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प्रादेशिक

सीएम नायब सिंह सैनी ने जनसंपर्क लोकप्रियता में पूर्व मुख्यमंत्रियों को पछाड़ा

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चंडीगढ़। देश की राजनीति में मोबाइल मुख्यमंत्री के नाम से पहचान बनाते जा रहे हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी अब प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्रियों को राजनीतिक रूप से पछाड़ते हुए उनकी राजनीतिक विरासत को सहेजने का कार्य कर रहे हैं। पहले से ही खुद को आम जनता के बीच रखने वाले नायब सिंह सैनी जहां प्रदेश में अपने दौरे के दौरान कहीं पर भी काफिला रुकवाकर जनता से मिलकर उनका हालचाल और समस्याएं सुनते हैं। वहीं, आमजन की तकलीफ को दूर करने और उनसे जुड़ाव को बरकरार रखने के लिए नायब सैनी ने मुख्यमंत्री बनते ही अपने सरकारी आवास के दरवाजे 24 घंटे आमजन के लिए खोल दिए थे। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने उनसे मिलने के लिए आने वाले व्यक्ति को किसी प्रकार की दिक्कत ना हो, इसके लिए अपने सभी नंबर सार्वजनिक किए हुए है। इसके अलावा चंडीगढ़ के अलावा करनाल, कुरुक्षेत्र और लाडवा में भी नंबर जारी किए है, जिससे प्रदेश का कोई भी आम व्यक्ति उन नंबरों पर संपर्क कर उनसे मिलने का समय और स्थान निर्धारित कर सके, जिससे किसी भी व्यक्ति को मुख्यमंत्री से मिलने में आने वाली दिक्कत दूर हो सके।

गांव वासियों के अनुसार होगा विकास

जनता की ज्यादा से ज्यादा समस्याओं को जल्द से जल्द दूर करने के कार्य में जुटे नायब सिंह सैनी ने अब इसे लेकर नए निर्देश जारी किए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर सरकार की ओर से आदेश जारी किए गए हैं कि हरियाणा में जनता की शिकायतों को दूर करने के लिए अब हर जिले के डीसी और एसपी हर सप्ताह समन्वय बैठक करेंगे। इसके अलावा सभी डीसी और एसपी महीने में एक दिन गांव में रात्रि ठहराव कर ग्रामीणों से चर्चा कर उनकी समस्याएं सुनेंगे। साथ ही उन समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान करना होगा। इसके अलावा गांव वासियों की शिकायत और समस्याओं के आधार पर ही वहां के विकास की रुपरेखा बनाई जाएगी। सभी डीसी और एसपी गांव में अपने रात्रि ठहराव की मासिक रिपोर्ट भी मुख्य सचिव कार्यालय को भेजेंगे।

प्रदेश को विकास के रास्ते पर आगे ले जाने की मुहिम में जुटे नायब सिंह सैनी रोजाना रात में सोने से पहले प्रदेश के डीसी और एसपी को फोन कर खुद वहां की विस्तृत रिपोर्ट लेते हैं। इसके बाद वह संबंधित अधिकारी को अपने दिशा निर्देश जारी करते हैं।

पुराने मुख्यमंत्रियों को राजनीतिक रूप से पछाड़ रहे सैनी

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्रियों में चौधरी भजनलाल और बंसीलाल हो या फिर चाहे ओम प्रकाश चौटाला का शासन हो। इनके राज में भी अधिकारियों को एक दिन रात के समय गांवों में रुकने के आदेश जारी किए गए थे। इतना ही नहीं यह सभी मुख्यमंत्री भी अपने-अपने हिसाब से रोजाना रात में प्रदेश के अधिकारियों से फोन पर बात कर उस क्षेत्र की स्थिति और विकास कार्यों की समीक्षा भी करते थे। अब मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी इसी कदम पर आगे बढ़ रहे हैं। जनता के बीच सरकार की योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा लाभ पहुंचाने के मकसद से नायब सैनी ने जहां अधिकारियों को महीने में एक दिन रात के समय गांव में रुकने के निर्देश जारी किए हैं। वहीं, गांवों के विकास की रुपरेखा भी वहां के लोगों से बातचीत कर बनाने को भी कहा है। ऐसे करके जहां मुख्यमंत्री के रूप में नायब सैनी कहीं ना कहीं पूर्व मुख्यमंत्रियों को राजनीतिक रूप से पछडाने का कार्य कर रहे हैं।

 

 

 

 

 

 

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उत्तर प्रदेश

संक्रमित व्यक्ति का उपचार संभव है, लेकिन संक्रमित सोच का उपचार नहीं: मुख्यमंत्री योगी

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लखनऊ। विधानसभा बजट सत्र के दूसरे दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुम्भ को लेकर विपक्ष के आरोपों पर करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष निरंतर महाकुम्भ के आयोजन को लेकर दुष्प्रचार कर रहा है, जबकि यह आयोजन सनातन संस्कृति का गौरव है। सीएम योगी ने विपक्ष के बयानों को सदन में पढ़कर सुनाया और उन्हें कठघरे में खड़ा किया। सीएम योगी ने कहा कि उनकी सरकार महाकुम्भ को ऐतिहासिक बनाने के लिए कृतसंकल्प है। विपक्ष की आलोचनाओं को दरकिनार करते हुए उन्होंने साफ कहा कि यह आयोजन सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति का गौरव है और इसे भव्य रूप से मनाने में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी।

विपक्ष की भाषा सभ्य समाज के अनुकूल नहीं- सीएम योगी

सीएम योगी ने कहा कि विपक्ष जिस भाषा का प्रयोग कर रहा है, वह किसी भी सभ्य समाज को शोभा नहीं देती। उन्होंने समाजवादी पार्टी और अन्य विपक्षी दलों के नेताओं पर तीखा हमला करते हुए कहा कि ये लोग महाकुम्भ जैसे आयोजन की भव्यता पर सवाल उठाते हैं और समाज में भ्रम फैलाने का प्रयास करते हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष पहले दिन से ही महाकुम्भ का विरोध कर रहा है। अगर वे वास्तव में जनता के हितैषी होते तो इस आयोजन पर चर्चा के लिए सदन में उपस्थित रहते, लेकिन उन्होंने सदन को बाधित किया। जैसे ही महाकुम्भ शुरू हुआ, इन्होंने अफवाहें फैलाना शुरू कर दिया।

महाकुम्भ पर दुष्प्रचार और झूठी अफवाह फैला रहा विपक्ष- सीएम योगी

सीएम योगी ने कहा कि विपक्ष के नेता अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने महाकुम्भ को लेकर कई गलत तथ्य प्रस्तुत किए और इसे धन की बर्बादी तक करार दिया। उन्होंने विपक्ष के नेताओं के सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट किए गए बयानों का जिक्र करते हुए कहा कि यह उनके संस्कार और मानसिकता को दर्शाता है। सीएम योगी ने कहा कि किसी भी सभ्य समिति के लिए वह भाषा शोभा नहीं देती है। आप लोगों के अपने संस्कार हो सकते हैं, आप लोगों का अपना व्यवहार हो सकता है, लेकिन कोई सभ्य समाज और कोई सभ्य समिति कभी भी उसको मानता नहीं दे सकती है उन्होंने कहा कि महाकुम्भ कोई नया आयोजन नहीं है, बल्कि यह वैदिक परंपरा से चला आ रहा है। ऋग्वेद, अथर्ववेद और श्रीमद्भागवत महापुराण में भी इसका उल्लेख है। यह आयोजन भारतीय संस्कृति की आत्मा है और इसे संकीर्ण राजनीतिक नजरिए से देखना अनुचित है। सीएम योगी ने कहा कि जैसे ही महाकुम्भ का आयोजन शुरू हुआ विपक्ष द्वारा अफवाह और दुष्प्रचार किया जाने लगा।

उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने महाकुंभ आयोजन के पहले इस बारे में कहना शुरू किया कि इतना पैसा और इतना विस्तार देने की आवश्यकता क्या है। उनका बयान है कि “हमारी सरकार से अपील है कि बहुत सारे बुजुर्ग जो 65 से 65 साल से और 70 साल से ऊपर के हैं स्नान नहीं कर पाए हैं”, उसके बाद फिर उनके बयान आए। सीएम योगी ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान के साथ-साथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के भगदड़ में हजारों लोग मारने वाले बयान, टीएमसी अध्यक्ष ममता बनर्जी द्वारा महाकुम्भ को मृत्युकुम्भ कहे जाने के बयान का जिक्र करते हुए उसकी आलोचना की। सीएम योगी ने कहा कि जया बच्चन कहती हैं कि शवों को गंगा में बहा दिया गया, लालू यादव कहते हैं फालतू है महाकुम्भ। इस प्रकार की गैर जिम्मेदाराना बयान समाजवादी पार्टी, कांग्रेस, आरजेडी और टीएमसी के नेताओं के द्वारा सनातन धर्म के जुड़े हुए सबसे बड़े आयोजन के प्रति दिए गए हैं।

महाकुम्भ के भव्य आयोजन के प्रति प्रतिबद्ध है सरकार- मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुम्भ को भव्य बनाने के लिए सरकार ने हरसंभव प्रयास किए हैं। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य श्रद्धालुओं को बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध कराना है। प्रयागराज महाकुम्भ में अब तक 56 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। हम इसे ऐतिहासिक बना रहे हैं और इसमें कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि जो लोग शुरू में महाकुम्भ का विरोध कर रहे थे, वे भी अब चुपचाप स्नान करने पहुंचे। उन्होंने कहा कि 2013 में जब समाजवादी पार्टी की सरकार थी, तब इनके नेताओं को प्रयागराज जाने से रोका गया था, लेकिन इस बार वे खुद वहां गए और हमारे द्वारा की गई व्यवस्थाओं की प्रशंसा भी की।

सनातन धर्म का अपमान बर्दाश्त नहीं- सीएम योगी

सीएम योगी ने कहा कि कुछ विपक्षी नेता महाकुम्भ को ‘मृत्यु कुंभ’ बताकर सनातन धर्म का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और अन्य विपक्षी दलों के नेताओं के बयानों का हवाला देते हुए कहा कि यह सनातन आस्था पर सीधा प्रहार है। उन्होंने कहा, “सनातन धर्म भारत की आत्मा है और इसका सम्मान करना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। हमारी सरकार इस परंपरा को भव्यता देने के लिए कृतसंकल्प है।” उन्होंने कहा कि सनातन धर्म की सुरक्षा ही विश्व मानवता की सुरक्षा की गारंटी है। प्रयागराज महाकुम्भ में हर जाति, मत और मजहब के लोग श्रद्धा के साथ पहुंचे हैं। जब क्रिकेटर मोहम्मद शमी तक ने स्नान किया, तो विपक्षी नेता इसका विरोध क्यों कर रहे हैं?

सीएम योगी ने अयोध्या और राम मंदिर विरोध पर भी विपक्ष को घेरा

सीएम योगी ने कहा कि विपक्ष महाकुम्भ ही नहीं, बल्कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का भी विरोध करता रहा है। उन्होंने कहा कि जब सर्वोच्च न्यायालय ने सर्वसम्मति से राम जन्मभूमि पर फैसला दिया, तब भी समाजवादी पार्टी और कांग्रेस जैसे दलों ने इसका विरोध किया था। उन्होंने कहा कि अयोध्या में रामलला विराजमान हुए, तब भी यही लोग विरोध कर रहे थे। जब हमने प्रस्ताव दिया कि सभी विधायक अयोध्या दर्शन के लिए जाएं, तब समाजवादी पार्टी ने वॉकआउट कर दिया।

डबल इंजन सरकार ने प्रदेश का परसेप्शन बदला- योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 के पहले उत्तर प्रदेश की छवि नकारात्मक थी, लेकिन डबल इंजन सरकार ने प्रदेश का परसेप्शन बदला है। उन्होंने कहा कि आज यूपी की छवि विकास, कानून व्यवस्था और संस्कृति के संरक्षण के लिए जानी जाती है। महाकुम्भ इसका एक बड़ा उदाहरण है। दुनिया हमें सम्मान की नजरों से देख रही है। उन्होंने विपक्ष को चुनौती देते हुए कहा कि जो लोग महाकुम्भ का विरोध कर रहे हैं, वे अपनी सोच बदलें। उन्होंने कहा कि संक्रमित व्यक्ति का उपचार संभव है, लेकिन संक्रमित सोच का उपचार नहीं किया जा सकता। हमें गर्व है कि यह भव्य आयोजन हमारी सरकार के नेतृत्व में हो रहा है और हम इसे पूरी निष्ठा के साथ संपन्न करेंगे।

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