नेशनल
गोरक्षकों ने निशाना बनाकर हत्याएं कीं : तृणमूल
नई दिल्ली, 31 जुलाई (आईएएनएस)| तृणमूल कांग्रेस ने सोमवार को नरेंद्र मोदी सरकार व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या किए जाने को लेकर हमला बोला। तृणमूल सांसद ने लोकसभा में कहा कि गोरक्षकों द्वारा एक खास समुदाय को निशाना बनाकर हत्याएं की गईं। उन्होंने इसे रोकने के लिए अलग से कानून बनाने की मांग की। तृणमूल सदस्य सौगत रॉय ने भीड़ द्वारा हत्याओं के मुद्दे पर चर्चा में भाग लेते हुए लोकसभा में कहा, अमेरिका में गृहयुद्ध के बाद अश्वेतों को निशाना बनाया गया था। वही चीज भारत में हो रही है। गाय से जुड़ी हत्याएं निशाना बनाकर की गई हत्याएं हैं।
रॉय ने कथित तौर पर आरोप लगाया कि इस तरह की घटनाएं मई, 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद हुई हैं और इस तरह की ज्यादातर घटनाएं भाजपा शासित राज्यों में हुई हैं।
रॉय द्वारा सरकार व कुछ संगठनों के खिलाफ असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल किए जाने पर सत्तापक्ष से उनकी तीखी नोकझोंक भी हुई। रॉय के बयान को बाद में सदन के रिकॉर्ड से हटा दिया गया।
तृणमूल नेता ने भाजपा नेतृत्व पर हत्याओं की निंदा करने की बजाय गोरक्षकों को सह देने का आरोप लगाया।
रॉय ने कहा, इस तरह की घटनाएं थम नहीं रही हैं, क्योंकि शीर्ष भाजपा नेतृत्व इनकी निंदा करने से बच रहा है। हरियाणा के मुख्यमंत्री ने बहादुरगढ़ की घटना की निंदा करने में तीन दिन का समय लिया। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को अलवर में पहलू खान की भीड़ द्वारा हत्या की निंदा करने में एक महीना लग गया।
वरिष्ठ तृणमूल नेता ने भीड़ द्वारा हत्या की घटनाएं रोकने के लिए अलग से कानून बनाने की मांग की।
उन्होंने कहा, मौजूदा कानून में भीड़ द्वारा हत्या को परिभाषित नहीं किया गया है। मैं भीड़ द्वारा हत्या रोकने के लिए एक मानव सुरक्षा कानून की मांग करता हूं।
नेशनल
दिल्ली में सांस लेना है कितना खतरनाक, देखें इस खबर को
नई दिल्ली। दिल्ली और उसके आस-पास के इलाकों में प्रदूषण से लोगों को राहत मिलती नजर नहीं आ रही है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार सुबह 6 बजे दिल्ली के अधिकतर इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 400 के करीब दर्ज किया गया. जो कि ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है. आज दिल्ली के अलीपुर में AQI 362, आनंद विहार में 393, जहांगीरपुरी में 384, मुंडका में 396, नरेला में 383, नेहरू नगर में 362, पंजाबी बाग में 370, शादीपुर में 398, रोहिणी में 381 और विवेक विहार में 395 दर्ज किया गया. वायु प्रदूषण के कारण कई लोगों को सांस लेने में और आंखों में जलन की परेशानी हो रही है.
जीवन के 12 साल छीन रहा वायु प्रदूषण
बता दें कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा माना जाता है। वहीं 51 से 100 एक्यूआई को संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच बहुत खराब और 401-500 के बीच एक्यूआई को गंभीर श्रेणी का माना जाता है। एक्सपर्ट्स की मानें तो दिल्ली का प्रदूषण लोगों के जीवन के 12 साल उनसे छीन रहा है। वहीं कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि दिल्ली के वायु प्रदूषण में एक दिन सांस लेने का मतलब है दिन भर में 10 से अधिक सिगरेट के बारबर धुएं को अपने शरीर में लेना। बता दें कि दिल्ली के वायु प्रदूषण के मामले पर सुप्रीम कोर्ट भी सख्त है।
-
लाइफ स्टाइल3 days ago
दिल से जुड़ी बीमारियों को न्योता देता है जंक फूड, इन खाद्य पदार्थों से करें परहेज
-
नेशनल3 days ago
महाराष्ट्र के CM एकनाथ शिंदे ने दिया इस्तीफा, क्या फडणवीस के सिर सजेगा ताज ?
-
नेशनल3 days ago
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास की तबियत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती
-
खेल-कूद3 days ago
IPL Auction: 13 साल के वैभव सूर्यवंशी ने रचा इतिहास, बन गए सबसे युवा करोड़पति
-
प्रादेशिक3 days ago
एस्सार ग्रुप के सह-संस्थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन
-
नेशनल2 days ago
क्या रद्द होगी राहुल गांधी की भारतीय नागरिकता ?
-
नेशनल2 days ago
दिल्ली में वायु प्रदूषण बेहद गंभीर स्तर पर, सांस लेना भी मुश्किल
-
प्रादेशिक2 days ago
बिहार लोक सेवा आयोग : मां आंगनबाड़ी सेविका, बेटा बना डीएसपी