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बिजनेस

टैक्स देते हैं तो जानिए , 1 अक्टूबर से इस पेंसन योजना में होगा बदलाव

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नई दिल्ली। सरकार की अटल पेंशन योजना में बड़ा बदलाव हुआ है। ये बदलाव अक्टूबर से लागू होने जा रहा है। सरकार ने नोटिफिकेशन जारी करके इसकी जानकारी दी है। इसमें बताया गया है कि 1 अक्टूबर 2022 से कोई भी ऐसा नागरिक जो आयकर दाता है या पहले रहा है, अटल पेंशन योजना में शामिल होने के लिए योग्य नहीं होगा। यानि अब टैक्सपेयर्स इस योजना से नहीं जुड़ सकेंगे।

टैक्‍स पेयर के पास अब सितंबर तक का समय
अगर आप भी टैक्‍स पेयर हैं और इस स्‍कीम का फायदा उठाना चाहते हैं तो आपके पास सितंबर तक का समय है। नियम लागू होने से पहले जिन लोगों ने इस योजना में निवेश किया है, भले ही वो टैक्‍स पेयर हों, उन पर इस नए नियम का कोई असर नहीं होगा। बता दें कि अटल पेंशन स्‍कीम के तहत आवेदन करने की आयु सीमा 18 साल से 40 साल तक है। इसके लिए उसके पास एक सेविंग अकाउंट और बैंक में रजिस्‍टर्ड मोबाइल नंबर का होना जरूरी है।

क्या है अटल पेंशन योजना?

अटल पेंशन योजना के तहत 60 वर्ष की उम्र के बाद 1000 रुपये से लेकर 5000 रुपये तक की पेंशन का इंतजाम है। प्रतिमाह दी जाएगी। योजना से 18-40 वर्ष की आयु का कोई भी भारतीय नागरिक जुड़ सकता है। अटल पेंशन योजना का लाभ कोई भी भारतीय व्यक्ति उठा सकता है।पेंशन की रकम आपके योगदान पर निर्भर है। अटल पेंशन योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक जून 2015 की थी। इसमें पेंशन की राशि बेनिफिशियरी द्वारा जमा किए गए निवेश तथा उम्र के हिसाब से तय की जाती है।

नेशनल

नोएल टाटा चुने गए रतन टाटा के उत्तराधिकारी, बने टाटा ट्रस्ट के नए चेयरमैन

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नई दिल्ली। देश ही नहीं दुनिया के दिग्गज कारोबारी रतन टाटा ने दुनिया को अलविदा कह दिया है। उनके जाने के बाद लोगों के मन में यही सवाल था कि टाटा का अब अगला उत्तराधिकारी कौन होगा। अब इसका जवाब भी मिल गया है। रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा, टाटा ट्रस्ट के नए चेयरमैन होंगे। नोएल अभी तक टाटा के दोनों ट्रस्ट के ट्रस्टी थे, लेकिन वे अब चेयरमैन कहलाएंगे। आज सुबह टाटा ट्रस्ट की बोर्ड मीटिंग हुई और इसी में नोएल टाटा की नियुक्ति का फैसला लिया गया। इसके साथ ही अब नोएल दुनियाभर के 100 से ज्यादा देशों में फैले टाटा ग्रुप के कारोबार को संभालेंगे। इस जिम्मेदारी को निभाने में उनके तीनों बच्चे लिया, माया और नेविल सहयोग करेंगे, जो पहले से ही टाटा ग्रुप में अलग-अलग जिम्मेदारियां निभा रहे हैं।

नोएल टाटा को टाटा ग्रुप की विरासत को संभालने के लिए सबसे मजबूत दावेदार के तौर पर देखा जा रहा था। टाटा ग्रुप की कई कंपनियों में नोएल टाटा पहले से कामकाज देख रहे हैं और टाटा परिवार से भी हैं। नोएल फिलहाल Trent, Voltas, Tata Investment Corporation और Tata International के चेयरमैन हैं। वह टाटा स्टील और टाइटन में वाइस चेयरमैन भी हैं। ऐसा कहा जाता है कि नोएल और रतन टाटा के बीच कई सालों तक प्रोफेशनल रिश्ता था। नोएल को 2019 के आखिर में सर रतनजी टाटा ट्रस्ट का ट्रस्टी बनाया गया था और 2022 में वह सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट में शामिल हुए।

टाटा संस के पूर्व बोर्ड सदस्य आर गोपालकृष्णन ने नोएल को ‘बहुत अच्छा और समझदार आदमी’ बताया है। उन्होंने कहा, ‘वह ट्रस्ट के लिए बहुत अच्छा काम करेंगे। वे अपने व्यवसाय और उद्यमशीलता कौशल के साथ, टाटा ट्रस्ट को और आगे लेकर जाएंगे। नोएल टाटा, 2014 से ट्रेंट लिमिटेड के अध्यक्ष रहे हैं। इससे पहले उन्होंने 2010 से 2021 तक टाटा इंटरनेशनल लिमिटेड को लीड किया था।

रतन टाटा के सौतेले भाई हैं नोएल

बता दें कि 67 साल के नोएल टाटा, रतन टाटा के सौतेले भाई हैं। पिता नवल टाटा और सिमोन टाटा के बेटे हैं। क्योंकि रतन टाटा के अपने सगे भाई जिम्मी टाटा बिजनेस से दूर रहते हैं, इसलिए रतन टाटा के निधन के बाद नोएल टाटा को उनकी जगह पर चेयरमैन बनाया गया। नया पद मिलने से पहले नोएल टाटा दोनों ट्रस्टों के मेंबर थे। वर्तमान में टाटा ग्रुप की सबसे बड़ी कंपनी टाटा सन्स के चेयरमैन N चंद्रशेखरन हैं। ट्रेंट कंपनी की चेयरमैन नोएल टाटा की मां सिमोन टाटा हैं।

पूरे टाटा ग्रुप के ऊपर 2 ट्रस्ट हैं, जिनकी कमान टाटा परिवार के हाथ में ही रहती है। इन्हीं दोनों ट्रस्ट के चेयरमैन रतन टाटा थे और बुधवार रात रतन टाटा के निधन के बाद नोएल टाटा को चेयरमैन बना दिया गया है।

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