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बिजनेस

ऊबर ने जाम व प्रदूषण कम करने के लिए लांच किया ‘डिकॉन्जेस्ट इंडिया’

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नई दिल्ली, 19 जुलाई (आईएएनएस)| ऊबर इंडिया ने बुधवार को जाम के कारणों को जानने और उन्हें खत्म करने के प्रयासों की दिशा में पहल करते हुए ‘डिकॉन्जेस्ट इंडिया’ नाम से एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया। यह अभियान शेयर्ड मोबिलिटी के द्वारा जाम कम करने के राइडशेयरिंग टेक्नॉलॉजी फर्म के संकल्प की पुष्टि करता है। इस अभियान के तहत ऊबर आने वाले दिनों में दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और बेंगलुरू में जाम की समस्या के समाधान के लिए डेटा आधारित वार्ता संचालित करने पर केंद्रित होगी।

आंकड़े बताते हैं कि निजी कारें 96 प्रतिशत समय बेकार खड़ी रहती हैं और इनमें प्रति कार औसत 1.14 लोग ही सफर करते हैं। इन अध्ययनों के साथ वर्तमान संसाधनों के उपयोग की परिकल्पना से एक वैकल्पिक दुनिया के निर्माण में मदद मिल सकती है क्योंकि वास्तविक दुनिया में यातायात जाम रहता है और सड़कें पार्किं ग लॉट की भांति दिखती हैं।

जाम से उपजी मोबिलिटी की समस्या के समाधान व शहर की बढ़ती आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय जरूरतों के लिए सेवाएं प्रदान करने की जरूरत पर बल देते हुए ऊबर इंडिया एवं दक्षिण एशिया की हेड ऑफ पब्लिक पॉलिसी श्वेता राजपाल कोहली ने कहा, डिकॉन्जेस्ट इंडिया के लांच के साथ हमें उम्मीद है कि हम नीति-निमार्ताओं का ध्यान इस बात की ओर आकर्षित कर सकेंगे कि कारें समस्या की बजाए समाधान का हिस्सा किस प्रकार हो सकती हैं। अभियान का पहला चरण दिल्ली पर केंद्रित है, जो सर्वाधिक प्रदूषित और कॉन्जेस्टेड शहर है।

ऊबर का मानना है कि शेयर्ड मोबिलिटी की पूरी सामथ्र्य प्राप्त करने के लिए नियामक बाधाओं को दूर करने की आवश्यकता है। कोहली ने आगे कहा, हम नई दिल्ली के तनावपूर्ण और अत्यधिक भार से पीड़ित शहरी मोबिलिटी के परिष्य के समाधान के लिए शेयर्ड मोबिलिटी का वायदा पूरा करने के लिए सरकार के साथ मिलकर काम करेंगे।

सरकार, मीडिया और सिविल सोसायटी में संबंधित स्टेकहोल्डर्स के साथ लक्षित वार्ताओं व डेटा शेयरिंग के द्वारा डिकॉन्जेस्ट इंडिया का लक्ष्य चार प्रमुख समस्याओं की ओर ध्यान केंद्रित करना है। पहला-कार पूलिंग को फायदेमंद बनाना। दूसरा-पार्किं ग पर निर्भरता कम करना। तीसरा-निजी कार के स्वामित्व के विश्वसनीय, किफायती विकल्प विकसित करना और चाथा- किफायती एवं भरोसेमंद मोबिलिटी विकल्प प्रदान करके सार्वजनिक परिवहन को मजबूत बनाना, जो कोने कोने को जोड़ते हैं।

ऊबर की सबसे किफायती पेशकशों में से एक-ऊबरपूल ने भारत में लाखों किलोमीटर की यात्रा की बचत करने में मदद की है। इसके फायदों पर प्रकाश डालते हुए ऊबर इंडिया (दिल्ली और उत्तर भारत) के महाप्रबंधक प्रभजीत सिंह ने कहा, दिल्ली में हमारी 30 प्रतिशत से ज्यादा ट्रिप्स पूल ट्रिप्स हैं। समय के साथ दिल्ली के ऊबरपूल राइडर्स ने 1.9 करोड़ किलोमीटर से अधिक यात्रा की बचत करने में मदद की है, जो 936 किलोलीटर ईंधन तथा कार्बन डाई ऑक्साईड के उत्सर्जन में 22 लाख किग्रा की कटौती के बराबर है।

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प्रादेशिक

एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन

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मुंबई। एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन हो गया है। रुइया के पार्थिव शरीर को प्रार्थना और श्रद्धांजलि के लिए वालकेश्वर के बाणगंगा में रखा जाएगा। अंतिम संस्कार यात्रा रुइया हाउस से शाम 4 बजे हिंदू वर्ली श्मशान के लिए निकलेगी।

शशि रुइया ने अपने भाई रवि रुइया के साथ मिलकर एस्सार की स्थापना की थी। वह करीब एक महीने पहले अमेरिका से इलाज करा लौटे थे। मंगलवार को दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक उनका पार्थिव शरीर रुइया हाउस में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। शाम चार बजे रुइया हाउस से शवयात्रा हिंदू वर्ली श्मशान घाट के लिए रवाना होगी।

उद्योगपति शशि रुइया ने अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में 1965 में अपने व्यावसायिक दुनिया में कदम रखा। उन्होंने अपने भाई रवि के साथ मिलकर 1969 में चेन्नई बंदरगाह पर एक बाहरी ब्रेकवाटर का निर्माण कर एस्सार की नींव रखी। इसके बाद एस्सार ग्रुप ने इस्पात, तेल रिफाइनरी, अन्वेषण और उत्पादन, दूरसंचार, बिजली और निर्माण सहित विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार किया।

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