Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

भारतीय क्रिकेटरों के नए अनुबंध को बीसीसीआई एसजीएम की मंजूरी

Published

on

Loading

नई दिल्ली, 22 जून (आईएएनएस)| भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और सर्वोच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति (सीओए) के बीच की तनातनी शुक्रवार को विशेष आम बैठक (एसजीएम) में सामने आ गया।

इस बैठक में बोर्ड के पदाधिकारियों और राज्य संघ के प्रतिनिधियों ने उम्मीद के मुताबिक भारतीय क्रिकेट खिलाड़ियों के नए अनुबंधों को स्वीकृति दे दी है।

बीसीसीआई ने इस बैठक में घरेलू खिलाड़ियों के लिए एक उन्नत वेतनमान का प्रस्ताव पेश किया। बैठक की शुरुआत में 2013 आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में मूल याचिकाकर्ता आदित्य वर्मा ने बोर्ड के कामकाज की आलोचना के लिए सदस्यों से माफी मांगी।

बोर्ड ने भ्रष्टाचार विरोधी इकाई के नए प्रमुख के रूप में अजीत सिंह की नियुक्ति का विरोध किया और नई नियुक्ति होने तक मौजूदा प्रमुख नीरज कुमार के करार में विस्तार की सिफारिश की।

इसके अलावा, बोर्ड ने सीओए द्वारा पिछले सप्ताह हुई बैठक में उत्तराखंड को मिले रणजी स्तर का दर्जा भी खारिज कर दिया। बोर्ड ने रणजी में दो डिवीजन की घोषणा की और कहा कि नए सीजन में 28 राज्यों की टीमें एलीट डिविजन में हिस्सा लेंगी, वहीं बिहार और उत्तर-पूर्वी राज्य प्लेट डिविजन में हिस्सा लेंगी।

खिलाड़ियों के नए करार को मिली अनुमति पर बीसीसीआई के कार्यकारी सचिव अमिताभ चौधरी ने कहा, एजीएम ने नए अनुबंधों पर हस्ताक्षर के लिए मुझे अधिकृत किया है। इसके साथ ही मुझे घरेलू क्रिकेट में महिला और पुरुष खिलाड़ियों के वेतन को बढ़ाने का अधिकार दिया गया है। इस मामले में हमें जानकारी मिलने का इंतजार है।

घरेलू खिलाड़ियों के वेतन में बढ़ोतरी के प्रस्ताव के बारे में अमिताभ ने कहा, घरेलू क्रिकेट खिलाड़ियों के अनुबंध में वृद्धि का प्रस्ताव मुद्रास्फीति और अन्य सभी तथ्यों पर विचार के बाद रखा गया है, क्योंकि हमारा मानना है कि इससे हमें पता चला है कि उन्हें जो वेतन मिलता है, वह कम है।

अमिताभ ने कहा कि यह 2017-18 सीजन से प्रभाव में आएगा और इस पर समग्र दृष्टिकोण का जायजा भी लिया जाएगा।

एसजीएम में लिए गए फैसलों पर सीओए की अनुमति के बारे में अमिताभ ने कहा, हमारी कुछ निश्चित जिम्मेदारियां हैं और सीओए की भी कुछ निश्चित जिम्मेदारियां हैं। हम उनकी निगरानी में अपना काम जारी रखेंगे।

Continue Reading

नेशनल

केजरीवाल ने सदन में पूछा सवाल, क्या लॉरेंस बिश्नोई को बीजेपी की तरफ से संरक्षण प्राप्त है

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली में कानून-व्यवस्था की खराब स्थिति को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शक्रवार को केंद्र सरकार और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है। अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में कहा कि दिल्ली में बदहाल होती कानून-व्यवस्था पर अमित शाह चुप क्यों हैं?। केजरीवाल ने कहा कि लॉरेंस बिश्नोई कौन है। इसका जवाब बीजेपी को देना होगा। क्या लॉरेंस बिश्नोई को बीजेपी की तरफ से संरक्षण प्राप्त है। उसे जेल में कौन-कौन सी सुविधाएं मिल रही हैं। वह गुजरात की जेल में रहते हुए भी देश-विदेश में गैंग कैसे चला रहा है।

उन्होंने कहा कि दिल्ली में हमने स्कूल, अस्पताल, सड़कें और बिजली ठीक करने की जिम्मेदारी पूरी की है लेकिन केंद्र सरकार और गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली की कानून व्यवस्था संभाली नहीं जा रही है। दिल्ली में हत्याएं और बम ब्लास्ट हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी-अभी मैं देख रहा था कि एक वकील कह रहे थे कि सड़क पर हाथ में मोबाइल फोन ले जाना मुश्किल है। आप मोबाइल फोन लो जाओगे, कोई ना कोई आपका मोबाइल छीन लेगा। दिल्ली में दुष्कर्म हो रहे हैं, मर्डर कर देते हैं। मैं यह एक अखबार लेकर आया हूं। दिल्ली की कानून व्यवस्था को लेकर इसमें जानकारी दी गई है।

उन्होंने कहा कि आपके पड़ोस में गैंगवार शुरू हो गए हैं। ये लॉरेंस बिश्नोई कौन है? कैसे वह जेल में बैठ कर गैंग चला रहा है। इसके बारे में अमित शाह को बताना पड़ेगा। बिश्नोई गैंग, भाऊ ग्रैंड, गोगी गैंग… ऐसे दर्जन भर गैंग दिल्ली के अंदर सक्रिय हैं। कोई बता रहा था कि इन्होंने अपने एरिया बांट रखे हैं।

दिल्ली में कानून व्यवस्था का यह हाल हो गया है कि आज हर कोई डरा हुआ है। लोगों को वसूली के फोन आ रहे हैं। महिलाओं का रेप कर हत्या की जा रही है। लॉरेंस बिश्नोई की गैंग ने आतंक मचा रखा है। एक बात समझ नहीं आ रही कि लॉरेंस बिश्नोई BJP शासित गुजरात की साबरमती जेल में बंद है तो वह जेल में रहकर अपनी गैंग कैसे चला रहा है?

Continue Reading

Trending