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दो सप्ताह की बच्ची को मिली नई जिंदगी

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चेन्नई, 28 अप्रैल (आईएएनएस)| चेन्नई में चिकित्सकों ने मात्र 1.19 किलोग्राम की दो सप्ताह की बच्ची को लाईफ सेविंग डक्टल स्टेंटिंग कर नई जिंदगी दी। दुनिया में बिना सर्जरी के इतने छोटे बच्चे पर इस तरह की सफल प्रक्रिया पहली बार हुई है।

बच्ची की मां रेवती उसे गंभीर हालत में अपोलो चिल्ड्रन्स हॉस्पिटल्स लाई थी। उस समय उसमें बहुत ज्यादा सायनोसिस था, जिसकी वजह से उसका पूरा शरीर नीला पड़ गया था और शरीर में ऑक्सीजन सैचुरेशन का स्तर मात्र 45 फीसदी (सामान्य स्तर 96-100 फीसदी) था।

जांच में पता चला कि बच्ची के दिल से फेफड़ों को खून की आपूर्ति बिल्कुल नहीं हो रही थी। मां के गर्भ में बच्ची एक ट्यूब (पीडीए) की मदद से जिंदा थी, जो फेफड़ों तक आपूर्ति कर रही थी। पैदा होने के बाद बच्ची में पीडीए लगभग बंद हो गई, जिसके कारण फेफड़ों को आपूर्ति रुक गई और बच्ची नीला पड़ने लगी। बच्ची के जिंदा रहने के लिए जरूरी था कि जल्द से जल्द उसके फेफड़ों को खून की आपूर्ति शुरू हो।

बच्ची बहुत छोटी थी, इसलिए सर्जरी करना बहुत मुश्किल था। ऐसे में डॉक्टरों ने पीडीए को खोलने के लिए स्टेंट डालने का फैसला लिया, ताकि बच्ची फिर से सामान्य रूप से जी सके। यह प्रक्रिया दुनिया भर के कुछ ही अस्पतालों में की जाती है।

अपोलो चिल्ड्रन्स हॉस्पिटल में इंटरवेशनल पीडिएट्रिक कार्डियोलोजिस्ट के कन्सलटेन्ट डॉ. मुथुकुमारन ने कहा, हमने इस मामले को एमरजेन्सी के रूप में लिया। इतने छोटे बच्चे की धमनियां भी बहुत छोटी होती हैं, हमने बड़ी सावधानी से दायीं फीमोरल वेन से वायर डाली और एक्स-रे की मदद से हम पीडीए तक पहुंचे। बच्ची का वजन बहुत कम था, इसलिए प्रक्रिया के दौरान और बाद में थोड़ी मुश्किल हुई।

उन्होंने कहा, बच्ची की हार्ट रेट गिर कर 70 पर आ गया था लेकिन हमने तुरंत स्टेंट डालकर ट्यूब को खोल दिया। जिसके बाद बच्ची का सैचुरेशन 85 फीसदी पर आ गया, इसके बाद उसे ब्रीदिंग मशीन पर रखा गया। एक दिन वार्ड में रखने के बाद बच्ची को छुट्टी दे दी गई।

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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