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मुख्य समाचार

झारखंड में प्रायोजित है सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन : मुख्यमंत्री

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रांची, 19 सितम्बर (आईएएनएस)| झारखंड के मुख्यमंत्री रघुबर दास ने प्रदेश में सरकार के खिलाफ होने वाले विरोध प्रदर्शन को प्रायोजित बताते हुए इस बात से इनकार किया कि जमीन के मसले को लेकर जनजाति समुदाय में उनकी सरकार के प्रति कोई असंतोष है।

रघुबर दास ने कहा कि नक्सली और अन्य ताकतें सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्य के मार्ग में रोड़े अटका रही हैं।

दास ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में सभी 14 सीटों पर जीत हासिल करेगी और विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने 81 में 60 सीटों पर भाजपा की जीत का दावा किया।

दास ने कहा, विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है। वे प्रचार के लिए मसले उठा रहे हैं। उनका विरोध-प्रदर्शन समाचार पत्रों तक ही सीमित है। सारा विरोध-प्रदर्शन शतप्रतिशत प्रायोजित है।

उनसे जब यह पूछा गया कि प्रायोजित विरोध से उनका अभिप्राय क्या है तो उन्होंने कहा, हां सौ फीसदी.. दो सौ फीसदी प्रायोजित। यह नियोजित है।

उन्होंने कहा, मैं जो कुछ भी बता रहा हूं वह अपने तीन साल से अधिक समय के शासन के अनुभव से बता रहा हूं। कुछ राष्ट्र विरोधी ताकतें हैं जो राज्य के विकास में बाधा उत्पन्न कर रही हैं। वे चाहते हैं कि गरीब गरीब बना रहे ताकि धर्मातरण हो सके। अब हमने धर्मातरण के खिलाफ एक कानून पास कर दिया है। उनका कारोबार ठप पड़ गया है।

मुख्यमंत्री प्रदेश में भूमि अधिग्रहण कानून 2013 में राज्य की विधानसभा द्वारा 2017 में इस कानून में किए गए संशोधन और छोटानागपुर टेनेंसी एक्ट व संथाल परगना टेनेंसी एक्ट के खिलाफ जनजाति समुदाय द्वारा किए जा रहे विरोध-प्रदर्शन को लेकर पूछे गए सवालों का जवाब दे रहे थे।

झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) और कांग्रेस द्वारा इन विधेयकों का विरोध हो रहा है। दोनों दलों ने सरकार पर जनजाति से जमीन लेकर उद्योगों को सौंपने का आरोप लगाया है।

सरकार विरोधी प्रदर्शन के प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा, नहीं.. कुछ नहीं। कोई मसला नहीं है। राज्य के जनजाति समुदाय में कोई असंतोष नहीं है। मैं बिल्कुल चिंतित नहीं हूं।

उन्होंने आगे कहा कि उनकी सरकार जनजातियों को जमीन के लिए चार गुना मुआवजा दे रही है।

उन्होंने दावा किया कि लोग खुद अपनी जमीन देने के लिए आगे आ रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के जनजाति समुदाय को केंद्र और राज्य सरकारों की योजनाओं का लाभ मिल रहा है।

उनसे जब पूछा गया कि विरोध प्रदर्शन किसके द्वारा प्रायोजित है तो उन्होंने कहा, विकास और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विरोध करने वाले राष्ट्रद्रोही ताकतें।

उन्होंने कहा, कुछ राष्ट्रद्रोही ताकतें और माओवादी हैं जिनका एकमात्र उद्देश्य विकास कार्य में रुकावट डालना है। वे लोगों को गुमराह कर रहे हैं। वे प्रदेश का विकास देखना नहीं चाहते हैं। वे चाहते हैं कि जनजाति गरीब रहे और भीख मांगते रहे।

जेएमएम के बारे में उन्होंने कहा कि परिवार पार्टी जनजाति के नाम पर राजनीति कर रही है लेकिन लोग अब सतर्क हो गए हैं।

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नेशनल

केजरीवाल ने सदन में पूछा सवाल, क्या लॉरेंस बिश्नोई को बीजेपी की तरफ से संरक्षण प्राप्त है

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नई दिल्ली। दिल्ली में कानून-व्यवस्था की खराब स्थिति को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शक्रवार को केंद्र सरकार और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है। अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में कहा कि दिल्ली में बदहाल होती कानून-व्यवस्था पर अमित शाह चुप क्यों हैं?। केजरीवाल ने कहा कि लॉरेंस बिश्नोई कौन है। इसका जवाब बीजेपी को देना होगा। क्या लॉरेंस बिश्नोई को बीजेपी की तरफ से संरक्षण प्राप्त है। उसे जेल में कौन-कौन सी सुविधाएं मिल रही हैं। वह गुजरात की जेल में रहते हुए भी देश-विदेश में गैंग कैसे चला रहा है।

उन्होंने कहा कि दिल्ली में हमने स्कूल, अस्पताल, सड़कें और बिजली ठीक करने की जिम्मेदारी पूरी की है लेकिन केंद्र सरकार और गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली की कानून व्यवस्था संभाली नहीं जा रही है। दिल्ली में हत्याएं और बम ब्लास्ट हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी-अभी मैं देख रहा था कि एक वकील कह रहे थे कि सड़क पर हाथ में मोबाइल फोन ले जाना मुश्किल है। आप मोबाइल फोन लो जाओगे, कोई ना कोई आपका मोबाइल छीन लेगा। दिल्ली में दुष्कर्म हो रहे हैं, मर्डर कर देते हैं। मैं यह एक अखबार लेकर आया हूं। दिल्ली की कानून व्यवस्था को लेकर इसमें जानकारी दी गई है।

उन्होंने कहा कि आपके पड़ोस में गैंगवार शुरू हो गए हैं। ये लॉरेंस बिश्नोई कौन है? कैसे वह जेल में बैठ कर गैंग चला रहा है। इसके बारे में अमित शाह को बताना पड़ेगा। बिश्नोई गैंग, भाऊ ग्रैंड, गोगी गैंग… ऐसे दर्जन भर गैंग दिल्ली के अंदर सक्रिय हैं। कोई बता रहा था कि इन्होंने अपने एरिया बांट रखे हैं।

दिल्ली में कानून व्यवस्था का यह हाल हो गया है कि आज हर कोई डरा हुआ है। लोगों को वसूली के फोन आ रहे हैं। महिलाओं का रेप कर हत्या की जा रही है। लॉरेंस बिश्नोई की गैंग ने आतंक मचा रखा है। एक बात समझ नहीं आ रही कि लॉरेंस बिश्नोई BJP शासित गुजरात की साबरमती जेल में बंद है तो वह जेल में रहकर अपनी गैंग कैसे चला रहा है?

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