नई दिल्ली। नफ्ताली बेनेट इजराइल के नए प्रधानमंत्री बन गए हैं। संसद में बहुमत हासिल करने के बाद दक्षिणपंथी यामिना पार्टी के 49 वर्षीय नेता और पूर्व कमांडर रहे बेनेट ने रविवार को शपथ ली।
नफ्ताली ने साल 2005 में अपना टेक स्टार्टअप 14.5 करोड़ डॉलर में बेचने के बाद राजनीति में एंट्री ली थी। इससे पहले, इजराइल की 120 सदस्यीय संसद ‘नेसेट’ में 60 सदस्यों ने पक्ष में और 59 सदस्यों ने विरोध में मतदान किया। इस दौरान एक सदस्य अनुपस्थित रहा।
8 पार्टियों की गठबंधन सरकार की कमान नफ्ताली बेनेट संभालेंगे। वे फिलीस्तीन राज्य की विचारधारा को ही स्वीकार नहीं करते। खास बात यह है कि इस गठबंधन में पहली बार कोई अरब-मुस्लिम पार्टी (राम) भी शामिल है। दूसरी तरफ, बेंजामिन नेतन्याहू के 12 साल का कार्यकाल खत्म हो गया। हालांकि, वे भी गठबंधन सरकार के ही मुखिया थे।
आंकड़ों की बात करें तो रविवार देर रात सरकार के पक्ष में 60 जबकि विरोध में 59 सांसदों ने वोट किया। गठबंधन में शामिल राम पार्टी के एमके साद अल हरूमी वोटिंग से गैरहाजिर रहे। सीधे तौर पर कहें तो गठबंधन सरकार और विपक्ष के बीच सिर्फ एक सीट का फासला है। बेनेट के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद नेतन्याहू ने उन्हें हाथ मिलाकर बधाई दी।