Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

इंग्लैंड में बल्लेबाजों पर कहर बरपा रहे शमी, इधर भारत में हसीन जहां ने खोला मोर्चा

Published

on

Loading

नई दिल्ली। जसप्रीत बुमराह और भुनेश्वर कुमार के चोटिल होने के बाद मोहम्मद शमी को पहले टेस्ट में मौका मिला है। जिसके बाद उन्होंने पहली इनिंग में बेहतरीन गेंदबाजी की। जिसके बाद उनकी पत्नी हसीन जहां भड़क गई। भारत के स्पीड स्टार पर उनकी पत्नी हसीन जहां ने इस साल की शुरूआत में सनसनीखेज आरोप लगाए थे जिनकी गूंज अभी तक बरकरार है।

शमी पर नहीं हुई कार्यवाई तो भड़की हसीन जहां:

टीम इंडिया के तेज़ गेंदबाज मोहम्मद शमी एक तरफ इंग्लैंड में बेहतरीन गेंदबाज़ी कर सबको प्रभावित कर रहे है तो वहीं दूसरी ओर हसीन जहां मोहम्मद शमी पर लगाए गए आरोपों के बाद कार्यवाई नहीं करने से नाराज़ हैं। हसीन जहां ने भारतीय गेंदबाज पर फरवरी के अंतिम दिनों में एक के बाद एक बड़े ही गंभीर आरोप लगाए थे।

हसीन जहां ने अपने पति शमी पर घरेलू हिंसा, तलाक देने की धमकी और कई लड़कियों और महिलाओं के साथ अवैध संबंध बनाने के बहुत ही गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद हसीन जहां ने अदालत का दरवाज़ा भी खटखटाया और सभी बातों को मीडिया में लीक किया लेकिन मोहम्मद शमी को पूछताछ के बाद क्लीन चिट दे दी गई थी।

मोहम्मद शमी की शैक्षणिक योग्यता पर उठाए सवाल:

इस तरह से भारत के स्टार तेज गेंदबाज को क्लीन चिट देना हसीन जहां को पसंद नहीं आया और उन्होंने शमी पर कोई कार्यवाई नहीं होने पर कड़ी नाराज़गी ज़ाहिर की है और साथ ही मोहम्मद शमी की शैक्षणिक योग्यता के प्रमाण पत्रों की फोटो को फेसबुक पर अपलोड करते हुए ये कहा कि उनकी सभी शैक्षणिक योग्यता के प्रमाण पत्र फर्जी हैं और दो प्रमाण पत्रों के आधार पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है।

सेलिब्रिटी होने के कारण शमी पर नहीं हो रही है कार्यवाई:

हसीन जहां ने मोहम्मद शमी पर जो आरोप लगाए हैं वो मामला आईसीसी तक जा पहुंचा था। इस मामलें मे हसीन जहां ने दावा किया था कि उनकी लिप्तता फिक्सिंग में भी रही है लेकिन अब सभी ओर से जब शमी को क्लीन चिट दे दी तो अब हसीन जहां ने सोशल मीडिया के जरिए अपनी बात सभी तक पहुंचाने की कोशिश की है और साथ ही ये भी माना है कि मोहम्मद शमी पर सेलिब्रिटी होने के कारण कोई कार्यवाई नहीं की जा रही है।

अन्तर्राष्ट्रीय

पीएम मोदी को मिलेगा ‘विश्व शांति पुरस्कार’

Published

on

Loading

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विश्व शांति पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। यह पुरस्कार उन्हें अमेरिका में प्रदान किया जाएगा। इंडियन अमेरिकन माइनॉरटीज एसोसिएशन (एआइएएम) ने मैरीलैंड के स्लिगो सेवंथ डे एडवेंटिस्ट चर्च ने यह ऐलान किया है। यह एक गैर सरकारी संगठन है। यह कदम उठाने का मकसद अमेरिका में भारतीय अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के कल्याण को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें एकजुट करना है। पीएम मोदी को यह पुरस्कार विश्व शांति के लिए उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों और समाज को एकजुट करने के लिए दिया जाएगा।

इसी कार्यक्रम के दौरान अल्पसंख्यकों का उत्थान करने के लिए वाशिंगटन में पीएम मोदी को मार्टिन लूथर किंग जूनियर ग्लोबल पीस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इस पुरस्कार को वाशिंगटन एडवेंटिस्ट यूनिवर्सिटी और एआइएएम द्वारा संयुक्त रूप से दिया जाएगा। जिसका मकसद अस्पसंख्यकों के कल्याण के साथ उनका समावेशी विकास करना भी है।

जाने माने परोपकारी जसदीप सिंह एआइएम के संस्थापक और चेयरमैन नियुक्त किए गए हैं। इसमें अल्पसंख्यक समुदाय को प्रोत्साहित करने के लिए 7 सदस्यीय बोर्ड डायरेक्टर भी हैं। इसमें बलजिंदर सिंह, डॉ. सुखपाल धनोआ (सिख), पवन बेजवाडा और एलिशा पुलिवार्ती (ईसाई), दीपक ठक्कर (हिंदू), जुनेद काजी (मुस्लिम) और भारतीय जुलाहे निस्सिम रिव्बेन शाल है।

Continue Reading

Trending