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बिजनेस

एफएमसीजी शेयर उछले, आईटीसी में सबसे ज्यादा वृद्धि

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मुंबई, 3 जुलाई (आईएएनएस)| एफएमसीजी कंपनियों के शेयरों में सोमवार को रिकार्ड वृद्धि देखी गई, जिसमें सबसे ज्यादा वृद्धि आईटीसी के शेयरों में आई। बीएसई के एमएफसीजी सूचकांक सोमवार को पिछले 52 हफ्तों की नई ऊंचाई यानी 10,936.47 अंक पर पहुच गया और अपराह्न् 3.00 बजे यह 3,51 फीसदी वृद्धि के साथ 10,794.56 अंकपर कारोबार कर रहा था।

वहीं, अपराह्न् 3.00 बजे आईटीसी का शेयर छह फीसदी वृद्धि के साथ 343.15 अंकों पर कारोबार कर रहा था।

बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक, प्रमुख एफएमसीजी कंपनी आईटीसी के शेयर में वृद्धि का मुख्य कारण जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) पणाली के अंतर्गत सिगरेट पर लगने वाले अतिरिक्त उत्पाद कर में दी गई छूट है।

ट्रेडबुल्स के निदेशक और मुख्य परिचालन अधिकारी ध्रुव देसाई ने आईएएनएस को बताया, जीएसटी लागू होने से एफएमसीजी शेयरों में तेजी आई है, खासतौर से आईटीसी के शेयरों में इसलिए तेजी आई है, क्योंकि सिगरेट पर अतिरिक्त उत्पाद शुल्क हटा लिया गया। असंगठित क्षेत्र से संगठित क्षेत्र में बदलाव से एफएमसीजी कंपनियों को फायदा होगा।

ट्रेड स्मार्ट ऑनलाइन के निदेशक विजय सिंघानिया ने कहा, आईटीसी में वृद्धि पहले से ही संभावित थी। जीएसटी के अंतर्गत सिगरेट पर कर कम हुआ है, जिसके कारण एफएमसीजी शेयर सकारात्मक रुझान दिखा रहे हैं।

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प्रादेशिक

एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन

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मुंबई। एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन हो गया है। रुइया के पार्थिव शरीर को प्रार्थना और श्रद्धांजलि के लिए वालकेश्वर के बाणगंगा में रखा जाएगा। अंतिम संस्कार यात्रा रुइया हाउस से शाम 4 बजे हिंदू वर्ली श्मशान के लिए निकलेगी।

शशि रुइया ने अपने भाई रवि रुइया के साथ मिलकर एस्सार की स्थापना की थी। वह करीब एक महीने पहले अमेरिका से इलाज करा लौटे थे। मंगलवार को दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक उनका पार्थिव शरीर रुइया हाउस में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। शाम चार बजे रुइया हाउस से शवयात्रा हिंदू वर्ली श्मशान घाट के लिए रवाना होगी।

उद्योगपति शशि रुइया ने अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में 1965 में अपने व्यावसायिक दुनिया में कदम रखा। उन्होंने अपने भाई रवि के साथ मिलकर 1969 में चेन्नई बंदरगाह पर एक बाहरी ब्रेकवाटर का निर्माण कर एस्सार की नींव रखी। इसके बाद एस्सार ग्रुप ने इस्पात, तेल रिफाइनरी, अन्वेषण और उत्पादन, दूरसंचार, बिजली और निर्माण सहित विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार किया।

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