Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

दीपों से दिव्य और भावनाओं से भव्य अयोध्या ने बनाया नया रिकॉर्ड

Published

on

Loading

अयोध्या| 500 वर्ष बाद मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के अपने महल में विराजमान होने के उपरांत अयोध्या ने दो नए रिकॉर्ड बनाए। नया कीर्तिमान बनाते हुए दीपोत्सव 2024 में 25,12,585 (25 लाख, 12 हजार 5 सौ पचासी) दीप प्रज्ज्वलित किए गए। पिछले वर्ष 2023 में 22.23 लाख दीप प्रज्ज्वलित किए गए थे। वहीं दूसरा रिकॉर्ड सरयू आरती का रहा, जहां एक साथ 1121 वेदाचार्यों ने हिस्सा लिया। यह अनूठा रिकॉर्ड योगी सरकार ने पहली बार हासिल किया है। ड्रोन से की गई दीपों की गणना के उपरांत दीपोत्सव ने नया कीर्तिमान गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अयोध्या के प्रति प्रतिबद्धता ने एक बार फिर रामनगरी को वैश्विक रिकॉर्ड सूची में दर्ज कराया है।

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधियों ने उत्तर प्रदेश सरकार के इस ‘भव्य दीपोत्सव’ को देखा और अंततः एक साथ एक स्थान पर इतनी बड़ी संख्या में दीप प्रज्ज्वलन को विश्व कीर्तिमान का दर्जा दिया। कीर्तिमान रचने में योगी सरकार के नेतृत्व में राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय व इससे जुड़े महाविद्यालयों के शिक्षक, इंटर कॉलेजों के शिक्षक व छात्रों, स्वयंसेवी संस्थाओं, साधु-संतों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों , स्थानीय प्रशासन, पर्यटन-संस्कृति मंत्रालय आदि की भी बड़ी भूमिका रही। दीप प्रज्ज्वलन का नियत समय शुरू होते ही ‘श्री राम जय राम जय जय राम’ के जयघोष के साथ एक-एक कर 25 लाख 12 हजार 585 दीप जलाए गए। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधियों द्वारा कीर्तिमान रचने की घोषणा के साथ ही पूरी अयोध्या ‘जय श्री राम’ के उद्घोष से गुंजायमान हो उठी।

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधि की ओर से ड्रोन की गणना के उपरांत यह जानकारी दी गई। इससे पहले विगत वर्ष भी दीप प्रज्ज्वजन का कीर्तिमान रचा गया था। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की ओर से प्रमाण पत्र सौंपे जाने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समूची अयोध्या, प्रदेशवासियों व देशवासियों का अभिवादन किया। इस अविस्मरणीय, अद्भुत उपलब्धि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी को शुभकामनाएं दीं।

हर दिल में फिर उतरे योगी

2017 में दीपोत्सव के सृजनकर्ता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ फिर हर दिल में उतर गए। अयोध्या से अपनी गोरक्षपीठ के प्रगाढ़ रिश्तों को मूर्त रूप देते हुए मुख्यमंत्री ने इसे अनवरत जारी रखा। सीएम योगी के पहले और दूसरे कार्यकाल में दीपोत्सव का यह आयोजन समृद्ध से समृद्धतम होता रहा तो दीपों से दिव्य और भावनाओं से भव्य अयोध्या ने योगी को फिर हर दिल में बैठा लिया।

वर्ष दर वर्ष बढ़ती गई समृद्धि

2017 में अयोध्या में 1.71 लाख, 2018 में 3.01 लाख, 2019 में 4.04 लाख, 2020 में 6.06 लाख व 2021 में 9.41 लाख, 2022 में 15.76 लाख, 2023में 22.23 लाख दीप प्रज्ज्वलित कर रिकॉर्ड बना। इस बार 25.12 लाख से अधिक दीप प्रज्जवलित किया गया। योगी सरकार में हर वर्ष बढ़ते दीपों के साथ प्रदेश व देश की समृद्धि बढ़ती गई।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

अतुल सुभाष सुसाइड केस: गिरफ्तार हो सकती हैं पत्नी और सास, पुलिस ने घर पर नोटिस चस्पा किया

Published

on

Loading

बेंगलुरु। अतुल सुभाष सुसाइड केस में उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया गिरफ्तार हो सकती हैं। छानबीन के लिए जौनपुर में निकिता के घर पहुंची जहां पुलिस को ताला लटका मिला। बता दें कि निशा और उनका बेटा अनुराग एक दिन पहले ही घर बंद कर अंधेरे में निकल गए थे. फिलहाल पुलिस ने घर पर नोटिस चस्पा कर दिया है। नोटिस जारी करने के तीन दिन के भीतर दोनों को पूछताछ के लिए पेश होने को कहा गया है। इससे पहले अतुल के भाई की शिकायत के आधार पर कर्नाटक पुलिस निकिता की मां, भाई और अंकल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर चुकी है। हालांकि, परिवार बीती रात से फरार है।

इससे पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया था, जिसमें निकिता के परिवारवाले मीडिया को धमकाते हुए नजर आए थे। परिवारवाले मीडियाकर्मियों से कह रहे थे कि वो बिना अपने वकील के परामर्श इस विषय पर किसी भी प्रकार की टिप्पण नहीं करेंगे। अतुल सुभाष ने अपने सुसाइड नोट में इन चारों के खिलाफ मानसिक रूप से प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया था।

बता दें कि आत्महत्या से पहले अतुल सुभाष ने 24 पन्नों का सुसाइड नोट और 81 मिनट का वीडियो जारी किया था। इसमें उन्होंने ससुराल वालों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था। वहीं, निकिता की मां ने अतुल के सभी आरोपों को खारिज कर कहा कि उन्होंने सिर्फ अपनी कुंठा जाहिर करने के लिए उनके परिवार पर इस तरह के गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें बिल्कुल भी सच्चाई नहीं है।

फिलहाल, पुलिस इस मामले में संलिप्त सभी आरोपियों की तलाश कर रही है। अतुल सुभाष के भाई विकास ने बुधवार को कहा था, “मैं चाहता हूं कि मेरे भाई को इंसाफ मिले। मैं चाहता हूं कि इस देश में एक ऐसी न्यायिक व्यवस्था स्थापित की जाए, जिससे पुरुषों को इंसाफ मिल सके। मैं उन लोगों के खिलाफ विधिक कार्रवाई करना चाहता हूं, जो इस देश में विधिक पद पर बैठे हुए हैं और भ्रष्टाचार कर रहे हैं। अगर यह लोग इसी तरह से भ्रष्टाचार करते रहे, तो कभी-भी किसी को इंसाफ नहीं मिलेगा।”

 

Continue Reading

Trending