Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

किसी मंत्री, सांसद या विधायक के बयान के लिए सरकार जिम्मेदार नहीं: SC

Published

on

supreme court

Loading

नई दिल्ली। अभिव्यक्ति की आजादी मामले में सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने आज मंगलवार को बड़ा फैसला सुनाया। कोर्ट ने कहा है कि किसी मंत्री, सांसद या विधायक के बयान के लिए सरकार को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है।

संविधान पीठ ने कहा है कि एक मंत्री द्वारा दिया गया बयान भले ही राज्य या केंद्र के किसी भी मामले के लिए दिया गया हो, पर सामूहिक जिम्मेदारी के सिद्धांत को लागू नहीं किया जा सकता और सरकार को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है।

न्यायमूर्ति एस ए नजीर की अध्यक्षता वाली पांच जजों की संविधान पीठ ने कहा कि जनप्रतिनिधियों की अभिव्यक्ति और बोलने की आजादी पर अनुच्छेद 19 (2) के तहत उल्लेखित को छोड़कर कोई अतिरिक्त पाबंदी की आवश्यकता नहीं है।

दरअसल, सुप्रीम कोर्ट एक याचिका पर सुनवाई कर रहा था, जिसमें कहा गया था कि क्या राज्य या केंद्र सरकार के मंत्रियों, सांसदों, विधायक या उच्च पदों पर बैठे व्यक्तियों की अभिव्यक्ति और बोलने की आजादी पर कोई अंकुश लगाया जा सकता है?

एक जज ने सुनाया अलग निर्णय

पांच जजों की बेंच में न्यायमूर्ति बी वी नागरत्ना ने एक अलग निर्णय सुनाया है। उन्होंने कहा, बोलने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता एक बहुत आवश्यक अधिकार है, जिससे नागरिकों को शासन के बारे में अच्छी तरह से सूचित और शिक्षित किया जा सके।

उन्होंने कहा कि अभद्र भाषा समाज को असमान बनाकर मूलभूत मूल्यों पर प्रहार करती है और विशेष रूप से हमारे जैसे देश भारत में विविध पृष्ठभूमि के नागरिकों पर भी हमला करती है। जस्टिस नागरत्ना ने कहा, यह संसद के विवेक पर निर्भर है कि वह सार्वजनिक पदाधिकारियों को नागरिकों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने से रोकने के लिए एक कानून बनाए।

उन्होंने कहा, यह राजनीतिक दलों के लिए है कि वे अपने मंत्रियों द्वारा दिए गए भाषणों को नियंत्रित करें जो एक आचार संहिता बनाकर किया जा सकता है। कोई भी नागरिक जो इस तरह के भाषणों या सार्वजनिक अधिकारी द्वारा अभद्र भाषा से हमला महसूस करता है, वह अदालत का रुख कर सकता है।

नेशनल

बीजेपी नेता वीरेन्द्र सचदेवा ने जारी किया वीडियो, दिखाया अरविंद केजरीवाल का 7 स्टार बंगला

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास की तस्वीरें पहली बार सामने आई हैं। ये वीडियो बीजेपी ने जारी किया है। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने वीडियो जारी करते हुए इसे सेवन स्टार बंगला बताया है। ये वही बंगला है जहां पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल रहते थे।

वीरेंद्र सचदेवा ने अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर वीडियो पोस्ट कर लिखा है, ”खुद को आम आदमी कहने वाले अरविंद केजरीवाल की अय्याशी के शीशमहल की सच्चाई हम बताते आए हैं, आज आपको दिखायेंगे भी! जनता के पैसे खाकर अपने लिए 7-Star Resort का निर्माण करवाया है। बच्चों की कसम खाकर सरकारी घर, गाड़ी, सुरक्षा ना लेने का झूठा वादा करने वाले कैसे दिल्ली के टैक्स पेयर्स की कमाई लूट रहे हैं।

वीडियो ने कर द‍िया है बेनकाब

वीडियो में साफ दिखता है कि केजरीवाल का घर किसी आम आदमी जैसा तो ब‍िल्‍कुल नहीं है। यह किसी 7 स्‍टार होटल जैसा दिखता है। अंदर से भी यह सभी सुख सुविधाओं से लैस है। ऑपरेशन शीशमहल में पहले ही बताया जा चुका था कि केजरीवाल के नए ‘महल’ में 8-8 लाख रुपये के पर्दे लगे हैं। 4-4 लाख रुपये के कमोड हैं। करोड़ों का मार्बल लगा है। यह मामला सीएम हाउस के रेनोवेशन के नाम पर 45 करोड़ रुपये के खर्च से जुड़ा है। अभी तक सबकुछ डॉक्‍यूमेंट के जरिये दिखाया गया था। पहली बार नए सीएम आवास के अंदर का वीडियो सार्वजनिक हुआ है।

Continue Reading

Trending