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मुख्य समाचार

छत्तीसगढ़ की चौथी विधानसभा का अंतिम सत्र 2 जुलाई से

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रायपुर, 25 जून (आईएएनएस/वीएनएस)। छत्तीसगढ़ की चतुर्थ विधानसभा का अंतिम व मानसून सत्र 2 जुलाई से शुरू होगा और 6 जुलाई तक चलेगा। सत्र के पहले दिन स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व पत्रकार, साहित्यकार केयूर भूषण और पूर्व मंत्री कहेमचंद यादव और पूर्व राज्यमंत्री विक्रम भगत को श्रद्धांजलि दी जाएगी। इसके बाद सदन की कार्यवाही 5 मिनट के स्थगन के बाद फिर शुरू होगी।

विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल ने कहा कि 3 जुलाई को मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह वर्ष 2018-19 के प्रथम अनुपूरक अनुमान का उपस्थापन करेंगे। 4 जुलाई को अनुपूरक की मांगों पर चर्चा होगी। मतदान के बाद अनुपूरक पास किया जाएगा। इस संबंध में विनियोग विधेयक का पुनर्स्थापन, विचार और पारण होगा।

उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन से प्राप्त छत्तीसगढ़ राज्य वित्त आयोग (संशोधन) विधेयक-2018 और अनुपूरक अनुमान संबंधित विनियोग विधेयक पटल पर रखा जाएगा।

अग्रवाल ने बताया कि विधानसभा में 12 जून तक प्रश्न व उत्तर प्राप्त करने की अंतिम तिथि थी। 12 जून तक सदन को 389 तारांकित और 379 अतारांकित प्रश्न प्राप्त हुए हैं। ध्यानाकर्षण और स्थगन की सूचनाएं 26 जून से प्राप्त की जाएंगी। दो अशासकीय संकल्प भी प्राप्त हुए हैं।

यह चतुर्थ विधानसभा का अंतिम सत्र है, इसलिए सदस्यों के लिए विदाई समारोह सहित सम्मान समरोह रखा गया है। इसके पूर्व परिसर में 14 फीट ऊंची स्वामी विवेकानंद और श्यामप्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा का अनावरण 5 जुलाई को राज्यपाल बलरामदासजी टंडन के हाथों होगा।

मुख्यमंत्री सहित सभी मंत्री और विधायक इस कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम में राज्यपाल टंडन के जाने के बाद विधायकों को स्मृति चिन्ह भेंट किया जाएगा।

इसी तरह उत्कृष्ठ विधायक राजमंहत सांवलाराम डाहरे, मोहन मरकाम और जागरूक विधायक सत्यनारायण शर्मा का सम्मान किया जाएगा। वहीं उत्कृष्ठ पत्रकार सुजीत कुमार, आशीष तिवारी और कैमरा पर्सन प्रकाश को सम्मानित किया जाएगा।

अग्रवाल ने कहा कि 5 जुलाई को शाम साढ़े 5 बजे राज्यपाल टंडन की उपस्थिति में ग्रुप फोटोग्राफी होगी। इस सत्र में विधानसभा की कार्यवाही 2 जुलाई से वेब साइट पर अपलोड करने की व्यवस्था की गई है। 3 जुलाई को दोपहर डेढ़ बजे सेंट्रल हाल में पत्रकारों के साथ फोटोग्राफी संभावित है।

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नेशनल

केजरीवाल ने सदन में पूछा सवाल, क्या लॉरेंस बिश्नोई को बीजेपी की तरफ से संरक्षण प्राप्त है

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नई दिल्ली। दिल्ली में कानून-व्यवस्था की खराब स्थिति को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शक्रवार को केंद्र सरकार और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है। अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में कहा कि दिल्ली में बदहाल होती कानून-व्यवस्था पर अमित शाह चुप क्यों हैं?। केजरीवाल ने कहा कि लॉरेंस बिश्नोई कौन है। इसका जवाब बीजेपी को देना होगा। क्या लॉरेंस बिश्नोई को बीजेपी की तरफ से संरक्षण प्राप्त है। उसे जेल में कौन-कौन सी सुविधाएं मिल रही हैं। वह गुजरात की जेल में रहते हुए भी देश-विदेश में गैंग कैसे चला रहा है।

उन्होंने कहा कि दिल्ली में हमने स्कूल, अस्पताल, सड़कें और बिजली ठीक करने की जिम्मेदारी पूरी की है लेकिन केंद्र सरकार और गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली की कानून व्यवस्था संभाली नहीं जा रही है। दिल्ली में हत्याएं और बम ब्लास्ट हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी-अभी मैं देख रहा था कि एक वकील कह रहे थे कि सड़क पर हाथ में मोबाइल फोन ले जाना मुश्किल है। आप मोबाइल फोन लो जाओगे, कोई ना कोई आपका मोबाइल छीन लेगा। दिल्ली में दुष्कर्म हो रहे हैं, मर्डर कर देते हैं। मैं यह एक अखबार लेकर आया हूं। दिल्ली की कानून व्यवस्था को लेकर इसमें जानकारी दी गई है।

उन्होंने कहा कि आपके पड़ोस में गैंगवार शुरू हो गए हैं। ये लॉरेंस बिश्नोई कौन है? कैसे वह जेल में बैठ कर गैंग चला रहा है। इसके बारे में अमित शाह को बताना पड़ेगा। बिश्नोई गैंग, भाऊ ग्रैंड, गोगी गैंग… ऐसे दर्जन भर गैंग दिल्ली के अंदर सक्रिय हैं। कोई बता रहा था कि इन्होंने अपने एरिया बांट रखे हैं।

दिल्ली में कानून व्यवस्था का यह हाल हो गया है कि आज हर कोई डरा हुआ है। लोगों को वसूली के फोन आ रहे हैं। महिलाओं का रेप कर हत्या की जा रही है। लॉरेंस बिश्नोई की गैंग ने आतंक मचा रखा है। एक बात समझ नहीं आ रही कि लॉरेंस बिश्नोई BJP शासित गुजरात की साबरमती जेल में बंद है तो वह जेल में रहकर अपनी गैंग कैसे चला रहा है?

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