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फीफा विश्व कप : डिफेंस की कड़ी परीक्षा के लिए तैयार फ्रांस, उरुग्वे

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निझनी नोवोगोरोड (रूस), 5 जुलाई (आईएएनएस)| फीफा विश्व कप के 21वें संस्करण के पहले क्वार्टर फाइनल में दो बार की विजेता उरुग्वे का सामना 1998 की विजेता फ्रांस से होगा।

बेहतरीन फॉर्म में चल रही दोनों टीमें निझनी नोवोगोरोड स्टेडियम में सेमीफाइनल में जाने की कोश्शि में होंगी।

फ्रांस और उरुग्वे दोनों क्वार्टर फाइनल में दिग्गज खिलाड़ियों की टीमों को हराकर आई हैं। उरुग्वे ने प्री-क्वार्टर फाइनल में क्रिस्टियानो रोनाल्डो की पुर्तगाल को हराया था तो वहीं फ्रांस ने लियोनेल मेसी की अर्जेटीना को शिकस्त दे अपने खिताबी अभियान को जिंदा रखा है।

यह मैच एक तरीके से दोनों टीमों के मजबूत डिफेंस की परीक्षा होगी। आत्मविश्वास से भरी दोनों टीमों के बीच की जंग रोमांचक होने की पूरी उम्मीद है।

उरुग्वे ने अभी तक एक भी मैच नहीं गंवाया है और सिर्फ एक गोल खाया है। वहीं अजेय तो फ्रांस भी रही है, लेकिन उसने अभी तक का इस विश्व कप का पहला ड्रॉ खेला है।

उरुग्वे के लिए सबसे बड़ी चिंता यह है कि पुर्तगाल के खिलाफ दो गोल करने वाले उसके स्ट्राइकर एडिसन कावानी चोटिल हैं। प्री-क्वार्टर फाइनल में उन्हें चोट लग गई थी और इसलिए उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा था। वह क्वार्टर फाइनल में खेलेंगे या नहीं इस पर अभी संदेह है। कोच ओस्कर तबरेज के लिए उनके विकल्प का चुनाव मुश्किल होगा।

कावानी के न होने से उरुग्वे को एक नकुसान यह भी है कि टीम के सबसे बड़े खिलाड़ी लुइस सुआरेज का असरदार जोड़ीदार मैच में नहीं होगा जो सुआरेज को कमजोर भी कर सकता है। पिछले मैच में कवानी ने सुआरेज की मदद से ही गोल किए थे। यह जोड़ी इशारे भर में विपक्षी टीम के नाक के नीचे से गोल कर जाती है।

सुआरेज को इस मैच में किस का साथ मिलेगा यह देखना होगा। उरुग्वे की ताकत उसका कसा हुआ डिफेंस है जिसने रोनाल्डो जैसे खिलाड़ी को पेनाल्टी एरिया में जाने के लिए तरसा दिया था। इस डिफेंस पर एंटोनी ग्रीजमैन, कीलियन म्बाप्पे, पॉल पोग्बा, एनगोलो कांते को रोकने की चुनौती होगी।

वहीं फ्रांस के डिफेंस ने मेसी जैसे खिलाड़ी को बांधे रखा हालांकि वो एक गोल कर गए थे लेकिन उसके बाद वह खुलकर नहीं खेल पाए। फ्रांस में सैमुएल उम्तिति, राफेल वरान के ऊपर उरुग्वे के अटैक को रोकना टेढ़ी खीर साबित हो सकता है। फ्रांस के लिए इस मैच में एक चिंता का विषय यह है कि वो ब्लासे माटुइडी के स्थान पर किसे मैदान पर उतारेगी जो निलंबन के कारण यह मैच नहीं खेल पाएंगे

टीमें :

फ्रांस :- गोलकीपर : लोरिस, स्टीव मन्दंदा, अल्फोन्स एरोओला।

डिफेंडर : लुकास हर्नान्डेज, प्रेसनेल किम्पेम्बे, बेंजामिन मेन्डी, बेंजामिन पावर्ड, आदिल रामी, जिब्रिल सिदीबे, सैमुअल उम्तीती, राफेल वरान।

मिडफील्डर : एनगोलो कान्ते, ब्लेस मातुइदी, स्टीवन एंजोंजी, पॉल पोग्बा, कोरेंटिन टोलिसो।

फारवर्ड : ओउस्मान डेम्बेले, नाबिल फकीर, ओलिवियर जीरू, एंटोनी ग्रीजमैन, थॉमस लेमार, कीलियन एम्बाप्पे, फ्लोरियन थौविन।

उरुग्वे :

गोलकीपर : मार्टिन कम्पाना, फनाडरे मुस्लेरा, मार्टिन सिल्वा।

डिफेंडर : मार्टिन सेसेरस, सेबेस्टियन कोएट्स, जोस मारिया गिमेंज, डिएगो गोडिन, मेक्सिमिलियानो पीयरा, गेस्टन सिल्वा, गुइलेरमो वरेला।

मिडफील्डर : जिर्योजियन डी एरास्कीटा, रोड्रिगो बेंटाकुर, डिएगो लेक्जेल्ट, नाहितन नांदेज, क्रिस्टियन रोड्रिगेज, कार्लोस सांचेज, लुकास टोरीयरा, मेटियास वेसीनो, जोनाथन यूरेताविस्कय।

फारवर्ड : एडिसन कवानी, मेक्सिमिलियानो गोमेज, लुइज सुआरेज, क्रिस्टियन स्टॉनी।

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नेशनल

क्या रद्द होगी राहुल गांधी की भारतीय नागरिकता ?

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नई दिल्ली। राहुल गांधी के पास ब्रिटेन की भी नागरिकता है और इसलिए उनकी भारतीय नागरिकता रद्द कर दी जानी चाहिए.’ एस विग्नेश शिशिर ने यह दावा करते हुए एक जनहित याचिका दायर की है, जिस पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को फैसला करने का निर्देश दिया. इस दौरान केंद्र सरकार की तरफ से पेश डिप्टी सॉलिसिटर जनरल ने कहा, ‘याचिकाकर्ता की तरफ से कुछ दस्तावेज गृह मंत्रालय को मिले हैं और वह इस पर विचार कर रहा है कि राहुल गांधी की नागरिकता रद्द की जानी चाहिए या नहीं.’

जस्टिस एआर मसूदी और सुभाष विद्यार्थी की डिविजन बेंच ने अपर सॉलिसिटर जनरल एसबी पांडेय को निर्देश दिया कि वो तीन हफ्ते के अंदर इस बारे में गृह मंत्रालय से निर्देश प्राप्त करें और अगली तारीख पर इसका जवाब पेश करें. इस मामले की सुनवाई अब 19 दिसबंर को रखी गई है.

मामले की पूरी जानकारी

राहुल गांधी की नागरिकता से जुड़ा विवाद तब शुरू हुआ जब लखनऊ हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई, जिसमें आरोप लगाया गया कि राहुल गांधी के पास ब्रिटिश नागरिकता है। याचिकाकर्ता एस विग्नेश शिशिर ने दावा किया कि उन्होंने गहन जांच के बाद यह निष्कर्ष निकाला है कि राहुल गांधी के पास यूके की नागरिकता है। शिशिर ने यह भी कहा कि उनके पास कुछ गोपनीय जानकारी है, जिससे यह साबित होता है कि राहुल गांधी का विदेशी नागरिकता प्राप्त करना कानून के तहत भारतीय नागरिकता को रद्द करने का कारण हो सकता है।

पहले इस मामले में शिशिर की याचिका को जुलाई 2024 में खारिज कर दिया गया था, लेकिन इसके बाद शिशिर ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास शिकायत की थी, जिसमें कोई एक्शन नहीं लिया गया। फिर से इस मामले को अदालत में लाया गया और अब गृह मंत्रालय से राहुल गांधी की नागरिकता पर स्पष्टीकरण मांगा गया है।

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