Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

मप्र में सेक्सकांड का आरोपी सरकारी गवाह : कांग्रेस

Published

on

Loading

भोपाल| मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विपक्षी कांग्रेस के बीच चल रहे व्यक्तिगत आक्षेपों की श्रृंखला में शुक्रवार को कांग्रेस इकाई ने सीधे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर प्रहार किया। विपक्षी पार्टी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के साले संजय सिंह के मित्र मनोज नेमा को बालाघाट पुलिस ने सरकारी गवाह बना दिया है। नेमा एक सेक्स कांड का आरोपी है। कांग्रेस कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में शुक्रवार को प्रदेश इकाई के मुख्य प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने आरोप लगाया कि मनोज नेमा मई, 2012 में हुए चंदौरी सेक्सकांड का आरोपी था, वह कॉलोनाइजर भी है।

वारासिवनी थाने में सेक्सकांड संबंधी मामला दर्ज हुआ था। पुलिस ने इस मामले में नेमा को कई बार तलब किया, मगर वह पुलिस के सामने नहीं आया। इतना ही नहीं, उसने अपनी राजनीतिक पहुंच का लाभ उठाते हुए खुद को सरकारी गवाह बनवा लिया।

मिश्रा ने मुख्यमंत्री के साले और नेमा की मित्रता को इसकी वजह बताया। उनका आरोप है कि नेमा ने बालाघाट में गोविंद मंगलम् कॉलोनी बनाई है। इस कॉलोनी में बगीचे के लिए 3510 वर्ग फुट जमीन छोड़ी गई थी, जिसका बाजार मूल्य 80 लाख है। यह जमीन अवैध तरीके से मुख्यमंत्री शिवराज के साले संजय सिंह ने खरीदी है।

कांग्रेस नेता मिश्रा का कहना है कि इस जमीन की रजिस्ट्री में शासन को चूना लगाया गया है। जमीन की कीमत मात्र चार लाख 20 हजार रुपये दर्शाकर रजिस्ट्री में मात्र 42 हजार के स्टाम्प लगाए गए हैं। इस तरह उनके खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाना चाहिए।

कांग्रेस का संजय सिंह के आवास के पते को लेकर भी सवाल है। कांग्रेस का आरोप है कि संजय सिंह गोंदिया (महाराष्ट्र) में रहते हैं, मगर क्रेता के तौर पर उनका पता बालाघाट का दिया गया है, यह भी जांच का विषय है।

उत्तर प्रदेश

राम नगरी अयोध्या के बाद भगवान श्री राम से जुड़ी एक और नगरी को भव्य स्वरूप दे रही योगी सरकार

Published

on

Loading

प्रयागराज। योगी सरकार प्रयागराज महाकुंभ को दिव्य और भव्य स्वरूप प्रदान कर रही है। प्रयागराज नगरी के साथ ही जिले में गंगा किनारे स्थित निषादराज गुह्य की राजधानी रहे श्रृंगवेरपुर धाम का भी कायाकल्प सरकार कर रही है। श्रृंगवेरपुर धाम में धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन के साथ रूरल टूरिज्म की भी संभावनाएं विकसित हो रही हैं।

मिल रहा है भव्य स्वरूप
राम नगरी अयोध्या में भगवान श्री राम के मंदिर के भव्य निर्माण और गर्भ ग्रह में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब प्रभु राम के अनन्य भक्त निषादराज की राजधानी श्रृंगवेरपुर को भी भव्य स्वरूप दिया जा रहा है। यूपी की पूर्व की सरकारों में उपेक्षित रहे प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नई पहचान दी है। सामाजिक समरसता के प्रतीक इस स्थान को धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन के साथ अब रूरल टूरिज्म के साथ भी जोड़ कर विकसित किया जा रहा है।
प्रयागराज की क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह बताती हैं कि श्रृंगवेरपुर धाम का कायाकल्प का कार्य समापन के चरण में है। इसके अंतर्गत यहां ₹3732.90 लाख की लागत से निषादराज पर्यटन पार्क स्थल का निर्माण कार्य दो फेज में किया गया है। निषादराज पार्क (फेज-1) के निर्माण हेतु ₹ 1963.01 लाख के बजट से निषादराज एवं भगवान श्रीराम मिलन की मूर्ति की स्थापना व मूर्ति के पैडेस्टल का कार्य, पोडियम का कार्य, ओवर हेड टैंक, बाउण्ड्रीवाल, प्रवेश द्वार का निर्माण, गार्ड रूम आदि कार्य कराया गया। इसी तरह श्रृंगवेरपुर धाम में निषादराज पार्क (फेज-2) के ₹ 1818.90 लाख के बजट से इस भगवान श्रीराम के निषादराज मिलन से सम्बन्धित गैलरी , चित्रांकन, ध्यान केन्द्र, केयर टेकर रूम, कैफेटेरिया, पॉथ-वे, पेयजल व टॉयलेट ब्लॉक, कियास्क, पार्किंग, लैंड स्केपिंग, हॉर्टिकल्चर,आउटर रोड, सोलर पैनल, मुक्ताकाशी मंच आदि कार्य कराए गए हैं। 6 हेक्टेयर में बनाए गए इस भव्य पार्क का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।

रूरल टूरिज्म का हब बनेगी निषादराज की नगरी
धार्मिक और आध्यत्मिक पर्यटन के साथ श्रृंगवेरपुर धाम को ग्रामीण पर्यटन के साथ जोड़कर विकसित करने का रोड मैप तैयार किया गया है ।अपराजिता सिंह के मुताबिक रूरल टूरिज्म के अन्तर्गत श्रृंगवेरपुर धाम को विकसित किये जाने के लिए सबसे पहले यहां ग्रामीण क्षेत्र में होम स्टे की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। इसके लिए यहां स्थानीय लोगों को अपने यहां मड हाउस या हट बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है ताकि पर्यटकों को कुछ अलग अनुभव हो सके। इन सभी स्थानों पर थीमेटिक पेंटिंग होगी, स्थानीय खानपान और स्थानीय संस्कृति को भी यहां संरक्षित किया जाएगा । पर्यटक भी यहां स्टे करने के दौरान स्थानीय ग्रामीण क्राफ्ट का हिस्सा बन सके ऐसी उनकी कोशिश है।

Continue Reading

Trending