उत्तर प्रदेश
यूपी में अंतर्राष्ट्रीय कालीन मेले का आयोजन, भदोही में लगेगा चार दिवसीय ‘कालीन मेला’ 60 देश करेंगे शिरकत
भदोही। कालीन का नाम लेते ही सबके जेहन में भदोही जिले की छाप उभर आती है।उत्तर प्रदेश के भदोही जिले को कालीन नगरी के नाम से भी जाना जाता है। यूपी के भदोही की बनी कालीन विश्व भर में प्रसिद्ध है। प्रदेश के कालीन व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए भदोही में अंतरराष्ट्रीय कालीन मेले का आयोजन किया जा रहा है, जिसकी तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। बता दें कि ये चार दिवसीय मेला 15 से 18 अक्टूबर तक लगेगा।
केंद्रीय कपड़ा मंत्रालय द्वारा कराया जा रहा है कालीन मेला मेले का आयोजन
केंद्रीय कपड़ा मंत्रालय के तहत इस मेले का आयोजन किया जा रहा है। इसका सारा काम कालीन निर्यात संवर्धन परिषद करा रहा है। खास बात यह है कि परिषद के द्वारा द्विवार्षिक मेले का आयोजन कराया जाता है। भदोही से पहले अंतरराष्ट्रीय कालीन मेला का आयोजन नई दिल्ली और वाराणसी में आयोजित हो चुका है। बात दे कि यह पहला बार होगा जब भदोही में इस मेले का आयोजन किया जा रहा है।
कालीन निर्यात संवर्धन परिषद ने दी जानकारी
15 अक्टूबर से आयोजित इस मेले के बारे में कालीन निर्यात संवर्धन परिषद के अध्यक्ष उमर हमीद ने जानकारी दी। हामिद बताया कि इस मेले में कुल 60 देशों को आमंत्रित किया गया है, जिसमें कुल 350 आयातकों के आने की संभावना है। उन्होंने बताया कि फिलहाल, तकरीबन 300 आयातकों ने मेले में शामिल होने के लिए रजिस्ट्रेशन करवा लिया है। 60 आयातक देशों में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, बेल्जियम, जर्मनी और इटली जैसे देश शामिल हैं।
अखिल भारतीय कालीन विनिर्माता संगठन ने दी जानकारी
भदोही में आयोजित होने वाले मेले के बारे में अखिल भारतीय कालीन विनिर्माता संगठन के महाप्रबंधक असलम महबूब ने बताया कि राज्य सरकार का मेले को सीधा समर्थन है। इस मेले को सुविधाजनक बनाने के लिए सरकार की तरफ से अलग-अलग तरह से कदम उठाए जा रहे हैं, ताकि गंतव्य स्थान पर पहुंचने के बाद उन्हें किसी भी तरह की कोई समस्या ना हो। उन्होंने बताया कि ऐसी व्यवस्था की गई है कि विदेशी आयातक वाराणसी हवाई अड्डे से मेला स्थल तक 30 मिनट में ही पहुंच जाएंगे।
उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग का प्रस्ताव- पुरुष दर्जी नहीं ले सकेंगे महिलाओं की माप, जिम में महिला ट्रेनर जरुरी
लखनऊ। अगर आप महिला हैं तो ये खबर आपके लिए है। दरअसल, यूपी में महिलाओं की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए उ.प्र. राज्य महिला आयोग ने कुछ अहम फैसले लिए हैं जिसे जानना आपके लिए बेहद ज़रूरी हैं। शुक्रवार को आयोग की बैठक सम्पन्न हुई। इस दौरान महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कई अहम फैसले लिए गए। जो की इस प्रकार हैं।
1- महिला जिम/योगा सेन्टर में, महिला ट्रेनर होना चाहिए तथा ट्रेनर एवं महिला जिम का सत्यापन अवश्य करा लिया जाये।
2-महिला जिम/योगा सेन्टर में प्रवेश के समय अभ्यर्थी के आधार कार्ड/निर्वाचन कार्ड जैसे पहचान पत्र से सत्यापन कर उसकी छायाप्रति सुरक्षित रखी जाये।
3- महिला जिम/योगा सेन्टर में डी.वी.आर. सहित सी.सी.टी.वी. सक्रिय दशा में होना अनिवार्य है।
4. विद्यालय के बस में महिला सुरक्षाकर्मी अथवा महिला टीचर का होना अनिवार्य है।
5. नाट्य कला केन्द्रों में महिला डांस टीचर एवं डी.वी.आर सहित सक्रिय दशा में सी.सी.टी.वी. का होना अनिवार्य है।
6. बुटीक सेन्टरों पर कपड़ों की नाप लेने हेतु महिला टेलर एवं सक्रिय सी.सी.टी.वी. का होना अनिवार्य है।
7. जनपद की सभी शिक्षण संस्थाओं का सत्यापन होना चाहिये।
8. कोचिंग सेन्टरों पर सक्रिय सी.सी.टी.वी. एवं वाशरूम आदि की व्यवस्था अनिवार्य है।
9. महिलाओं से सम्बन्धित वस्त्र आदि की ब्रिकी की दुकानों पर महिला कर्मचारी का होना अनिवार्य है।
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