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अन्तर्राष्ट्रीय

तुर्किये में आज फिर भूकंप के तेज झटके, रिएक्टर स्केल पर 5.5 की तीव्रता

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Earthquake tremors again in Turkey today

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अंकारा। तुर्किये में आज शनिवार को एक बार फिर से भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। बता दें कि मध्य तुर्किये क्षेत्र में 5.5 तीव्रता का भूकंप आया है। यूरोपीय-भूमध्यसागरीय भूकंपीय केंद्र (EMSC) ने यह जानकारी दी। ईएमएससी के मुताबिक, भूकंप 10 किमी (6.21 मील) की गहराई पर था।

50,000 से ज्यादा की मौत

तुर्किये और सीरिया में 6 फरवरी को आए विनाशकारी भूकंप से मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। अब तक 50,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। तुर्किये में अकेले 44,000 से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गंवाई है। डिजास्टर एंड इमरजेंसी मैनेजमेंट अथॉरिटी (AFAD) ने बताया था कि भूकंप के कारण तुर्किये में शुक्रवार रात तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 44,218 हो गई।

2020 में लगे थे 33,000 बार झटके

तुर्किये में हर दूसरे महीने भूकंप के झटके महसूस होते रहते हैं। 6 फरवरी को 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था, इसके बाद कई बार यहां पर धरती हिल चुकी है। इस क्षेत्र को भूकंप के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक स्थानों में से एक माना जाता है।

तुर्किये के आपदा और आपातकालीन प्रबंधन प्राधिकरण (AFAD) के आंकड़ों के मुताबिक, साल 2020 में 33,000 से अधिक भूकंप की घटनाएं यहां देखने को मिली, जिनमें से 322 की तीव्रता 4.0 से ज्यादा मापी गई थी।

2.5 करोड़ से ज्यादा लोग बीमार

तुर्किये और सीरिया में फरवरी की शुरुआत में आए विनाशकारी भूकंप की वजह से 2.5 करोड़ से ज्यादा लोगों की स्थिति खराब बताई जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एक बयान में बताया था कि तुर्किये और सीरिया में 2.6 करोड़ लोगों को विभिन्न तरह की चिकित्सा की जरूरत है। इस पर तत्काल ध्यान दिया जाना चाहिए।

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अन्तर्राष्ट्रीय

पीएम मोदी अमेरिका दौरे पर, राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड से की मुलाकात

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अमेरिका। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे पर अमेरिका पहुंच चुके हैं। वाशिंगटन में भारतीय मूल के लोगों ने उनका जबरदस्त स्वागत किया। पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि वाशिंगटन डीसी में यूएसए की राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुली गबार्ड से मुलाकात की और उनकी नियुक्ति पर उन्हें बधाई दी। साथ ही भारत-यूएसए मित्रता के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की, जिसकी वे हमेशा से प्रबल समर्थक रही हैं।

पीएम मोदी यहां राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से द्विपक्षीय मुलाकात के दौरान व्यापार, रक्षा और ऊर्जा सहित कई क्षेत्रों में आपसी सहयोग बढ़ाने पर चर्चा करेंगे। इसके बाद बिजनेस लीडर्स से भी मिलेंगे। वाशिंगटन पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “सर्दी के बीच गर्मजोशी से स्वागत। ठंड के मौसम के बावजूद, वाशिंगटन डीसी में भारतीय प्रवासियों ने मेरा बहुत ही विशेष स्वागत किया है। मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं।” पीएम मोदी ने भारतीय मूल के अमेरिकी लोगों के साथ तस्वीरें भी शेयर कीं।

पीएम का पोस्ट

अमेरिका पहुंचने के बाद पीएम मोदी ने बताया था कि वह वाशिंगटन पहुंच चुके हैं। इसके साथ ही उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप के साथ मुलाकात को लेकर भी जानकारी दी थी। उन्होंने लिखा था। “कुछ समय पहले ही वाशिंगटन डीसी पहुंचा हूं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलने और भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए उत्सुक हूं। हमारे देश अपने लोगों के लाभ और हमारे ग्रह के बेहतर भविष्य के लिए मिलकर काम करते रहेंगे।

पीएम मोदी बुधवार को फ्रांस के मारसेई से अमेरिका के लिए रवाना हुए थे। यह उनकी दो देशों की यात्रा का दूसरा चरण है। वह 10 फरवरी को फ्रांस पहुंचे थे। प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति ट्रंप के साथ व्यक्तिगत और प्रतिनिधिमंडल स्तर पर द्विपक्षीय बैठक करेंगे। वह उन चंद विश्व नेताओं में शामिल हैं, जो ट्रंप के 20 जनवरी को शपथ ग्रहण करने के बाद अमेरिका की यात्रा कर रहे हैं। मोदी और ट्रंप की बैठक में कई द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है। विदेश नीति पर नजर रखने वाले विशेषज्ञों ने संकेत दिया है कि कुछ संवेदनशील मुद्दों पर भी बातचीत हो सकती है। हालांकि, मोदी की यात्रा के दौरान क्या एजेंडा होगा, इस पर अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

विदेश सचिव का बयान

विदेश सचिव ने कहा था, ‘‘व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी, रक्षा सहयोग, आतंकवाद-निरोध, हिंद-प्रशांत सुरक्षा और लोगों के बीच संबंधों सहित कई क्षेत्रों में दोनों देशों के हितों में स्पष्ट समानता है।’’ उन्होंने कहा था, ‘‘अमेरिका में 54 लाख की आबादी वाला भारतीय समुदाय है और अमेरिकी विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे 3,50,000 से अधिक भारतीय छात्र इस संबंध को और मजबूत करते हैं।’’ विदेश सचिव ने कहा था, ‘‘प्रधानमंत्री की अमेरिका यात्रा इस महत्वपूर्ण साझेदारी को अतिरिक्त दिशा और गति प्रदान करेगी। हम उम्मीद करते हैं कि यात्रा के अंत में एक संयुक्त वक्तव्य पारित किया जाएगा, जिसे समय आने पर साझा किया जाएगा।

 

 

 

 

 

 

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