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इन 6 तस्वीरों को देखकर हंसते-हंसते पेट में हो जाएगा दर्द

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नई दिल्ली। भारत में एक पुरानी कहावत है कि इस देश ने ऐसी चीज विकसित की है जो किसी देश के पास नहीं। उस चीज का नाम है ‘जुगाड़’। आज हम आपको कुछ ऐसी तस्वीरों से रुबरु कराएंगे जो जुगाड़ का परफेक्ट एग्जामपल है। इन तस्वीरों को देखकर हंसते- हंसते पेट में दर्द हो जाएगा।

 

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ऐसी क्रिएटिविटी को सलाम।

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पाइप जब टूट जाए तो ये जुगाड़ भी कर सकते हैं आप

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मोबाइल रखने का ऐसा जुगाड़ केवल भारत में ही किया जा सकता है।

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टीवी का ऐसा स्टैंड पहले कभी नहीं देखा होगा आपने

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इस टॉयलेट को बनाने वाले इंजिनियर को पुरस्कार मिलना चाहिए।

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बिहार का ‘उसैन बोल्ट’, 100 किलोमीटर तक लगातार दौड़ने वाला यह लड़का कौन

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चंपारण। बिहार का टार्जन आजकल खूब फेमस हो रहा है. बिहार के पश्चिम चंपारण के रहने वाले राजा यादव को लोगों ने बिहार टार्जन कहना शुरू कर दिया है. कारण है उनका लुक और बॉडी. 30 मार्च 2003 को बिहार के बगहा प्रखंड के पाकड़ गांव में जन्मे राज़ा यादव देश को ओलंपिक में गोल्ड मेडल दिलाना चाहते हैं.

लिहाजा दिन-रात एकक़र फिजिकल फिटनेस के साथ-साथ रेसलिंग में जुटे हैं. राज़ा को कुश्ती विरासत में मिली है. दादा जगन्नाथ यादव पहलवान और पिता लालबाबू यादव से प्रेरित होकर राज़ा यादव ने सेना में भर्ती होने की कोशिश की. सफलता नहीं मिली तो अब इलाके के युवाओं के लिए फिटनेस आइकॉन बन गए हैं.

महज 22 साल की उम्र में राजा यादव ‘उसैन बोल्ट’ बन गए. संसाधनों की कमी राजा की राह में रोड़ा बन रहा है. राजा ने एनडीटीवी से कहा कि अगर उन्हें मौका और उचित प्रशिक्षण मिले तो वे पहलवानी में देश का भी प्रतिनिधित्व कर सकते हैं. राजा ओलंपिक में गोल्ड मेडल लाने के लिए दिन रात मैदान में पसीना बहा रहे हैं. साथ ही अन्य युवाओं को भी पहलवानी के लिए प्रेरित कर रहे हैं.

’10 साल से मेहनत कर रहा हूं. सरकार ध्यान दे’

राजा यादव ने कहा, “मेरा जो टारगेट है ओलंपिक में 100 मीटर का और मेरी जो काबिलियत है उसे परखा जाए. इसके लिए मैं 10 सालों से मेहनत करते आ रहा हूं तो सरकार को भी ध्यान देना चाहिए. मेरे जैसे सैकड़ों लड़के गांव में पड़े हुए हैं. उन लोगों के लिए भी मांग रहा हूं कि उन्हें आगे बढ़ाने के लिए सुविधा मिले तो मेरी तरह और युवक उभर कर आएंगे.”

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