Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

खेल-कूद

33 साल के हुए पुजारा, इसलिए कहा जाता है टीम इंडिया की ‘नई दीवार’

Published

on

Loading

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम की नई दीवार चेतेश्वर पुजारा आज यानी 25 जनवरी 2021 को अपना 33वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनका जन्म गुजरात के राजकोट हुआ था। 81 टेस्ट मैच में पुजारा के नाम 6111 रन दर्ज हैं।

206 के सर्वोच्च स्कोर के साथ तीन दोहरे शतक, 18 शतक और 28 अर्धशतक लगा चुके चेतेश्वर को वन-डे क्रिकेट में ज्यादा मौके नहीं मिले, उनके नाम 5 एकदिवसीय मैच में में 51 रन दर्ज है।

पुजारा को टेस्ट क्रिकेट की नई दीवार कहा जाता है ऐसा इसलिए है  क्योंकि टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए एक पारी में सबसे ज्यादा गेंदों का सामना चेतेश्वर पुजारा ने ही किया है। चेतेश्वर पुजारा भारत के एकमात्र क्रिकेटर हैं, जिन्होंने टेस्ट मैच की एक पारी में 500 से ज्यादा खेली हैं।

 

खेल-कूद

पाकिस्तान के पूर्व स्टार ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी के बिगड़े बोल, भारत को लेकर कही बड़ी बात

Published

on

Loading

नई दिल्ली। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का आयोजन पाकिस्तान की धरती पर होना है। लेकिन बीसीसीआई ने वहां टीम भेजने से मना कर दिया है और हाइब्रिड मॉडल मांग की। जिसे पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने सिरे से नकार दिया था। फिर रिपोर्ट्स आईं कि आईसीसी ने पीसीबी को या तो हाइब्रिड मॉडल मानने या चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर रहने का अल्टीमेटम दिया।

इस दौरान आईसीसी ने बीसीसीआई और पीसीबी के अधिकारियों के साथ कई बैठकें की, जिनमें पीसीबी हाइब्रिड मॉडल पर राजी है। लेकिन उसने यह शर्त भी रख दी है कि उसके लिए भी भारत में होने वाले टूर्नामेंट्स के लिए हाइब्रिड मॉडल लागू होगा। जो बीसीसीआई को मंजूर नहीं है। इसी वजह से चैंपियंस ट्रॉफी का शेड्यूल अभी तक नहीं आ पाया है। अब इस पर शाहिद अफरीदी ने अपनी राय रखी है।

अफरीदी ने कराची कला परिषद में आयोजित उर्दू सम्मेलन में पीसीबी से भारत के साथ क्रिकेट संबंधों पर कड़ा रुख अपनाने की वकालत करने हुए कहा कि पाकिस्तान को मजबूत निर्णय लेने के लिए आत्मनिर्भर बनना होगा। भारत अगर पाकिस्तान में आकर नहीं खेल सकता है तो हमारे लिए भारत में जाकर खेलने का कोई कारण नहीं है।

अफरीदी ने ICC को भी दी सलाह

शाहिद अफरीदी ने कहा कि जब तक भारत अपनी टीम को पाकिस्तान भेजने पर सहमत नहीं हो जाता तब तक वह आईसीसी टूर्नामेंट सहित किसी भी क्रिकेट प्रतियोगिता के लिए राष्ट्रीय टीम को भारत भेजने से परहेज करे। उन्होंने कहा कि आईसीसी को भी अब यह तय करना है कि क्या वह सिर्फ पैसा कमाना चाहता है या प्रत्येक सदस्य देश को क्रिकेट खेलने का मौका सुनिश्चित करके अपनी जिम्मेदारी निभाएगा।

Continue Reading

Trending