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अन्तर्राष्ट्रीय

नेतन्याहू ने मदद के लिए फिलिस्तीनी राष्ट्रपति को धन्यवाद दिया

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प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, महमूद अब्बास, सिन्हुआ

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प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, महमूद अब्बास, सिन्हुआ

                               बेंजामिन नेतन्याहू

जेरूसलम | इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास को इजरायल में आग बुझाने में मदद के लिए फोन कर धन्यवाद दिया। फिलिस्तीनी राष्ट्रपति ने आग बुझाने के लिए अग्निशमन दल और ट्रक भेजे थे। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान में शनिवार को कहा गया है कि नेतन्याहू ने इस तथ्य की सराहना की है कि “यहूदियों और अरबवासियों ने अग्नि पीड़ितों के लिए अपने दरवाजे खोल दिए।”

इजरायल और पश्चिमी तट, मिस्र व लेबनान में पिछले पांच दिनों से लगी भीषण आग के जारी रहने के बीच इजरायली और फिलिस्तीनी नेताओं के बीच विरले होने वाली यह बातचीत है।

नेतन्याहू और अन्य दक्षिणपंथी नेताओं ने शुक्रवार को इजरायली अरबों पर निशाना साधते हुए कहा था कि उन लोगों ने ही आगजनी वाला आतंकवाद शुरू किया है।

इसके जवाब में फिलिस्तीनी नेताओं ने नेतन्याहू पर इजरायली अरब अल्पसंख्यकों के खिलाफ लोगों को उकसाने का आरोप लगाया था।

रविवार को फिलिस्तीनी राष्ट्रीय प्राधिकरण ने गिलबोआ पहाड़ों की ओर इजरायल के हैफा में लगी भीषण आग बुझाने के लिए आठ अग्निशामक ट्रक भेजे। इस आग की वजह से 9880 एकड़ भूमि सपाट हो गई है। इस आग की वजह से शहर की आबादी के एक हिस्से को खाली कराना पड़ा है।

इजरायली अधिकारियों ने कहा कि शुक्रवार-शनिवार की रात फिलिस्तीन ने रामल्ला से दो और ट्रक पश्चिमी तट पर यहूदियों की बस्ती हलामिश में आग बुझाने के लिए भेजे।

आग में बस्ती के कम से कम 40 घरों को नुकसान पहुंचा है और चार लोग मामूली रूप से घायल हुए हैं।

आग बुझाने में इजरायल की मदद के लिए यूनान, साइप्रस, रूस, क्रोएशिया, तुर्की और इटली ने भी अपने अग्निशामक दल और विमान भेजे हैं।

शनिवार को दोपहर बाद एक बोइंग-747 सुपरटैंकर विमान को जेरूसलम और तेल अवीव के बीच के इलाके में आग बुझाने के लिए लगाया गया है। यह आग बुझाने वाला दुनिया का सबसे बड़ा विमान है।

विशेषज्ञों का कहना है कि असामान्य रूप से सूखे मौसम में हवा चलने से मंगलवार को आग करीब देश के आधे हिस्से में फैल गई।

 

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अन्तर्राष्ट्रीय

पूर्वी युगांडा में भूस्खलन से 13 लोगों की मौत, 40 घर नष्ट

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पूर्वी युगांडा। पूर्वी युगांडा में भूस्खलन के कारण छह गांवों में 40 घर नष्ट हो गए और कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई. राहत अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. युगांडा रेडक्रॉस सोसाइटी ने कहा कि 13 शव बरामद कर लिए गए हैं और बचाव कार्य जारी है.

स्थानीय मीडिया ने बताया कि अधिकारियों को आशंका है कि मरने वालों की संख्या 30 तक हो सकती है. बुधवार रात भारी बारिश के चलते पर्वतीय जिले बुलाम्बुली में भूस्खलन हुआ।

बढ़ सकती है मृतकों की संख्या

स्थानीय मीडिया ने बताया कि अधिकारियों को आशंका है कि मृतकोंकी संख्या बढ़कर 30 तक हो सकती है। बुधवार रात भारी बारिश के बाद पहाड़ी जिले बुलाम्बुली में भूस्खलन हुआ। यह जिला राजधानी कंपाला से लगभग 280 किलोमीटर पूर्व में है। हालात बेहद भयावह नजर आ रहे हैं।

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