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गुजरात में नियमित डीजीपी की नियुक्त के आदेश

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गांधीनगर, 19 दिसम्बर (आईएएनएस)| गुजरात उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार को आठ सप्ताह के अंदर नियमित पुलिस महानिदेशक(डीजीपी) नियुक्त करने के आदेश दिए हैं। राज्य में डीजीपी पी. सी. ठाकुर के स्थानांतरण के बाद अप्रैल 2016 से कोई नियमित डीजीपी नहीं है। ठाकुर के स्थानांतरण के बाद पी. पी. पांडे को राज्य का नया प्रभारी डीजीपी बनाया गया था, जिसकी नियुक्ति पर सर्वोच्च न्यायालय ने रोक लगा दी थी। प्रभारी गीता जौहरी के पिछले माह सेवानिवृत्त होने के बाद, सरकार ने प्रमोद कुमार को यहां का प्रभारी डीजीपी बनाया था, जो फरवरी-मार्च 2018 में सेवानिवृत्त होंगे।

गुजरात उच्च न्यायालय ने यह आदेश पूर्व आईपीएस अधिकारी राहुल शर्मा द्वारा जनहित याचिका दाखिल करने के बाद दिया है। शर्मा ने पांडे को प्रभारी डीजीपी नियुक्त किए जाने के फैसले को चुनौती दी थी। याचिका में राज्य में पूर्ण-कालिक डीजीपी की नियुक्ति का आदेश देने का आग्रह किया गया है। याचिका में कहा गया है कि नियमित डीजीपी की तैनाती नहीं होने से मौजूदा कानून के प्रावधानों का उल्लंघन हो रहा है।

मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति आर. सुभाष रेड्डी और न्यायमूर्ति वी. एम. पांचोली की पीठ ने याचिका पर सहमति दिखाते हुए सोमवार को ‘राज्य में स्थायी डीजीपी की नियुक्ति के लिए जरूरी कारवाई करने के’ आदेश दिए। आदेश पारित होने के आठ हफ्ते के अंदर राज्य में स्थायी डीजीपी की नियुक्ति करनी होगी।

इससे पहले, दिसंबर माह की शुरुआत में राज्य सरकार ने कहा था कि नियमित डीजीपी की नियुक्ति में देरी राज्य विधानसभा चुनाव की वजह से लागू आचार संहिता की वजह से हो रही है।

निर्वाचन आयोग की ओर से गुजरात के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने अदालत से कहा कि राज्य ने जौहरी के सेवानिवृत्त होने के बाद इसके लिए तीन नाम सुझाए थे।

गुजरात सरकार ने अदालत से कहा कि डीजीपी की नियुक्ति में लंबा वक्त लगता है और नई सरकार बनने के बाद नए डीजीपी की नियुक्ति की जाएगी।

राहुल शर्मा ने अदालत में कहा कि सरकार इस स्तर के छह अधिकारी रहने के बावजूद नियमित डीजीपी की नियुक्ति नहीं कर रही है।

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नेशनल

आज शाम दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय जाएंगे पीएम मोदी, कार्यकर्ताओं को करेंगे संबोधित

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मुंबई। महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव के परिणाम शनिवार को सामने आ रहे हैं। महाराष्ट्र में जहां बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिला है तो वहीं झारखंड में परिणाम बीजेपी को निराश करने वाले हैं। महाराष्ट्र में अकेले भाजपा 131 सीटों पर आगे है। वहीं कुल 221 सीटें पर महायुति आगे है। झारखंड की बात की जाए यहां पर JMM गठबंधन आगे चल रहा है। इस समय वह 49 सीटों पर आगे है।विभिन्न राज्यों में विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में भी भाजपा ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। भाजपा की इस जीत से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी गदगद नजर आ रहे हैं।

कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे पीएम

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शनिवार की शाम को दिल्ली स्थित भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय पर जाएंगे। शाम में पीएम मोदी महाराष्ट्र में भाजपा+ की जीत और उपचुनाव में भाजपा की जीत के बाद कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। बता दें कि पीएम मोदी ने हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद भी पार्टी के मुख्यालय पर कार्यकर्ताओं को संबोधित किया था।

वहीं, शुरूआती रुझानों से उत्साहित भाजपा सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि महायुति अपने विकास कार्यों के कारण महाराष्ट्र में शानदार तरीके से सत्ता में वापस आ रही है। महाराष्ट्र चुनाव इस बात की लड़ाई थी कि जनता का जनादेश ‘विचार की विरासत’ को मिलेगा या ‘परिवार की विरासत’ को। महाराष्ट्र की जनता ने ‘विचार की विरासत’ को चुना और ‘परिवार की विरासत’ को हराया। झारखंड में अभी तक नतीजे हमारी उम्मीदों के मुताबिक नहीं आए हैं। महाराष्ट्र के सीएम और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने कहा कि अंतिम परिणाम आने दें। फिर, जिस तरह से हमने एक साथ चुनाव लड़ा था, उसी तरह सभी तीन पार्टियां एक साथ बैठेंगी और निर्णय लेंगी कि सीएम कौन होगा।

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