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उत्तर प्रदेश

अंडरपास में भरे पानी में उतार दी कार, गेट लॉक होने से HDFC बैंक के मैनेजर और कैशियर की मौत

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फरीदाबाद। हरियाणा के फरीदाबाद में दर्दनाक हादसा हुआ है। ओल्ड फरीदाबाद में अंडरपास में भरे पानी में कार के डूब जाने से उसमें सवार HDFC बैंक के मैनेजर और कैशियर की दर्दनाक मौत हो गई। मृतकों की पहचान पुण्यश्रेय शर्मा और विराज द्विवेदी के रूप में हुई है। मृतक पुण्यश्रेय शर्मा गुरुग्राम सेक्टर 31 बैंक की शाखा में मैनेजर थे और विराज द्विवेदी यहीं कैशियर थे। ये हादसा गुरुग्राम से लौटते समय हुआ।

मिली जानकारी के मुताबिक, पानी ज्यादा भरने से गाड़ी लॉक हो गई और ये हादसा हो गया। खबर ये भी है कि पुलिस के मना करने के बावजूद बैंक मैनेजर ने गाड़ी को अंडरपास में उतारा। जिसका खामियाजा उन्हें अपनी जान देकर भुगतना पड़ा। मृतकों के साथ बैंक में काम करने वाले बैंक कर्मचारी आदित्य ने बताया कि गुरुग्राम के सेक्टर 31 में एचडीएफसी की शाखा में विराज द्विवेदी बतौर कैशियर के रूप में कार्यरत थे और पुण्यश्रेय शर्मा बैंक के मैनेजर थे और बैंक यूनियन के प्रेसिडेंट भी थे।

आदित्य ने बताया कि कल दिन भर बारिश हुई थी। इस वजह से विराज द्विवेदी उन्हें बैंक मैनेजर की एक्सयूवी 700 गाड़ी से छोड़ने के लिए आ रहे थे। विराज को बैंक मैनेजर पुण्यश्रेय शर्मा के घर रुकना था और सुबह उन्हें किसी काम से दिल्ली निकलना था, लेकिन जैसे ही वह ओल्ड फरीदाबाद रेलवे अंडर ब्रिज के पास आए, तो उसके नीचे काफी पानी भरा हुआ था, जहां पर कोई भी बैरिकेड्स नहीं लगी हुई थी।

उन्होंने कार आगे बढ़ाई और उन्हें बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि पानी में कार डूब जाएगी। वह जैसे ही रेलवे अंडर ब्रिज के नीचे गए, उनकी कार में पानी भरने लगा। उन्होंने कार से निकलने की कोशिश की, लेकिन पानी ज्यादा होने की वजह से वह निकल नहीं पाए और कार का दरवाजा भी लॉक हो गया, जिसके चलते उनकी दर्दनाक मौत हो गई।

स्थानीय लोगों का कहना है कि जब से पुल बना है, तभी से यहां भारी भरने की समस्या है और ये कई दिनों तक भरा रहता है। हर बारिश में ये बात आम हो गई है। लोगों का कहना है कि अंडरपास पर किसी तरह की बैरीकेटिंग नहीं लगी थी। कहा जा रहा है कि गाड़ी चलाने वाले लोगों को इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि उनकी गाड़ी डूब जाएगी। पुलिस का कहना है कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।

उत्तर प्रदेश

दीपोत्सव में झारखंड से दीप जलाने पहुंचेंगे 150 आदिवासी

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अयोध्या। योगी सरकार के आठवें दीपोत्सव को लेकर तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। प्रशासनिक खेमे के अलावा डॉ राम मनोहर लोहिया विवि ने भी इस दिशा में युद्धस्तर पर कार्य शुरू कर दिया है। इस बार दीपोत्सव कुछ खास ही होने वाला है। इसमें झारखंड के 150 आदिवासी भी दीप जलाने के लिए पहुंच रहे हैं। यह आदिवासी स्वयंसेवक के रूप में घाटों पर जुटेंगे। उल्लेखनीय है कि अयोध्या में 2017 से राम की पैड़ी पर दीपोत्सव की शुरुआत हुई थी। उसके बाद से यहां दीपोत्कीसव के जरिए प्रतिवर्ष नए कीर्तिमान स्थापित हो रहे हैं। ऐसे में, इस बार मुख्यमंत्री ने 25 लाख दीये जलाने का ऐलान किया है जिसके लिए 28 लाख दीपों को सरयू नदी के किनारे तटों पर बिछाया जाएगा। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद अयोध्या नगरी को सजाने के काम शुरू कर दिया गया है।

10 हजार स्थानीय नागरिकों को भी मिलेगा मौका

राम की पैड़ी पर इस बार स्थानीय नागरिकों को भी शामिल करने की योजना बनाई गई है। इसके लिए वहां पर चौड़े-चौड़े पलेटफॉर्म वाली सीढियां बनाई जा रही हैं, जो बिल्कुल स्टेडियम की तरह है।

बढ़ाई गई घाटों की संख्या, 51 से हुए 55

इस बार दीयो की संख्या बढ़ते ही घाटों की संख्या बढ़ा दी गई है। 51 से 55 कर दिया गया है। चौधरी चरण सिंह व भजन संध्या स्थल व अन्य घाटों को दीप जलाने के लिए शामिल किया गया है। वहीं 90 हजार लीटर सरसो के तेल के प्रयोग होने की बात बताई जा रही है।

40 लाख रुई बाती का होगा इस्तेमाल

दीपोत्सव में दीयो की संख्या बढ़ते ही रुई की बाती का इंतजाम भी किया जाने लगा है। बताया जाता है 40 लाख रुई की बाती लगेगी। स्वयंसेवक 25 से राम की पैड़ी के घाटों पर दीये बिछाने का कार्य शुरू कर देंगे।

और भी भव्य होगा दीपोत्सव

दीपोत्सव के नोडल अधिकारी डॉ एसएस मिश्र ने बताया हमारी तैयारियां तेजी से चल रही है। इस बार श्री राम भव्य महल में विराजमान हुए हैं। इसलिए दीपोत्सव को और भी भव्य तरीके से मनाया जाएगा।

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