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अन्तर्राष्ट्रीय

व्हाइट हाउस ने ओबामा के वक्‍त नियुक्त पहली महिला को हटाया

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वाशिंगटन। अमेरिका में व्हाइट हाउस ने पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की ओर से नियुक्त पहली महिला ‘चीफ अशर’ को उनके पद से हटा दिया है। वह इस पद पर नियुक्ति पाने वाली पहली महिला होने के साथ-साथ दूसरी अफ्रीकी-अमेरिकी थीं।

‘वाशिंगटन पोस्ट’ ने एक अधिकारी के हवाले से दी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि व्हाइट हाउस आवास के कर्मचारी शुक्रवार सुबह जब अपने काम पर पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि ‘चीफ अशर’ एंजेला रीड को उनके पद से हटा दिया गया है। उन्हें ओबामा ने 2011 में नियुक्त किया था।

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व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने रीड को पद से हटाए जाने की पुष्टि की, लेकिन इसके लिए कोई खास कारण नहीं बताया।वहीं, रीड ने भी इस मामले में टिप्पणी से इनकार करते हुए कहा, “मुझे लगता है कि व्हाइट हाउस इस बारे में अधिक अच्छी तरह बता पाएगा।”

व्हाइट हाउस की प्रधान उप प्रेस सचिव सारा हुकाबी सैंडर्स ने कहा कि ‘डिप्टी अशर’ फिलहाल ‘चीफ अशर’ पद की जिम्मेदारी संभालेंगे।

उन्होंने कहा, “वह (रीड) अब व्हाइट हाउस की कर्मचारी नहीं हैं। वह बहुत अच्छे संबंधों के साथ विदा हुईं। हमने उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी हैं। निश्चिततौर पर उन्हें कुछ बड़ा मिलेगा। हालांकि यह कोई असामान्य बात नहीं है कि जब भी नया प्रशासन आता है तो कर्मचारियों में बदलाव होते हैं और कोई बात नहीं है।”

पूर्व में रिज-कार्लटन होटल के लिए काम कर चुकीं रीड ने ‘चीफ अशर’ के तौर पर एडमिरल स्टीफेन डब्ल्यू. रोचॉन की जगह ली थी, जो इस पद पर नियुक्त होने वाले पहले अफ्रीकी-अमेरिकी थे। रोचॉन ने गृह सुरक्षा मंत्रालय में नई जिम्मेदारी मिलने के बाद यह पद छोड़ा था।

‘चीफ अशर’ पर व्हाइट हाउस रेजीडेंस में सभी गतिविधियों की देखरेख की जिम्मेदारी होती है। वह व्हाइट हाउस रेजीडेंस के महाप्रबंधक के तौर पर काम करता है, जिसे घरेलू सहायकों, शेफ, माली, इलेक्ट्रीशियन से लेकर वित्तीय व प्रशासनिक मामलों से जुड़े काम देखने होते हैं।

 

अन्तर्राष्ट्रीय

पीएम मोदी को मिलेगा ‘विश्व शांति पुरस्कार’

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विश्व शांति पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। यह पुरस्कार उन्हें अमेरिका में प्रदान किया जाएगा। इंडियन अमेरिकन माइनॉरटीज एसोसिएशन (एआइएएम) ने मैरीलैंड के स्लिगो सेवंथ डे एडवेंटिस्ट चर्च ने यह ऐलान किया है। यह एक गैर सरकारी संगठन है। यह कदम उठाने का मकसद अमेरिका में भारतीय अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के कल्याण को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें एकजुट करना है। पीएम मोदी को यह पुरस्कार विश्व शांति के लिए उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों और समाज को एकजुट करने के लिए दिया जाएगा।

इसी कार्यक्रम के दौरान अल्पसंख्यकों का उत्थान करने के लिए वाशिंगटन में पीएम मोदी को मार्टिन लूथर किंग जूनियर ग्लोबल पीस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इस पुरस्कार को वाशिंगटन एडवेंटिस्ट यूनिवर्सिटी और एआइएएम द्वारा संयुक्त रूप से दिया जाएगा। जिसका मकसद अस्पसंख्यकों के कल्याण के साथ उनका समावेशी विकास करना भी है।

जाने माने परोपकारी जसदीप सिंह एआइएम के संस्थापक और चेयरमैन नियुक्त किए गए हैं। इसमें अल्पसंख्यक समुदाय को प्रोत्साहित करने के लिए 7 सदस्यीय बोर्ड डायरेक्टर भी हैं। इसमें बलजिंदर सिंह, डॉ. सुखपाल धनोआ (सिख), पवन बेजवाडा और एलिशा पुलिवार्ती (ईसाई), दीपक ठक्कर (हिंदू), जुनेद काजी (मुस्लिम) और भारतीय जुलाहे निस्सिम रिव्बेन शाल है।

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