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मुख्य समाचार

केंद्र सरकार असम में वोट की राजनीति कर रही : ममता

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कोलकाता, 30 जुलाई (आईएएनएस)| पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के मसौदे को लेकर सोमवार को केंद्र सरकार की आलोचना की और कहा कि नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार वोट की राजनीति कर रही है।

अधिकारियों के अनुसार, असम के 2,89,83,677 लोगों के नाम वाले एनआरसी का पहला पूरा मसौदा सोमवार का प्रकाशित हुआ और कागजात में त्रुटियों के चलते 40,07,707 लोगों को छोड़ दिया गया है।

बनर्जी का आरोप है कि जिनलोगों के पास आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र और अन्य दस्तावेज थे, उनको भी छोड़ दिया गया, क्योंकि अधिकारी उन कागजात से संतुष्ट नहीं थे।

उन्होंने आशंका जताई कि बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल में इसे लेकर समस्या पैदा हो सकती है, क्योंकि असम से इनकी सीमा लगती है।

बंगाल की मुख्यमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि मोदी सरकार लोगों को जबरदस्ती बेदखल करने की कोशिश कर रही है।

बनर्जी ने कहा, 40 लाख लोगों को छोड़ दिया गया है, जिनमें हिंदू और मुस्लिम शामिल हैं। उनके इंटरनेट समेत संपर्क के सभी साधन काट दिए गए हैं। हम उनसे संपर्क नहीं कर पा रहे हैं। क्या यह उनको भयभीत करने की कोशिश है? हमें संदेह है।

ममता बनर्जी प्रदेश सचिवालय नबन्ना में संवाददाताओं से बात कर रही थी। उन्होंने कहा, यह लोगों को जबदस्ती बेदखल करने की कोशिश है, जो वोट की राजनीति है।

उन्होंने कहा, असम की सरकार और केंद्र सरकार ने उनको शरणार्थी बना दिया है। अनेक लोगों ने अपने कागजात जमा किए। फिर भी उनपर विचार नहीं किया गया, जबकि कुछ लोग वहां 50 साल से अधिक समय से निवास कर रहे हैं।

ममता बनर्जी कई बैठकों के सिलसिले में दिल्ली जा रही हैं। वह गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मिलने का वक्त मांगेगी।

उन्होंने कहा, मैं केंद्र सरकार और गृहमंत्री से वहां राजनीति नहीं करने और मानवता के आधार पर विचार करने की अपील करती हूं। केंद्र सरकार उनकी रक्षा के लिए संसद में संशोधन व विधेयक ला सकती है।

ममता ने कहा, छोड़े गए लोग रोहिंग्या नहीं हैं। वे सभी भारतीय हैं।

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नेशनल

केजरीवाल ने सदन में पूछा सवाल, क्या लॉरेंस बिश्नोई को बीजेपी की तरफ से संरक्षण प्राप्त है

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नई दिल्ली। दिल्ली में कानून-व्यवस्था की खराब स्थिति को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शक्रवार को केंद्र सरकार और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है। अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में कहा कि दिल्ली में बदहाल होती कानून-व्यवस्था पर अमित शाह चुप क्यों हैं?। केजरीवाल ने कहा कि लॉरेंस बिश्नोई कौन है। इसका जवाब बीजेपी को देना होगा। क्या लॉरेंस बिश्नोई को बीजेपी की तरफ से संरक्षण प्राप्त है। उसे जेल में कौन-कौन सी सुविधाएं मिल रही हैं। वह गुजरात की जेल में रहते हुए भी देश-विदेश में गैंग कैसे चला रहा है।

उन्होंने कहा कि दिल्ली में हमने स्कूल, अस्पताल, सड़कें और बिजली ठीक करने की जिम्मेदारी पूरी की है लेकिन केंद्र सरकार और गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली की कानून व्यवस्था संभाली नहीं जा रही है। दिल्ली में हत्याएं और बम ब्लास्ट हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी-अभी मैं देख रहा था कि एक वकील कह रहे थे कि सड़क पर हाथ में मोबाइल फोन ले जाना मुश्किल है। आप मोबाइल फोन लो जाओगे, कोई ना कोई आपका मोबाइल छीन लेगा। दिल्ली में दुष्कर्म हो रहे हैं, मर्डर कर देते हैं। मैं यह एक अखबार लेकर आया हूं। दिल्ली की कानून व्यवस्था को लेकर इसमें जानकारी दी गई है।

उन्होंने कहा कि आपके पड़ोस में गैंगवार शुरू हो गए हैं। ये लॉरेंस बिश्नोई कौन है? कैसे वह जेल में बैठ कर गैंग चला रहा है। इसके बारे में अमित शाह को बताना पड़ेगा। बिश्नोई गैंग, भाऊ ग्रैंड, गोगी गैंग… ऐसे दर्जन भर गैंग दिल्ली के अंदर सक्रिय हैं। कोई बता रहा था कि इन्होंने अपने एरिया बांट रखे हैं।

दिल्ली में कानून व्यवस्था का यह हाल हो गया है कि आज हर कोई डरा हुआ है। लोगों को वसूली के फोन आ रहे हैं। महिलाओं का रेप कर हत्या की जा रही है। लॉरेंस बिश्नोई की गैंग ने आतंक मचा रखा है। एक बात समझ नहीं आ रही कि लॉरेंस बिश्नोई BJP शासित गुजरात की साबरमती जेल में बंद है तो वह जेल में रहकर अपनी गैंग कैसे चला रहा है?

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