों ने बिहार टार्जन कहना शुरू कर दिया है. कारण है उनका लुक और बॉडी. 30 मार्च 2003 को बिहार के बगहा प्रखंड के पाकड़ गांव में जन्मे राज़ा यादव देश को ओलंपिक में गोल्ड मेडल दिलाना चाहते हैं.

लिहाजा दिन-रात एकक़र फिजिकल फिटनेस के साथ-साथ रेसलिंग में जुटे हैं. राज़ा को कुश्ती विरासत में मिली है. दादा जगन्नाथ यादव पहलवान और पिता लालबाबू यादव से प्रेरित होकर राज़ा यादव ने सेना में भर्ती होने की कोशिश की. सफलता नहीं मिली तो अब इलाके के युवाओं के लिए फिटनेस आइकॉन बन गए हैं.

महज 22 साल की उम्र में राजा यादव ‘उसैन बोल्ट’ बन गए. संसाधनों की कमी राजा की राह में रोड़ा बन रहा है. राजा ने एनडीटीवी से कहा कि अगर उन्हें मौका और उचित प्रशिक्षण मिले तो वे पहलवानी में देश का भी प्रतिनिधित्व कर सकते हैं. राजा ओलंपिक में गोल्ड मेडल लाने के लिए दिन रात मैदान में पसीना बहा रहे हैं. साथ ही अन्य युवाओं को भी पहलवानी के लिए प्रेरित कर रहे हैं.

’10 साल से मेहनत कर रहा हूं. सरकार ध्यान दे’

राजा यादव ने कहा, “मेरा जो टारगेट है ओलंपिक में 100 मीटर का और मेरी जो काबिलियत है उसे परखा जाए. इसके लिए मैं 10 सालों से मेहनत करते आ रहा हूं तो सरकार को भी ध्यान देना चाहिए. मेरे जैसे सैकड़ों लड़के गांव में पड़े हुए हैं. उन लोगों के लिए भी मांग रहा हूं कि उन्हें आगे बढ़ाने के लिए सुविधा मिले तो मेरी तरह और युवक उभर कर आएंगे.”

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