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उत्तर प्रदेश

नोएडा में पुलिस ने दो दर्जन से अधिक स्नेचिंग के मामलों में वांछित आरोपी को मुठभेड़ के बाद किया गिरफ्तार

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नोएडा। नोएडा पुलिस ने 30 के करीब स्नेचिंग के मामलों में वांछित आरोपी को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। आरोपी के खिलाफ दिल्ली में 20 और नोएडा में 10 स्नेचिंग के मामले दर्ज हैं। थाना सेक्टर-63 पुलिस ने इस आरोपी को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया है। पुलिस इसकी कई दिनों से तलाश कर रही थी। आरोपी ने मोबाइल स्नैचिंग में दिल्ली-एनसीआर में आतंक मचा रखा था।

गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने इसके पुराने सभी मामलों को भी खंगाला। पुलिस ने बताया है कि 4 सितंबर को चेकिंग के दौरान थाना सेक्टर-63 पुलिस और स्नैचिंग करने वाले बदमाश दीपक राय के बीच हुई मुठभेड़ हो गई। पुलिस ने दीपक को बहलोलपुर अंडरपास के पास सर्विस रोड से सटे हुए ग्रीन बेल्ट से गिरफ्तार किया गया है।

बदमाश ने पुलिस टीम पर फायरिंग की। इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की। बदमाश पैर में गोली लगने से घायल हो गया और इसी दौरान टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया। पुलिस उसके कब्जे से 6 स्नैचिंग किए हुए मोबाइल फोन, चोरी की बाइक (फेज वन मयूर विहार, दिल्ली से चोरी), एक 0.315 बोर का तमंचा, एक जिंदा व एक खोखा कारतूस बरामद किया है।

आरोपी शातिर किस्म का अंतरराज्यीय चोर/मोबाइल स्नैचर है। उसके खिलाफ 20 मामले दिल्ली और 10 मामले नोएडा में दर्ज हैं। उसके कब्जे से बरामद मोबाइल में से एक मोबाइल इसने एक पत्रकार से लूटा था। शिकायत के मुताबिक, आरोपी ने एक सितंबर को रात में सेक्टर-62 मेट्रो स्टेशन के पास से इसे पीड़ित से स्नैच किया था।

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उत्तर प्रदेश

बीते 5 सालों से किन्नरों के हक के लिए संघर्ष कर रहीं हैं लखनऊ की सोशल वर्कर गरिमा सिंह

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लखनऊ। हमारे समाज का ताना–बाना मर्द और औरत से मिलकर बना है, लेकिन एक तीसरा जेंडर भी हमारे समाज का हिस्सा है, इसकी पहचान कुछ ऐसी है जिसे सभ्य समाज में अच्छी नज़र से नहीं देखा जाता, समाज के इस वर्ग को थर्डजेंडर, किन्नर या हिजड़े के नामसे जाना जाता है। पूरे समाज में इनके दिल की बात और आवाज़ कोई सुनना नहीं चाहता क्योंकि पूरे समाज के लिए इन्हें एक बदनुमा दाग़ समझा जाता है, लोगों के लिए ये सिर्फ़ हंसी के पात्र हैं।

लेकिन, हाल ही में इनकी ज़िंदगी में झांकने की कोशिश की है लखनऊ की सोशल वर्कर गरिमा सिंह ने इनकी ज़िंदगी के जो रंग आज तक किसी ने नहीं देखे थे उन रंगों को समाज में गरिमा सिंह ने दिखाया है, गरिमा बीते 5 वर्षों से किन्नरों के हक के लिए संघर्ष कर रही है। किन्नरों के मान सम्मान के लिए वह प्रतिवर्ष नवरात्र के समापन अवसर पर किन्नर अर्धनारीश्वर भोज का आयोजन करती है। इस बार भी गरिमा सिंह ने नवरात्र समापन के मौके पर गोमती नगर एक्सटेंशन, होटल द लीफ में किन्नर भोज का आयोजन करके उन्हें भोजन कराकर सम्मानित किया। गरिमा ने किन्नरों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए उनका सम्मान करके प्रदेश व देश में एक अच्छा संदेश दिया।

समाज में लिंग के आधार पर कार्य में भेदभाव: गरिमा सिंह

समाज हर तरह के लोगों से मिलकर बनता है, जिसमें अलग–अलग लोगों काभिन्न–भिन्न पेशा होता है। जिसका सम्मान करना सबका दायित्व बनता है। लेकिन समाज में लिंग के आधार पर कार्य में भेदभाव आमतौर पर देखने कोमिलता है। समाज में आज भी किन्नर समुदाय को सम्मान या दर्ज़ा नहीं दिया गया है , जो समाज में रहने वाले आम नागरिकों के पास मौजूद है। यह वही किन्नर समुदाय है जो लोगों की छोटी से बड़ी खुशियों में शामिल होता है। लोगों के चेहरों पर मुस्कान लाता है। समाज कहता है कि किन्नर द्वारा दिया गया आशीर्वाद बहुत शुभ होता है। इसके बावजूद भी समाज में उन्हें सम्मान ना मिलना, समाज में रहने वाले लोगों की दोहरी मानसिकता को साफ़ तौर पर दर्शाता है।

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