खेल-कूद
बृजभूषण शरण सिंह के बेटे करनभूषण बने उप्र कुश्ती संघ के अध्यक्ष, नई कमेटी हुई गठित
गोंडा। भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष व कैसरगंज के भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के बेटे करनभूषण सिंह को रविवार को उप्र कुश्ती संघ का अध्यक्ष चुना गया। करन इससे पूर्व भारतीय कुश्ती महासंघ में वरिष्ठ उपाध्यक्ष रह चुके हैं।
बता दें कि प्रदेश कुश्ती संघ की कमान अब तक बृजभूषण के ही हाथ थी। उप्र के नवाबगंज के नंदिनीनगर स्थित कुश्ती प्रशिक्षण केंद्र में भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के निलंबित अध्यक्ष संजय सिंह की अगुवाई में वार्षिक आम बैठक (AGM) हुई।
इस दौरान सेवानिवृत्त न्यायाधीश अनिल कुमार सिंह की देख-रेख में उप्र कुश्ती संघ की चुनावी प्रकिया संपन्न हुई। बतौर पर्यवेक्षक ओलंपिक एसोसिएशन के प्रतिनिधि परमेंद्र सिंह एवं डब्ल्यूएफआई के प्रतिनिधि एसपी देशवाल मौजूद रहे।
उप्र कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद के लिए करनभूषण सिंह का नाम प्रस्तावित किया गया। सर्वसम्मति से उन्हें अध्यक्ष चुना गया। इसके साथ ही सुरेशचंद्र उपाध्याय को महासचिव, संजय सिंह को वरिष्ठ उपाध्यक्ष, विजय शंकर यादव, जयप्रकाश शर्मा, सुशील राजपूत, आदित्य प्रताप, आनंद देव उपाध्याय एवं चंद्रविजय सिंह को संयुक्त सचिव चुना गया। अखंड प्रताप सिंह कोषाध्यक्ष चुने गए।
खेल-कूद
पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन की मुश्किलें बढ़ीं, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी का समन
नई दिल्ली। पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय की ओर से उन्हें समन भेजा गया है। इस समय के साथ ही उन्हें तलब होने को भी कहा गया है।
मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है मामला
मोहम्मद अजहरुद्दीन को जारी किया गया यह पहला समन है, जिसके तहत उन्हें केंद्रीय एजेंसी के सामने पेश होना है। जानकारी के मुताबिक, यह मामला हैदराबाद के उप्पल में राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम के लिए डीजल जनरेटर, फायर ब्रिगेड सिस्टम और कैनोपी के खरीद के लिए अलॉट किए गए 20 करोड़ रुपये की कथित हेराफेरी से जुड़ा हुआ है। इसी मामले में ईडी जांच कर रही है और मोहम्मद अजहरुद्दीन को आज पूछताछ के लिए बुलाया है।
पिछले साल की थी छापेमारी
बता दें कि पिछले साल केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में तेलंगाना के 9 जगहों पर छापेमारी की थी, इसमें एचसीए के पूर्व पदाधिकारियों गद्दाम विनोद, शिवलाल यादव और अरशद आयूब के घर भी शामिल थे। इस छापेमारी में ईडी के हाथ कई जरूर डाक्यूमेंट लगे थे।
जानकारी के मुताबिक, ईडी की जांच हैदराबाद की एसीबी द्वारा दर्ज की गई तीन एफआईआर पर बेस्ड है, जिसमें खरीद प्रक्रियाओं में गंभीर अनियमितताओं, कार्यों में देरी और एचसीए को हुए नुकसान का जिक्र है। चार्जशीट में यह भी बताया गया कि एससीए के पदाधिकारियों ने निजी पार्टियों के साथ मिलकर बढ़ी हुई दरों पर टेंडर दिए, काम पूरा हुए बिना अग्रिम भुगतान किया। साथ ही बड़े मूल्य के नकद लेनदेन में भी लगे रहे।
-
लाइफ स्टाइल3 days ago
इन आयुर्वेदिक उपायों से बिना एक्सरसाइज भी कम कर सकते हैं वजन
-
ऑफ़बीट2 days ago
Gandhi Jayanti 2024 : भारतीय नोटों पर कैसे छपी गांधी जी की तस्वीरें किसने और कब खींची थी फोटो, जाने कुछ अनसुने किस्से
-
आध्यात्म23 hours ago
नवरात्रि में करें इस मंत्र का जाप, हर मनोकामना होगी पूरी
-
नेशनल3 days ago
हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले डेरा सच्चा प्रमुख राम रहीम को मिली पैरोल
-
ऑफ़बीट3 days ago
UPI ने बनाया नया रिकार्ड, सितंबर में लोगों ने कर डाले 20 लाख करोड़ से अधिक के लेनदेन
-
नेशनल3 days ago
सुप्रीम कोर्ट ने मजदूर के बेटे को दिलाया IIT में एडमिशन, कहा- प्रतिभाशाली छात्र को मझधार में नहीं छोड़ सकते
-
अन्तर्राष्ट्रीय3 days ago
थाईलैंड में दर्दनाक हादसा, स्कूली बस में आग से 25 बच्चों की मौत, बढ़ सकती है मृतकों की संख्या
-
उत्तर प्रदेश3 days ago
वाराणसी में साईं बाबा की प्रतिमा को लेकर विवाद, सभी मंदिरों से हटाई जाएंगी मूर्तियां