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उत्तर प्रदेश

खुर्जा औद्योगिक टाउनशिप से बुलंदशहर के ओडीओपी उत्पाद को मिलेगी वैश्विक पहचान

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लखनऊ/बुलंदशहर | योगी सरकार प्रदेश के छोटे जिलों को भी विकास से जोड़ने के लिए विशेष प्रयास कर रही है। इन शहरों का महायोजना-31 के तहत विस्तार किया जा रहा है ताकि यह भी प्रदेश को ‘वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी’ बनाने में अपनी भूमिका अदा कर सकें। इसी के तहत योगी सरकार ने जेवर एयरपोर्ट से महज 18 किलोमीटर की दूरी पर बुलंदशहर में खुर्जा औद्योगिक टाउनशिप को लॉन्च किया है। इसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 11 नवंबर से शुरू हो जाएगी। सीएम योगी की पहल से बुलंदशहर के ओडीओपी उत्पाद को वैश्विक स्तर पर न केवल पहचान मिलेगी, बल्कि उद्यमियों को भी विश्व पटल पर नया आयाम मिलेगा। बुलंदशहर महायोजना-31 के तहत 80 एकड़ के टाउनशिप में उद्यमियों को वेयर हाउस, वर्कशॉप, कम्यूनिटी सेंटर, नर्सिंग होम, डे केयर सेंटर, धर्मकांटा और बोर्डिंग लॉज जैसी आधुनिक सुविधाएं मिलेगी। इसके लिए योगी सरकार ने 430 करोड़ रुपये खर्च किये हैं जबकि इससे प्राधिकरण को 25 करोड़ से अधिक का मुनाफा होगा।

आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी 80 एकड़ में फैली खुर्जा औद्योगिक टाउनशिप

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुछ माह पहले ही महायोजना-31 के तहत बुलंदशहर-खुर्जा महायोजना-31 को हरी झंडी दी थी। इसी के बाद बुलंदशहर के विस्तार पर काम शुरू हो गया था। इसी क्रम में सीएम योगी की मंशा के अनुरुप इंटरनेशल जेवर एयरपोर्ट से महज 18 किलोमीटर की दूरी पर बड़े उद्यमियों और ओडीओपी उत्पाद के छोटे उद्यमियों के लिए 80 एकड़ में हाईटेक खुर्जा औद्योगिक टाउनशिप को लांच किया गया है। बुलंदशहर खुर्जा विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष डॉ. अंकुर लाठर ने बताया कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुलंदशहर महायोजना-31 के प्रपोजल को अप्रूव करते हुए जल्द औद्योगिक टाउनशिप योजना को लॉन्च करने के निर्देश दिये थे। इसी क्रम में इसे लाॉन्च किया गया है। यह योजना जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से महज 18 किलोमीटर की दूरी पर दिल्ली-अलीगढ़ जीटी रोड पर है। उन्होंने बताया कि योजना में 82 प्लॉट इंस्ट्रियल के हैं, जो 500 वर्ग मीटर से 3500 वर्ग मीटर के हैं जबकि 9 प्लॉट वेयर हाउस के हैं। यह 5 हजार वर्ग मीटर के हैं। इनकी कीमत 20 हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर रखी गयी है। वहीं, 12 प्लॉट कॉमर्शियल हैं, जिनका एरिया 300 वर्ग मीटर से लेकर 2500 वर्ग मीटर का है। इनकी कीमत 40 हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर रखी गयी है।

ओडीओपी उद्यमियों और महिला उद्यमियों के लिए 10 प्रतिशत प्लॉट आरक्षित

वीसी ने बताया कि टाउनशिप को उद्यमियों की जरूरत के अनुसार तैयार किया गया है। यहां पर उन्हें सभी हाइटेक सुविधाएं मिलेंगी। ऐसे में, यहां पर 700 वर्ग मीटर में एक वर्कशॉप, 1800 वर्ग मीटर में कम्यूनिटी सेंटर, साढ़े आठ सौ वर्ग मीटर में एक बोर्डिंग लॉज, 800 वर्ग मीटर में एक नर्सिंग होम, साढ़े आठ सौ वर्ग मीटर में एक धर्मकांटा और करीब 600 वर्ग मीटर में डे केयर सेंटर/क्रैच की स्थापना की जाएगी। इसके अलावा, इलेक्ट्रिक सब स्टेशन, पुलिस चौकी, टॉयलेट ब्लॉक, एसटीपी, फायर स्टेशन और कूड़ा घर की स्थापना की जाएगी। वहीं, पर्यावरण का विशेष ध्यान रखते हुए 1200 वर्ग मीटर से अधिक एरिया में ग्रीन बेल्ट को विकसित किया जाएगा। वीसी डॉ. अंकुर लाठर ने बताया कि इच्छुक उद्यमी 11 नवंबर से योजना के तहत रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे, जो 30 नवंबर तक जारी रहेगा। उन्हाेंने बताया कि सीएम योगी की मंशा के अनुरूप टाउनशिप में बुलंदशहर के ओडीओपी उत्पाद के उद्यमियों (इलेक्ट्रिक इंसोलेटर, पॉटरी, चीनी) और महिला उद्यमियों के लिए 10 प्रतिशत प्लॉट आरक्षित किये गये हैं।

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उत्तर प्रदेश

महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी

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प्रयागराज | महाकुंभ 2025 के वृहद आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी कर रही है। दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम में परिंदा भी पर न मार सके, इसके लिहाज से स्वास्थ्य कर्मियों के साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमें मिलकर काम कर रही हैं। महाकुंभ से पहले केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर प्रॉब्लम से निपटने के लिए भी टीम को तैयार कर लिए जाने की योजना है। इसके लिए बाकायदा कर्मचारियों को हर आपदा से निपटने की विधिवत ट्रेनिंग दी जाएगी। यही नहीं योगी सरकार के निर्देश पर श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए भी प्रयागराज के अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अपग्रेड करने में लगे हैं।

श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट की भी व्यवस्था

संयुक्त निदेशक (चिकित्सा स्वास्थ्य) प्रयागराज वीके मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ के दौरान स्वास्थ्य विभाग सभी इंतजाम पुख्ता करने में जुटा है। इसके तहत कर्मचारियों को महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की ट्रेनिंग दी जाएगी। महाकुंभ में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए टीबी सप्रू और स्वरूपरानी अस्पताल को तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम के साथ स्वास्थ्य कर्मियों के मिलकर काम करने की योजना बनाई गई है। सनातन धर्म के सबसे बड़े आयोजन के दौरान हर एक श्रद्धालु को केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर संबंधी हर प्रॉब्लम से सुरक्षित रखने के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।

अनुभवी चिकित्सकों की ही तैनाती

महाकुंभ के दौरान देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की देखरेख के लिए 291 एमबीबीएस व स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैनाती रहेगी। इसके अलावा 90 आयुर्वेदिक और यूनानी विशेषज्ञ भी इस अभियान में सहयोग के लिए मौजूद रहेंगे। साथ ही 182 स्टॉफ नर्स इन चिकित्सकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जरूरतमंदों के स्वास्थ्य की देखभाल करेंगी। इस प्रक्रिया में ज्यादातर अनुभवी चिकित्सकों को ही महाकुंभ के दौरान तैनाती दी जा रही है।

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