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मुख्य समाचार

सरकारी एजेंसियों ने किसानों से खरीदा 355 लाख टन गेहूं

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नई दिल्ली, 23 जून (आईएएनएस)| सरकारी एजेंसियों ने चालू रबी विपणन वर्ष 2018-19 में देश के प्रमुख गेहूं उत्पादक प्रदेशों में कुल 355 लाख टन से ज्यादा गेहूं की खरीद की है, जो केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य 320 लाख टन से 35 लाख टन ज्यादा है। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) की वेबसाइट पर उपलब्ध शुक्रवार को गेहूं की खरीद के ताजा आंकड़ों के अनुसार, पंजाब में सबसे ज्यादा 126.91 लाख टन गेहूं की खरीद हुई है। दूसरे स्थान पर हरियाणा है जहां सरकारी एजेंसियों ने किसानों से 87.39 लाख टन गेहूं खरीदा। इसके बाद मध्यप्रदेश में 72.87 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद हुई है।

देश के सबसे बड़े गेहूं उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश में सरकारी एजेंसियों ने किसानों से 50.88 लाख टन गेहूं खरीदा है। वहीं, राजस्थान में सरकारी एजेंसियों ने 15.31 लाख टन गेहूं खरीदा है। उत्तराखंड में गेहूं की सरकारी खरीद 1.07 लाख टन हो पाई है।

बिहार में अब तक महज 9,000 टन गेहूं की सरकारी खरीद हुई। वहीं, चंडीगढ़ में 14,000 टन, गुजरात में 37,000 टन और हिमाचल प्रदेश में 1,000 टन गेहूं सरकारी एजेंसियों ने खरीदा है।

एफसीआई की वेबसाइट पर उलब्ध आंकड़ों के अनुसार, अब तक 355.04 लाख टन गेहूं देशभर के किसानों से सेंट्रल पूल के लिए खरीदा जा चुका है जबकि कुछ राज्यों में अभी तक गेहूं की सरकारी खरीद जारी है।

सरकारी एजेंसियां देश के प्रमुख गेहूं उत्पादक प्रदेशों में केंद्र सरकार द्वारा तय न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 1735 रुपये प्रति क्विंटल पर किसानों से सीधे गेहूं खरीद रही है।

केंद्रीय कृषि, सहाकारिता एवं किसान कल्याण मंत्रालय की ओर से फसल वर्ष 2017-18 (जुलाई-जून) के लिए जारी तीसरे अग्रिम उत्पादन अनुमान के मुताबिक, देश में इस साल गेहूं का उत्पादन 9.86 करोड़ टन रहने का अनुमान है, जबकि पिछले फसल वर्ष में देश में 9.85 करोड़ टन गेहूं का उत्पादन हुआ था।

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नेशनल

केजरीवाल ने सदन में पूछा सवाल, क्या लॉरेंस बिश्नोई को बीजेपी की तरफ से संरक्षण प्राप्त है

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नई दिल्ली। दिल्ली में कानून-व्यवस्था की खराब स्थिति को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शक्रवार को केंद्र सरकार और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है। अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में कहा कि दिल्ली में बदहाल होती कानून-व्यवस्था पर अमित शाह चुप क्यों हैं?। केजरीवाल ने कहा कि लॉरेंस बिश्नोई कौन है। इसका जवाब बीजेपी को देना होगा। क्या लॉरेंस बिश्नोई को बीजेपी की तरफ से संरक्षण प्राप्त है। उसे जेल में कौन-कौन सी सुविधाएं मिल रही हैं। वह गुजरात की जेल में रहते हुए भी देश-विदेश में गैंग कैसे चला रहा है।

उन्होंने कहा कि दिल्ली में हमने स्कूल, अस्पताल, सड़कें और बिजली ठीक करने की जिम्मेदारी पूरी की है लेकिन केंद्र सरकार और गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली की कानून व्यवस्था संभाली नहीं जा रही है। दिल्ली में हत्याएं और बम ब्लास्ट हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी-अभी मैं देख रहा था कि एक वकील कह रहे थे कि सड़क पर हाथ में मोबाइल फोन ले जाना मुश्किल है। आप मोबाइल फोन लो जाओगे, कोई ना कोई आपका मोबाइल छीन लेगा। दिल्ली में दुष्कर्म हो रहे हैं, मर्डर कर देते हैं। मैं यह एक अखबार लेकर आया हूं। दिल्ली की कानून व्यवस्था को लेकर इसमें जानकारी दी गई है।

उन्होंने कहा कि आपके पड़ोस में गैंगवार शुरू हो गए हैं। ये लॉरेंस बिश्नोई कौन है? कैसे वह जेल में बैठ कर गैंग चला रहा है। इसके बारे में अमित शाह को बताना पड़ेगा। बिश्नोई गैंग, भाऊ ग्रैंड, गोगी गैंग… ऐसे दर्जन भर गैंग दिल्ली के अंदर सक्रिय हैं। कोई बता रहा था कि इन्होंने अपने एरिया बांट रखे हैं।

दिल्ली में कानून व्यवस्था का यह हाल हो गया है कि आज हर कोई डरा हुआ है। लोगों को वसूली के फोन आ रहे हैं। महिलाओं का रेप कर हत्या की जा रही है। लॉरेंस बिश्नोई की गैंग ने आतंक मचा रखा है। एक बात समझ नहीं आ रही कि लॉरेंस बिश्नोई BJP शासित गुजरात की साबरमती जेल में बंद है तो वह जेल में रहकर अपनी गैंग कैसे चला रहा है?

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