Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

सेंसेक्स में 517 अंकों की तेजी

Published

on

मुंबई,शेयर,कारोबारी,सेंसेक्स,बीएसई,एनएसई,स्मॉलकैप,रियल्टी,बैंकिंग

Loading

मुंबई | देश के प्रमुख शेयर बाजारों में सप्ताह के पहले कारोबारी दिवस सोमवार को तेजी रही। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 517.22 अंकों की तेजी के साथ 27,975.86 पर और निफ्टी 150.90 अंकों की तेजी केसाथ 8,492.30 पर बंद हुआ। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 197.15 अंकों की तेजी के साथ 27,655.79 पर खुला और 517.22 अंकों या 1.88 फीसदी तेजी के साथ 27,975.86 पर बंद हुआ। दिन भर के कारोबार में सेंसेक्स ने 28,017.97 के ऊपरी और 27,624.76 के निचले स्तर को छुआ।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 49.55 अंकों की तेजी के साथ 8,390.95 पर खुला और 150.90 अंकों या 1.81 फीसदी तेजी केसाथ 8,492.30 पर बंद हुआ। दिन भर के कारोबार में निफ्टी ने 8,504.55 के ऊपरी और 8,380.75 के निचले स्तर को छुआ। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी तेजी रही। मिडकैप 199.59 अंकों की तेजी के साथ 10,559.52 पर और स्मॉलकैप 354.71 अंकों की तेजी के साथ 10,795.40 पर बंद हुआ।

बीएसई के सभी 12 सेक्टरों में भी तेजी रही। पूंजीगत वस्तु ( फीसदी), रियल्टी (2.19 फीसदी), तेज खपत उपभोक्ता वस्तु (2.11 फीसदी), बैंकिंग (1.80 फीसदी) और वाहन (1.55 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।

प्रादेशिक

एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन

Published

on

Loading

मुंबई। एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन हो गया है। रुइया के पार्थिव शरीर को प्रार्थना और श्रद्धांजलि के लिए वालकेश्वर के बाणगंगा में रखा जाएगा। अंतिम संस्कार यात्रा रुइया हाउस से शाम 4 बजे हिंदू वर्ली श्मशान के लिए निकलेगी।

शशि रुइया ने अपने भाई रवि रुइया के साथ मिलकर एस्सार की स्थापना की थी। वह करीब एक महीने पहले अमेरिका से इलाज करा लौटे थे। मंगलवार को दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक उनका पार्थिव शरीर रुइया हाउस में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। शाम चार बजे रुइया हाउस से शवयात्रा हिंदू वर्ली श्मशान घाट के लिए रवाना होगी।

उद्योगपति शशि रुइया ने अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में 1965 में अपने व्यावसायिक दुनिया में कदम रखा। उन्होंने अपने भाई रवि के साथ मिलकर 1969 में चेन्नई बंदरगाह पर एक बाहरी ब्रेकवाटर का निर्माण कर एस्सार की नींव रखी। इसके बाद एस्सार ग्रुप ने इस्पात, तेल रिफाइनरी, अन्वेषण और उत्पादन, दूरसंचार, बिजली और निर्माण सहित विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार किया।

Continue Reading

Trending