साइंस
डिजिटल इंडिया अभियान को नया मोड़ देगा ‘स्वलेख’ एप
नई दिल्ली, 26 अगस्त (आईएएनएस)| भारत में एक बहुत बड़ा तबका है, जो अंग्रेजी में साक्षर है लेकिन इसके बावजूद अपनी मातृभाषा में बोलना पसंद करता है और साथ ही स्थानीय भाषाओं में कंटेंट हासिल करना चाहता है लेकिन कई मामलों में उसके हाथ बंधे होते हैं। ऐसे सभी लोगों को ‘स्वलेख’ एप इन तमाम मुश्किलों से निजात दिलाएगा। डिजिटल इंडिया योजना के बाद से स्थानीय भाषाओं को ऑनलाइन उपलब्ध कराने पर काम किया जा रहा है, जिससे स्थानीय लोग स्थानीय भाषाओं में क्षेत्रीय कंटेंट का फायदा उठा सकें।
लोकलाईजेशन के बाद देश के विभिन्न हिस्सों से मोबाइल फोन तो ऑनलाइन जुड़ ही पाएंगे और साथ में, विभिन्न एप्स का इस्तेमाल करके अपनी स्वयं की भाषा में ऑनलाइन खरीद-फरोख्त कर पाएंगे।
स्थानीय कैशलेस अर्थव्यवस्था की बात करें तो यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) जैसे भीम एप को बढ़ावा दिया जा रहा है। बता दें कि पिछले साल टियर 2 शहरों में भी ई-कॉमर्स सेक्टर में विकास देखा गया है ।
स्वलेख एप के जरिए स्थानीय भाषाओं का अनुभव मोबाइल पर भी लिया जा सकता है दूसरी तरफ स्थानीय स्क्रिप्ट या फोनेटिक रूप में भी टाइप करने की सुविधा मिल पाती हैं ।
इसकी कुछ विशेषताएं इस प्रकार हैं। पहला, इंडिक फोनबुक के माध्यम से भारतीय भाषाओं में कॉटेक्टस सेव कर सकते हैं। दूसरा, स्क्रीन लॉक जैसी सुविधा से उपभोक्ता अपनी पसंद की भाषा में डिवाइस को अनलॉक भी कर सकता है ।
इसके अलावा स्मार्टफोन के लिए रेवरी ने ओपन टाइप स्केलेबल फोंट की सुविधा भी दी है। स्वलेख भारत की 22 आधिकारिक भाषाओं में अलग-अलग स्क्रीन रिजॉल्यूशन के फीचर फोन के लिए निश्चित आकार के फोंट भी देता है।
स्वलेख के यूजर्स अंग्रेजी स्क्रिप्ट में फोनेटिक रूप से टाइप कर सकते है और मूल भाषा में समझ सकते है। इस सुविधा के लिए इंटरनेट होने की आवश्यकता नहीं है, यह ऑफलाइन भी काम करता है।
इस एप को भारतीय भाषाओं के सिद्धांतों पर बनाया गया है, इसलिए किसी भी प्रकार की शाब्दिक गलती से बचाता है ताकि कोई जंक फाइल ना बनें।
Success Story
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी पैसेंजर वैन पर आतंकी हमला, 50 की मौत
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी एक पैसेंजर वैन पर हुए आतंकी हमले में 50 करीब लोगों की मौत हो गई। ये घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले की है। पाकिस्तान की उत्तर-पश्चिमी सीमा पर लगे अफगानिस्तान के साथ पाराचिनार जिले में अक्सर हिंसा का अनुभव होता रहता है। इसके सुन्नी और शिया मुस्लिम समुदाय जमीन और सत्ता पर काबिज हैं।
इस क्षेत्र के शिया अल्पसंख्यक हैं, उन्हें 241 मिलियन की आबादी वाला मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम राष्ट्र भी कहा जाता है। स्थानीय पुलिस अधिकारी अजमत अली का इस मामले में बयान सामने आया है, उन्होंने बताया कि कुछ गाड़ियां एक काफिले में पाराचिनार शहर से खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर की ओर जा रही थी।
इस दौरान बीच रास्ते में काफिले पर हमला हो गया। प्रांतीय मंत्री आफताब आलम ने कहा है कि अधिकारी हमले में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं। साथ ही गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने गोलीबारी को आतंकवादी हमला बताया। वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमले की निंदा की और कहा कि निर्दोष नागरिकों की हत्या के पीछे के लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।
-
हरियाणा3 days ago
गोधरा कांड पर बनी ‘द साबरमती रिपोर्ट’ फिल्म को हरियाणा में टैक्स फ्री किया गया, सीएम सैनी ने कहा फिल्म को जरूर देखें
-
करियर3 days ago
उ.प्र.पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने जारी किया 2024 कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का रिजल्ट
-
मुख्य समाचार2 days ago
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत
-
राजनीति3 days ago
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने जारी की अपनी पहली लिस्ट, जानें किस को कहा से मिला टिकट
-
नेशनल2 days ago
धीरेन्द्र शास्त्री की एकता यात्रा आज से शुरू, सीएम मोहन यादव और भोजपुरी सिंगर खेसारी लाल यादव ने भेजी शुभकामनाएं
-
झारखण्ड2 days ago
JHARKHAND EXIT POLL : किसी बनेंगी सरकार, किसके सर पर सजेगा ताज ?
-
मनोरंजन2 days ago
क्या श्वेता तिवारी ने कर ली है तीसरी शादी, जानें इस खबर की सच्चाई
-
नेशनल2 days ago
पीएम मोदी पर लिखी किताब के प्रचार के लिए स्मृति ईरानी चार देशों की यात्रा पर