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जलवायु परिवर्तन पर चिंता जताने वालों ने दिया विनाश का सामान : शिवराज

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भोपाल| मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में हुए गैस हादसे की 31वीं बरसी पर गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अमेरिका सहित अन्य विकसित देशों का नाम लिए बगैर करारा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि आज जो देश पेरिस में जलवायु परिवर्तन पर चिंता जता रहे है, वास्तव में यही देश तो दुनिया को विनाश का सामान दे रहे है। भोपाल गैस हादसे की गुरुवार को 31वीं बरसी है। इस हादसे में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने बरकतउल्ला भवन की सेंटल लाइब्रेरी में सर्वधर्म प्रार्थना सभा हुई। इस मौके पर मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भोपाल हादसे की याद कर रूह कांप जाती है। यह विचार करना होगा कि विकास कैसा हो, इसके लिए जरूरी है कि विकास और पर्यावरण में संतुलन बनाया जाए, ताकि विकास विनाश न बने।

उन्होंने आगे कहा कि आज जलवायु परिवर्तन एक बड़ा विषय बन गया है। गर्मी में ओले और बारिश हो रही है। पेरिस में जलवायु परिवर्तन पर चर्चा हो रही है, मगर जो देश चिंता जता रहे हैं, उन्होंने ही तो दुनिया को विनाश का सामान दिया है।

चौहान ने कहा कि विकास करते वक्त यह संकल्प लेना होगा कि अब कोई और शहर भोपाल न बने। यह एक ऐसा हादसा है, जिसने लाखों परिवारों को मुसीबत में डाल दिया है, हजारों लोग मौत की नींद सो गए।

सर्वधर्म प्रार्थना सभा में विभिन्न धर्मगुरुओं ने धर्म का पाठ किया और मृतकों को श्रद्धांजलि देते हुए इस हादसे के प्रभावितों के सुखमय जीवन की कामना की गई। दो मिनट का मौन भी रखा गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गैस राहत मंत्री नरोत्तम मिश्रा, गृहमंत्री बाबूलाल गौर सहित अन्य लोग भी मौजूद थे।

ज्ञात हो कि दो-तीन दिसंबर 1984 की रात को यूनियन कार्बाइड संयत्र से गैस रिसी थी। इस हादसे में एक रात में तीन हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे। मौतों का यह सिलसिला अब भी जारी है। मृतकों की याद में तीन दिसंबर को श्रद्धांजलि सभा, प्रार्थना सभा और गैस पीड़ितों का प्रदर्शन वर्षों से होता आ रहा है और गुरुवार को भी यही सब कुछ हो रहा है।

वहीं भोपाल गैस पीड़ितों के लिए काम करने वाले संगठन अपने-अपने तरह से रैली व जुलूस निकालकर अपने गुस्से का इजहार कर मृतकों को श्रृद्धाजलि दे रहे हैं। भोपाल ग्रुप ऑफ इंफॉर्मेशन और एक्शन के सतीनाथ षड्ंगी ने बताया है कि भेापाल टॉकीज से रैली शुरू होकर यूनियन कार्बाइड संयंत्र पर खत्म होगी। भोपाल गैस पीड़ित महिला उद्योग संगठन द्वारा भी प्रदर्शन किया जाएगा। इसी तरह भोपाल गैस पीड़ित सहयोग संघर्ष संगठन की संयोजक साधना कार्णिक ने बताया है कि उनका संगठन यूनियन कार्बाइड संयंत्र के सामने श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया है।

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कौन है नारायण सिंह चौरा ? जिसने पूर्व मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल की हत्या करने का प्रयास किया

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अमृतसर। शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल को बुधवार को पंजाब के अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के बाहर ‘सेवादार’ की ड्यूटी करते समय एक शख्स ने गोली मार दी। गोली दीवार पर लगने से व्हीलचेयर पर बैठे सुखबीर सिंह बादल बाल बाल बच गये। आखिर किस शख्स ने सुखबीर सिंह बादल पर गोली चलाई और उसका मकसद क्या था। तो बता दें कि फायरिंग करने वाले शख्स का नाम नारायण सिंह चौरा है जिसने गोली चलाई जिससे हड़कंप मच गया और तुरंत ही स्वर्ण मंदिर के बाहर खड़े कुछ लोगों ने उसे पकड़ लिया।

कौन हैं नारायण सिंह चौरा?

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, नारायण सिंह चौरा एक खालिस्तानी पूर्व आतंकवादी है, जिस पर पहले भी कई मामले दर्ज हुए हैं और वह भूमिगत रहा है। चौरा, कुछ वर्षों तक पंथिक नेता के रूप में सक्रिय था, वह डेरा बाबा नानक क्षेत्र से हैं। मंगलवार को वह सफेद कुर्ता-पायजामा पहनकर सुखबीर बादल के पास घूमता भी दिखाई दिया था। वह बुड़ैल जेलब्रेक का मास्टरमाइंड था। चौरा ने बब्बर खालसा इंटरनेशनल के आतंकवादियों जगतार सिंह हवारा और परमजीत सिंह भियोरा को उनके दो साथियों जगतार सिंह तारा और देवी सिंह के साथ बुड़ैल जेल से भागने में मदद की थी। उसने जेल की बिजली सप्लाई काफी देर के लिए बंद कर दी थी।

जानिए पाकिस्तान से चौरा का कनेक्शन

कथित तौर पर नारायण सिंह चौरा 1984 में पंजाब में आतंकवाद के शुरुआती चरण के दौरान पाकिस्तान भाग गया था। वहां उसने भारत में हथियारों और विस्फोटकों की बड़ी खेप की तस्करी में अहम भूमिका निभाई। पाकिस्तान में, उन्होंने कथित तौर पर गुरिल्ला युद्ध और देशद्रोही साहित्य पर एक किताब भी लिखी थी। चौरा पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह हत्याकांड में संदिग्ध था।

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