Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

पाकिस्तान चुनाव के दौरान हिंसा में 6 की मौत

Published

on

Loading

इस्लामाबाद, 25 जुलाई (आईएएनएस)| पाकिस्तान में बुधवार को आम चुनाव के दौरान लाखों उत्साहित लोग मतदान केंद्रों के बाहर वोट डालने के लिए कतार में खड़े हैं। इस दौरान हिंसा की छिटपुट घटनाओं में एक राजनीतिक कार्यकर्ता सहित छह लोग मारे गए और कई घायल हो गए। डॉन न्यूज के वेबसाइट के मुताबिक, मतदान केंद्र आधिकारिक तौर पर सुबह आठ बजे खुले लेकिन मतदाताओं को सुबह सात बजे से ही मतदान केंद्रों के बाहर कतार में खड़े देखा गया। मतदान केंद्र शाम छह बजे तक खुले रहेंगे और साथ ही मतों की गिनती भी हो रही है।

निर्वाचन अधिकारियों के मुताबिक, चुनाव का अंतिम परिणाम मतदान खत्म होते ही गुरुवार सुबह या दोपहर तक आने की उम्मीद है।

वेबसाइट ने बताया कि क्वेटा में हुए एक विस्फोट में पांच लोग मारे गए और 12 घायल हो गए। इसमें कहा गया कि हमले में एक पुलिस वाहन को उस समय निशाना बनाया गया, जब पास के एक स्कूल में मतदान चल रहा था।

खैबर पख्तूनख्वा के स्वाबी के नवन काली में एक मतदान केंद्र के बाहर अवामी नेशनल पार्टी (एएनपी) के कार्यकताओं के साथ झड़प में पाकिस्तान के तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के कार्यकर्ता की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए।

डॉन ने बताया कि दोनों दलों के कार्यकताओं के बीच मरदान में भी झड़प हुई। गोलीबारी की घटना में कई लोग घायल हुए हैं। झड़प के बाद पुलिस ने प्रभावित इलाके को अपने नियंत्रण में ले लिया।

बलूचिस्तान के डेरा मुराद जमाली में हुई गोलीबारी की घटना में भी दो लोग मारे गए।

एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि एक अलग घटना में वरकाना में एक राजनीतिक कैंप के बाहर हुए विस्फोट में चार लोग घायल हो गए।

निर्दलीय उम्मीदवार जिब्राम नसीर ने कहा कि तहरीक-ए-लब्बाकि पाकस्तिान समर्थकों ने कराची के ंचडियो गांव के एक सुविधा केंद्र पर हमला किया।

आम चुनाव में राष्ट्रीय और प्रांतीय असेंबली की कुल 849 सीटों के लिए 12,570 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।

मुख्य मुकाबला शाहबाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन), बिलावल भुट्टो जरादारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के बीच है।

Continue Reading

नेशनल

केजरीवाल ने सदन में पूछा सवाल, क्या लॉरेंस बिश्नोई को बीजेपी की तरफ से संरक्षण प्राप्त है

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली में कानून-व्यवस्था की खराब स्थिति को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शक्रवार को केंद्र सरकार और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है। अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में कहा कि दिल्ली में बदहाल होती कानून-व्यवस्था पर अमित शाह चुप क्यों हैं?। केजरीवाल ने कहा कि लॉरेंस बिश्नोई कौन है। इसका जवाब बीजेपी को देना होगा। क्या लॉरेंस बिश्नोई को बीजेपी की तरफ से संरक्षण प्राप्त है। उसे जेल में कौन-कौन सी सुविधाएं मिल रही हैं। वह गुजरात की जेल में रहते हुए भी देश-विदेश में गैंग कैसे चला रहा है।

उन्होंने कहा कि दिल्ली में हमने स्कूल, अस्पताल, सड़कें और बिजली ठीक करने की जिम्मेदारी पूरी की है लेकिन केंद्र सरकार और गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली की कानून व्यवस्था संभाली नहीं जा रही है। दिल्ली में हत्याएं और बम ब्लास्ट हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी-अभी मैं देख रहा था कि एक वकील कह रहे थे कि सड़क पर हाथ में मोबाइल फोन ले जाना मुश्किल है। आप मोबाइल फोन लो जाओगे, कोई ना कोई आपका मोबाइल छीन लेगा। दिल्ली में दुष्कर्म हो रहे हैं, मर्डर कर देते हैं। मैं यह एक अखबार लेकर आया हूं। दिल्ली की कानून व्यवस्था को लेकर इसमें जानकारी दी गई है।

उन्होंने कहा कि आपके पड़ोस में गैंगवार शुरू हो गए हैं। ये लॉरेंस बिश्नोई कौन है? कैसे वह जेल में बैठ कर गैंग चला रहा है। इसके बारे में अमित शाह को बताना पड़ेगा। बिश्नोई गैंग, भाऊ ग्रैंड, गोगी गैंग… ऐसे दर्जन भर गैंग दिल्ली के अंदर सक्रिय हैं। कोई बता रहा था कि इन्होंने अपने एरिया बांट रखे हैं।

दिल्ली में कानून व्यवस्था का यह हाल हो गया है कि आज हर कोई डरा हुआ है। लोगों को वसूली के फोन आ रहे हैं। महिलाओं का रेप कर हत्या की जा रही है। लॉरेंस बिश्नोई की गैंग ने आतंक मचा रखा है। एक बात समझ नहीं आ रही कि लॉरेंस बिश्नोई BJP शासित गुजरात की साबरमती जेल में बंद है तो वह जेल में रहकर अपनी गैंग कैसे चला रहा है?

Continue Reading

Trending