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IMF ने की भारत की डायरेक्ट कैश ट्रांसफर स्कीम की तारीफ़, बताया चमत्कार

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नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने बुधवार को भारत की डायरेक्ट कैश ट्रांसफर स्कीम की जमकर तारीफ की है। संस्था ने इसे एक ‘लॉजिस्टिकल मार्वल’ (Logistical Marvel) बताया। कहा कि भारत जैसे बड़े देश में इस तरह की योजना सफलता पूर्वक लागू करना बड़ी बात है।

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IMF में वित्तीय मामलों के विभाग के उप निदेशक पाओलो मौरो ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमें भारत से काफी कुछ सीखने की जरूरत है। हमारे पास दुनिया के हर महाद्वीप में हर स्तर के आय वर्ग के लोग मौजूद हैं। सरकारी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने का रिकॉर्ड देखा जाए तो भारत का प्रदर्शन काफी प्रभावशाली है।

डायरेक्ट कैश ट्रांसफर स्कीम को बताया चमत्कार

भारत सरकार की डायरेक्ट कैश ट्रांसफर स्कीम के बारे में सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि भारत के बड़े आकार को देखते हुए यह एक चमत्कार है कि किस तरह से कम आय वर्ग के करोड़ों लोगों तक सरकारी योजनाओं का लाभ सीधा पहुंचाया गया।

टेक्नोलॉजी का किया शानदार उपयोग

भारत में इस तरह की योजनाओं में लाभार्थियों में महिलाओं, वृद्ध लोगों और किसानों को प्राथमिकता दी गई हैं। इसके साथ ही लाभार्थियों को पहचान करने के लिए टेक्नोलॉजी का काफी उपयोग किया गया है। इसके साथ ही सरकार की ओर से फंड का वितरण करने के लिए भी टेक्नोलॉजी इनोवेशन का भी सहारा लिया गया है।

आधार कार्ड से मिला बड़ा फायदा

IMF के अधिकारी पाओलो मौरो ने आधार कार्ड की इशारा करते हुए आगे कहा कि यूनिक आइडेंटिफिकेशन सिस्टम जैसे टेक्नोलॉजी इनोवेशन के कारण सरकार को लोगों तक सीधी मदद पहुंचाने में मदद मिली है। आधार कार्ड का डायरेक्ट कैश ट्रांसफर स्कीम को सफल बनाने में बड़ा योगदान है।

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फिनटेक फर्म भारतपे और अशनीर ग्रोवर के बीच विवाद खत्म, दोनों पक्षों में हुआ समझौता

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नई दिल्ली। फिनटेक फर्म भारतपे और उसके पूर्व को-फाउंडर अशनीर ग्रोवर के बीच समझौता हो गया है। इस समझौते के साथ ही दोनों के बीच लंबे समय से चला आ रहा विवाद भी खत्म हो गया है। फिनटेक कंपनी भारतपे ने सोमवार को कहा कि उसके पूर्व सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर किसी भी रूप में कंपनी से नहीं जुड़ेंगे और न ही उनके पास कंपनी के कोई शेयर होंगे। भारतपे ने बयान में कहा कि भारतपे ने अपने पूर्व सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर के साथ एक निश्चित समझौता किया है। यानी कुल मिलाकर अब विवाद पर पूर्ण विराम लग गया है.

बता दें कि विवादों के चलते मार्च 2022 में अशनीर को कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स से निकाल दिया गया था। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ दायर कानूनी मामलों को वापस लेने का फैसला लिया है। भारतपे ने इस मामले में एक बयान जारी किया है. कंपनी ने बयान में लिखा- भारतपे का फोकस, प्रॉफिट के साथ ग्राहकों को बेहतर सुविधाएं देने पर रहेगा. हमारी तरफ से अशनीर ग्रोवर को शुभकामनाएं।

 

क्या बोले अशनीर ग्रोवर?

मैं भारतपे के साथ एक निर्णायक समझौते पर पहुंच गया हूं। मैं प्रबंधन और बोर्ड पर अपना भरोसा रखता हूं, जो भारतपे को सही दिशा में आगे ले जाने के लिए बेहतरीन काम कर रहे हैं। मैं कंपनी के विकास के साथ लगातार जुड़ा हुआ हूं। मैं अब किसी भी पद पर भारतपे से नहीं जुड़ा रहूंगा, न ही कैपिटल टेबल का हिस्सा बनूंगा। मेरे शेष शेयरों का प्रबंधन मेरे फैमिली ट्रस्ट द्वारा किया जाएगा। दोनों पक्षों ने दायर मामलों को आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया है। मुझे उम्मीद है कि भारतपे अपने सभी हितधारकों के लाभ के लिए आगे बढ़ता रहेगा और सफल होता रहेगा।

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