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उत्तर प्रदेश

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में चली गोलियां, दो घायल

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अलीगढ़। जिसको हम शिक्षा का मंदिर कहते है अब वो जगह भी सुरक्षित नहीं है। मंगलवार को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में फायरिंग का मामला सामने आया है। यहां कैम्पस में घुसे दो युवकों ने फायरिंग कर डर का माहौल पैदा कर दिया। फायरिंग में 2 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। जिस समय ये वारदात हुई कैंपस में अच्छी खासी भीड़ थी। जिसके बाद दोनों युवकों को लोगों ने पकड़ लिया। बताया जा रहा है कि कैंटीन संचालक ने उन्हें हफ्ता देने से मना कर दिया था। उसे डराने के लिए ही उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया।

इससे पहले भी हो चुकी है फायरिंग

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) में गोलीबारी का मामला 2018 में भी सामने आया था। तब कैंपस के आरएम हॉल में फायरिंग हुई थी। इस घटना में दो छात्र घायल हुए थे. दोनों घायल छात्र सगे भाई थे। पीड़ित पक्ष की तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज किया था। बताया गया था कि कुछ दबंग छात्र अन्य छात्रों से तीन लाख रुपये रंगदारी मांग रहे थे। जब रंगदारी देने से मना किया तो दबंगों ने छात्रों पर चाकू और तमंचे की बट से हमला कर दिया था। आरोप यह भी लगा था कि दबंग छात्र जबरन कुछ छात्रों को जिन्ना प्रकरण को लेकर चल रहे धरने पर बिठाना चाहते थे। मना करने पर उन्होंने पीड़ितों को गोली मार दी थी।

उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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