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उत्तराखंड

शहीद अनूप थापा के अंतिम दर्शनों को उमड़ी भीड़, पुत्र ने दी मुखाग्नि

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शहीद अनूप थापा, अंतिम दर्शनों को उमड़ी भीड़, पुत्र ने दी मुखाग्नि

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शहीद अनूप थापा, अंतिम दर्शनों को उमड़ी भीड़, पुत्र ने दी मुखाग्नि

Martyr Anup Thapa

देहरादून। देश की रक्षा करते हुए कश्मीर के कुपवाड़ा में शहीद हुए हवलदार अनूप थापा का आज नम आंखों के बीच देहरादून में अंतिम संस्कार कर दिया गया। जब तक सूरज चांद रहेगा अनूप थापा तेरा नाम रहेगा। भारत माता की जय। इन नारों के साथ सोमवार को शहीद अनूप थापा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए भावभीनी विदाई दी गयी।

कुपवाड़ा में शहीद हुए अनूप थापा का शव रविवार देर शाम देहरादून के डाट काली मंदिर समीप उनके घर पहुंचा था। आज सुबह पूरे सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई। अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे सीएम हरीश रावत ने कहा एक सैनिक की शहादत का कोई मोल नहीं लगाया जा सकता।

सीएम ने कहा अनूप थापा की शहादत पर वे दिल से इस वीर सैनिक को सैल्यूट करते हैं। अनूप ने आर्य इंटर कॉलेज से 12वीं की परीक्षा पास की थी। इसके बाद वे 1994 में भर्ती प्रक्रिया के जरिये सेना में शामिल हो गए थे।

सोमवार को शहीद अनूप थापा के आवास पर पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन को लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान मुख्यमंत्री सीएम हरीश रावत, खेल मंत्री दिनेश अग्रवाल, देहरादून मेयर विनोद चमोली, एसएसपी डॉ. सदानंद दाते सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

अनूप की शहादत और जिंदगी में 10 दिन का फासला रह गया। 10 दिन बाद तीन अगस्त को अनूप घर आने वाले थे। सितंबर में उनका रिटायरमेंट था। आखिरी महीने में उनकी एक महीने की ड्यूटी बनारस में थी।

उन्होंने बच्चों को बनारस घुमाने का वादा किया था। आज न अनूप हैं और न उनका वादा। पीछे रह गई हैं बूढ़े बाप की पथराई हुई आंखें, पत्नी का टूटता हौसला और बच्चों की बदहवासी। अनूप के पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। पीछे कोई घर की जिम्मेदारी उठाने वाला नहीं रह गया है। पूरे इलाके में अनूप की विदाई पर शोक की लहर है।

अनूप थापा का सितंबर में रिटायरमेंट होने से पहले गोरखा रेजीमेंट में शनिवार को उनकी फेयरवेल पार्टी होने वाली थी। फेयरवेल पार्टी के बाद तीन अगस्त को अनूप को घर लौटना था। आखिरी ड्यूटी बनारस में करने से पहले अनूप ने पूरे परिवार को बनारस घुमाने का वादा किया था।

जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा (केरन सेक्टर) में नियंत्रण रेखा पर ड्यूटी के दौरान 3 गोरखा रेजीमेंट के नायक अनूप थापा की आतंकियों से मुठभेड़ हो गई। जवाबी फायरिंग से घुसपैठ तो नाकाम हो गई, लेकिन आतंकियों की गोलियों से उनकी मौत हो गई।

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उत्तराखंड

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय कौशल एवं रोजगार सम्मेलन का किया उद्घाटन

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देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को राष्ट्रीय कौशल एवं रोजगार सम्मेलन का उद्घाटन किया। नीति आयोग, सेतु आयोग और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों से राजधानी देहरादून में दून विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय कौशल एवं रोज़गार सम्मलेन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस तरह की कार्यशालाएं प्रदेश के युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को बेहतर रोजगार मुहैया कराने की दिशा में सकारात्मक कदम उठा रही है।

कार्यक्रम में कौशल विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने इसे सरकार की ओर से युवाओं के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड के तमाम बेरोजगार युवाओं को रोजगार देना है। मुख्यमंत्री ने कहा, “निश्चित तौर पर इस कार्यशाला में जिन विषयों पर भी मंथन होगा, उससे बहुत ही व्यावहारिक चीजें निकलकर सामने आएंगी, जो अन्य युवाओं के लिए समृद्धि के मार्ग प्रशस्त करेगी। हमें युवाओं को प्रशिक्षण देना है, जिससे उनके लिए रोजगार की संभावनाएं प्रबल हो सकें, ताकि उन्हें बेरोजगारी से निजात मिल सके।

उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में स्किल डेवलपमेंट का विभाग खोला था, ताकि अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार मिल सके। इसके अलावा, वो रोजगार खोजने वाले नहीं, बल्कि रोजगार देने वाले बनें। अगर प्रदेश के युवा रोजगार देने वाले बनेंगे, तो इससे बेरोजगारी पर गहरा अघात पहुंचेगा। ” उन्होंने कहा, “हम आगामी दिनों में अन्य रोजगारपरक प्रशिक्षण युवाओं को मुहैया कराएंगे, जो आगे चलकर उनके लिए सहायक साबित होंगे।

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