Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

‘ऑल इंडिया आर्टिस्ट एसोसिएशन’ का दो दिवसीय नृत्य महोत्सव अलीगढ़ में हुआ सम्पन्न

Published

on

Loading

अलीगढ़। जनपद अलीगढ़ के एक स्थानीय नामचीन स्कूल के सभागार में आल इंडिया अर्टिस्ट एसोसिएशन शिमला के तत्वावधान में दो दिवसीय नृत्य प्रतियोगिता एवं नृत्य महोत्सव का समापन हो गया। नृत्य प्रतियोगिता एवं नृत्य महोत्सव के आयोजन को स्थानीय तौर पर ‘ऋद्धी सिद्धी क्रिएशन’ का सहयोग मिला। दो दिवसीय इस नृत्य महोत्सव का शुभारंभ प्रथम दिन माँ शारदा व प्रभू नटराज की मूर्ती के समक्ष द्वीप प्रज्जवलित कर एवं पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी एवं वारिष्ठ कलाकार व ए. आई. ए. ए. के संस्थापक सुदर्शन गौर के चित्रपट पर पुष्प अर्पण कर किया गया।

इस अवसर पर रूपहले पर्दे के काल्पनिक ‘तिवारी जी’ असली ‘भाभी जी’ का शुक्रिया अदा करते दिखे। कार्यक्रम के सफल आयोजन के बाद आयोजक रोहिताश्व गौर ने भावुक हो एक वीडियो संदेश भेजा और आयोजन के अंतिम पलों में नम आखों से बोले, “मुझे इस आयोजन को करवा कर आत्मसुख मिलता है।” उन्होंने कहा कि, “मुझे गर्व है कि मैं अपने पिताश्री द्वारा शुरू किए गए अखिल भारतीय नाट्य और डांस के इस कार्यक्रम के आयोजन को सकुशल रूप से चला पा रहा हूं। यह मेरे पिता के स्नेह एवं आशिर्वाद के बिना संभव ही नहीं। साथ ही मैं अपनी अर्धांगनी रेखा गौड़ का भी अभारी हूं। बिना उनकी सहायता के यह सब संभव नहीं हो पाता।”

दो दिवसीय ड़ांस फेस्टिवल में शहर व सूबे समेत अन्य राज्यों से आए तकरीबन 120 प्रतिभागियों समेत ए.आई.ए.ए. के बुलावे पर भारी संख्या में पहुंचे आगंतुक कलाकारों ने क्लासिकल, सेमी क्लासिकल, फोल्क, हिप हाप, क्रम्पिंग, एम जे स्टाइल व बॉलीवुड स्टाइल पर अपनी प्रस्तुतियां देकर ऑडिटोरियम में बैठे हजारों की संख्या में दर्शकों को दांतों तले उंगलियां दबाने पर मजबूर कर दिया।

गौरतलब है कि अलीगढ़ में ऐसा कार्यक्रम पहली बार आयोजित हुआ है। जिसमें अलीगढ़ की प्रतिभाओं को एक बड़ा मंच मिला और यह मंच देने का कार्य ‘आल इंडिया अर्टिस्ट एसोसिएशन’ ने ऋद्धी सिद्धी क्रिएशन के सहयोग  से किया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भारतीय नृत्य प्रतिभाओं को तराशने व एक बड़ा मुकाम दिलाने का है।

उल्लेखनीय है कि ए.आई.ए.ए. की स्थापना 1954 में सुविख्यात लेखक, रंगकर्मी स्वर्गीय सुदर्शन गौड़ ने की थी। उनका उद्देश्य था कि अमेचर रंगकर्मियों को ऐसा मंच उपलब्ध हो जहाँ कलाकार अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन व्यापक रूप से कर सके। इस संगठन में फिल्मी हस्तियों – बलराज साहनी, के. एन. सिंह, प्राण, मदन पूरी, ए. एन. अंसारी, ए. के. हंगल और भी अनेक हस्तियों ने भरपूर योगदान दिया। 63 वर्षों से ये वार्षिक प्रतियोगिता अनवर्त चली आ रही है। सन 2016 में सुदर्शन गौड़ के देहावसान के बाद इस संगठन की बागडोर उनके सुपुत्र रोहिताश्व गौड़ जो राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से स्नातक एवं फ़िल्म तथा टीवी के सुप्रसिद्ध स्टार व रेखा गौड़, सुदर्शन गौड़ की पुत्रवधू के हाथ में आई। अत्यन्त व्यस्त होने के बाद भी रोहिताश्व इस संस्था को बहुत निष्ठा और अथक रूप से चला रहे हैं।

ए.आई.ए.ए के बैनर तले ऋद्धी सिद्धी क्रिएशन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में जब कलाकार मंच पर अपनी प्रस्तुतियां देने आए तो दर्शकों ने उनका अभिवादन तालियों से किया। प्रतिभागियों की आपसी प्रतिस्पर्धा व कड़ी टक्कर के चलते दर्शकों व निर्णायक मंडल में बैठे हुए वरिष्ठजनों को अपना फैसला सुनाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। नोएडा से आई गोमती शंकर ने भरतनाट्यम पेश किया वहीं दिल्ली से आईं गरिमा पिंडारकर ने सेमी क्लासिकल से सबको मंत्रमुघ्द कर दिया।

स्थानीय कलाकारों के साथ-साथ दिल्ली, नोएडा, कोटा व मथुरा से आए कलाकारों समेत विदेश से आए बलेरिया व जोर्दानो ने भी सभी को अपनी प्रस्तुतियों पर ताली बजाने को मजबूर कर दिया। इस कार्यक्रम में निर्णायक की भूमिका में नागपुर से आईं प्रतिभा और कोलकाता से आए कुशल ने भी कार्यक्रम को खूब सराहा।

कार्यक्रम में सोलो सब जूनियर में अपूर्वा व अर्शिया ने तृतीय स्थान, कृष्णा, मानवीर व विराज ने दूसरा स्थान एवं धेर्य तिवारी व जिया ने प्रथम स्थान पाया तो वहीं सोलो जूनियर में तृतीय स्थान नमन मंडावरा दूसरा पारुल शर्मा व प्रथम कमल कुमार की झोली में गया। सोलो सीनियर केटेगरी में प्रथम पुरस्कार हिमांशू सोनी व दूसरा पुरस्कार हर्ष गोस्वामी एवं तृतीय पुरस्कार हर्ष मित्तल ने झटका। सोलो ओपन में प्रथम पुरस्कार एम जे लोकेश एवं सोनिका तो दूसरा नमन कामाख्या का रहा। डुयेट जूनियर में प्रथम जानकी व श्रृष्टी एवं डुयेट ओपन में लोकेश एवं अपूर्वा प्राथम रहे। इसके साथ ही विदेश से आए कलाकारों जोर्दानो, बलेरिया एवं उनके पती शिवकुमार को विशेष सम्मान मिला।

आल इंडिया अर्टिस्ट एसोसिएशन से आए नरेश सनातनी एवं रेखा गौर ने कार्यक्रम को बुलंदी पर पहुचाने का कार्य किया और इनका साथ देने के लिये डीवालीशीयस इलाईट इंडिया के नरेश मदान का भी कार्यक्रम को भरपूर सहयोग मिला। कार्यक्रम का कुशल संचालन कोटा से आए एंकर हेमंत व अलीगढ़ की स्थानीय एंकर प्रगती चौहान ने किया। इस आयोजन में ‘भाभी जी घर पर हैं’ में अपनी अदायकी से लोहा मनवा चुके टीवी व सिने जगत के मशहूर कलाकार रोहितश्रव गौर (तिवारी जी ) को भी शिरकत करनी थी किंतु शूटिंग के व्यस्त शेड्यूल के चलते वह इस कार्यक्रम में नहीं पहुंच सके। संभवत: अब वह कानपुर के आयोजन में अपने चाहने वालों से रूबरू होंगें।

कार्यक्रम की आयोजिका और व्यवस्थापिका के साथ-साथ मशहूर कलाकार रोहिताश्व गौड़, जो इन दिनों ‘भाभी जी घर पर हैं’ में अपनी अदायकी से लोहा मानवा रहे हैं, उनकी धर्मपत्नी रेखा गौड़ ने कार्यक्रम की समाप्ति के दौरान अपने संबोधन में कहा कि मुझे इस आयोजन का दायित्व सौंपने के लिये रोहिताश्व गौड़ का कोटि-कोटि धन्यवाद। साथ ही वह बोलीं कि, “हमारी सफलता का श्रेय हमारी पूरी टीम को जाता है, क्योंकि उनकी लगन, निष्ठा एवं कर्मठता के बिना इस ऑल इंडिया अर्टिस्ट एसोसिएशन के डांस के आयोजन को सफल बनाना असंभव ही प्रतीत होता है।”

आपको बता दें कि ए.आई.ए.ए. का यह उत्तर प्रदेश में तृतीय डांस फेस्टिवल था। संस्थान के आगामी कार्यक्रम नरोरा, लखनऊ, कानपुर व मथुरा में होने जा रहे हैं।

उत्तर प्रदेश

बागपत: स्कूल में खेलते समय आठ साल की बच्ची की हार्ट अटैक से मौत

Published

on

Loading

बागपत। यूपी के बागपत में आठ साल की एक बच्ची की हार्ट अटैक से मौत हो गई। कक्षा एक की छात्रा अपेक्षा लंच टाइम के दौरान स्कूल के ग्राउंड में खेलते वक्त अचानक चक्कर खाकर गिर पड़ी। उसे तत्काल निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। प्राथमिक जांच में निजी चिकित्सकों ने मौत का कारण हार्ट अटैक बताया है, लेकिन असली वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगी।

मामला बागपत के सरूरपुर कलां गांव के एक स्कूल का है। 8 साल की बच्ची फर्स्ट क्लास में पढ़ती थी। बच्ची की मौत के बाद से परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। बड़ौत के बिजरौली गांव के रहने वाले संदीप की बेटी अपेक्षा अपनी मम्मी श्वेता के साथ अपने नाना सुभाष के यहां रहती थी। वह पिछले 2 साल से नाना के पास ही रहकर गांव के ही योगीनाथ विद्यापीठ पब्लिक स्कूल में पढ़ती थी। गुरुवार की सुबह वह अपने साथ की बच्चों के साथ स्कूल के प्ले ग्राउंड में खेल रही थी। इस बीच बच्ची के सीने में दर्द उठा और वो वहीं गिर पड़ी।

इसके बाद स्कूल के लोग बच्ची को बड़ौत के एक अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं, बच्ची की मौत का कारण उन्होंने हार्ट अटैक आना बताया। इसके बाद परिजन बच्ची के शव को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।

कोतवाली प्रभारी डीके त्यागी का कहना है कि बच्ची की मौत हार्ट अटैक से होना बताया जा रहा है। मौत के सही कारणों को जानने के लिए शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।

Continue Reading

Trending