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साइंस

रेड एफएम ने मोबाइल एप उतारा

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नई दिल्ली, 22 जनवरी (आईएएनएस)| निजी रेडियो नेटवर्क 93.5 रेड एफएम ने सोमवार को अपना मोबाइल एप – रेड एफएम एप लांच किया, जिससे यूजर्स कहीं भी किसी भी समय इस रेडियो नेटवर्क का अपना पसंदीदा कार्यक्रम सुन सकेंगे।

कंपनी ने एक बयान में कहा कि इसकी सबसे खास बात यह है कि इसमें कंटेट को विभिन्न श्रेणियों में वर्गीकृत कर दिया गया है, जिसमें से श्रोता अपनी पसंद चुनकर आसानी से सुन सकेंगे। ऑन-एयर कंटेंट के वर्गीकरण ने चयन की प्रक्रिया बहुत आसान बना दिया है और श्रोताओं को ऑडियो कंटेंट पर अपना नियंत्रण प्राप्त हो गया है।

93.5 रेड एफएम की मुख्य कार्यकारी अधिकारी निशा नारायणन ने कहा, रेड एफएम एप आ जाने के बाद रेडियो सुनने का पुराना तरीका बदल जाएगा, क्योंकि रेडियो पर प्रसारित कार्यक्रम की शेल्फ लाइफ कम होती है और यह एक बार प्रसारित हो जाने के बाद दोबारा सुनना संभव नहीं। जबकि एप पर कार्यक्रम आ जाने के बाद काफी लंबे समय तक साथ रहता है। साथ ही, इसे अन्य प्लेटफॉर्म्स जैसे मोबाइल और सोशल मीडिया पर भी साझा किया जा सकता है।

उन्होंने कहा, इस एप का एक फायदा यह है कि यदि श्रोता सीधे प्रसारण के समय कोई कार्यक्रम नहीं सुन पाता है, तो वह बाद में इस कंटेंट को सुन सकता है। इस कंटेंट को लाखों अन्य श्रोताओं से साझा भी किया जा सकता है। रेड एफएम एप एक म्यूजिक स्ट्रीमिंग एप ही नहीं, बल्कि एक ऑन-एयर एफएम प्रोडक्ट स्ट्रीम भी है।

रेड एफएम मोबाइल एप्लीकेशन ‘बजाते रहो’ की टैगलाइन के साथ एक बिल्कुल नया एप है, जिसके माध्यम से स्थानीय रेड एफएम से चुनिंदा क्योरेटेड कंटेंट सुनने के लिए उपलब्ध होगा। इस कंटेंट को कहीं भी घूमते हुए आसानी से सुना जा सकता है तथा हर समय व स्थान पर सुविधाजनक रूप से कंटेंट का उपयोग किया जा सकता है। इस एप्लीकेशन में मुख्यत: चार सेक्शन – ‘लिसन’, ‘वॉच’, ‘एक्सप्लोर’ तथा ‘फॉर यू’ हैं।

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Success Story

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी पैसेंजर वैन पर आतंकी हमला, 50 की मौत

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी एक पैसेंजर वैन पर हुए आतंकी हमले में 50 करीब लोगों की मौत हो गई। ये घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले की है। पाकिस्तान की उत्तर-पश्चिमी सीमा पर लगे अफगानिस्तान के साथ पाराचिनार जिले में अक्सर हिंसा का अनुभव होता रहता है। इसके सुन्नी और शिया मुस्लिम समुदाय जमीन और सत्ता पर काबिज हैं।

इस क्षेत्र के शिया अल्पसंख्यक हैं, उन्हें 241 मिलियन की आबादी वाला मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम राष्ट्र भी कहा जाता है। स्थानीय पुलिस अधिकारी अजमत अली का इस मामले में बयान सामने आया है, उन्होंने बताया कि कुछ गाड़ियां एक काफिले में पाराचिनार शहर से खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर की ओर जा रही थी।

इस दौरान बीच रास्ते में काफिले पर हमला हो गया। प्रांतीय मंत्री आफताब आलम ने कहा है कि अधिकारी हमले में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं। साथ ही गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने गोलीबारी को आतंकवादी हमला बताया। वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमले की निंदा की और कहा कि निर्दोष नागरिकों की हत्या के पीछे के लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

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