Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

कोलकाता ट्रेनी डॉक्टर रेप-हत्या मामला: संजय राय को उम्रकैद की सजा, 50 हजार का जुर्माना भी लगा

Published

on

Loading

कोलकाता। कोलकाता के चर्चित आरजी कर रेप-हत्या मामले में आज संजय रॉय को उम्रकैद की सजा सुनाई है। सियालदह कोर्ट ने सोमवार, 20 जनवरी को रेप और हत्या मामले में सजा का ऐलान करते हुए संजय को उम्र कैद की सजा सुनाई। इसके साथ ही उसपर 50 हजार रु का जुर्माना भी लगाया गया है। ट्रेनी डॉक्टर से रेप के बाद मर्डर की घटना का मुख्य आरोपी संजय राय को सियालदह कोर्ट ने शनिवार को भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा- 64, 66 और 103 के तहत दोषी ठहराया था।

सजा के ऐलान से पहले पेशी के दौरान संजय जज के सामने गिड़गिड़ा रहा था। उसने जज के सामने कहा कि मैं दोषी नहीं हूं। मुझे फंसाया जा रहा है। मैंने कोई अपराध नहीं किया है। मुझ पर दोष स्वीकार करने का दबाव बनाया जा रहा है। मैंने रुद्राक्ष की माला पहनी हुई थी। अगर मैं ऐसा करता तो मेरी रुद्राक्ष की माला फट जाती.संजय ने कहा कि जो अपराध नहीं किया, उसकी सजा दी जा रही है। वहीं, इस दौरान CBI ने कहा कि संजय का अपराध रेयरेस्ट ऑफ द रेयर है। अगर कड़ी सजा नहीं मिली तो समाज भरोसा खो देगा. कोर्ट ने ये कोई मामूली अपराध नहीं है. महिला डॉक्टर की निर्ममता से हत्या की गई।

क्या है आरजी कर रेप और हत्या मामला?

31 साल की एक महिला ट्रेनी डॉक्टर का 9 अगस्त, 2024 को अस्पताल के कॉन्फ़्रेंस रूम में शव मिला था। बाद में पता लगा कि पहले डॉक्टर का रेप हुआ था और फिर उसकी हत्या की गई थी। इस घटना के खिलाफ डॉक्टरों ने लंबे समय तक विरोध प्रदर्शन किया था। 12 नवंबर को बंद कमरे में इस मामले की सुनवाई शुरू हुई थी। कुल 50 गवाहों से पूछताछ की गई और 9 जनवरी को सुनवाई पूरी हुई। इस मामले में मुख्य आरोपी संजय रॉय था। पुलिस ने 9 अगस्त को हुई घटना के फौरन बाद 10 अगस्त को संजय रॉय को गिरफ्तार कर लिया था। पीड़ित के शरीर के पास पाए गए एक ब्लूटूथ ईयरफोन के कारण पुलिस ने संजय रॉय को गिरफ्तार किया था क्योंकि संजय रॉय को सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में गले में डिवाइस के साथ सेमिनार हॉल में प्रवेश करते देखा गया था।

नेशनल

NIA ने कर्नाटक और केरल से 3 लोगों को किया गिरफ्तार, पाकिस्तान को संवेदनशील जानकारी साझा करने का है आरोप

Published

on

Loading

कर्नाटक। NIA ने कर्नाटक और केरल से 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। एनआईए को शक है कि ये तीनों आरोपी पाक आईएसआई से जुड़े विशाखापट्टनम जासूसी मामले में संलिप्त हैं। एनआईए ने स्थानीय पुलिस की मदद से मंगलवार को यह कार्रवाई की है। एनआईए को शक है कि यह तीनों पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव्स के संपर्क में थे और उन्हें देश से जुड़ी संवेदनशील जानकारी साझा कर रहे थे।

मिली जानकारी के मुताबिक, NIA ने पुलिस टीम के साथ मंगलवार को वेथन लक्ष्मण टंडेल और अक्षय रवि नाइक को कर्नाटक के उत्तर कन्नडा जिले से गिरफ्तार किया है। वहीं, अभिलाष पी.ए. को केरल के कोच्चि से गिरफ्तार किया गया। अब तक एनआईए ने इस मामले में इन लोगों को मिलाकर कुल 8 गिरफ्तारियां की हैं। गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपी व्यक्ति सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव्स (पीआईओ) के संपर्क में थे।

एनआईए की जांच के अनुसार, वे कारवार नौसेना बेस और कोच्चि नौसेना बेस पर भारतीय रक्षा प्रतिष्ठानों के बारे में संवेदनशील जानकारी साझा कर रहे थे और जानकारी के बदले पीआईओ से धन हासिल कर रहे थे। एनआईए ने अब तक दो फरार पाकिस्तानी गुर्गों सहित 5 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर किया है। ये केस मूल रूप से आंध्र प्रदेश काउंटर इंटेलिजेंस सेल, ने जनवरी 2021 में आईपीसी की धारा 120 बी और 121 ए, यूए (पी) अधिनियम की धारा 17 और 18 और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम की धारा 3 के तहत दर्ज किया गया था।

एनआईए की जांच से पता चला है कि पाकिस्तानी नागरिक मीर बालाज खान, गिरफ्तार आरोपी आकाश सोलंकी के साथ, भारत विरोधी साजिश के तहत भारतीय नौसेना से संबंधित संवेदनशील महत्वपूर्ण जानकारी के लीक से संबंधित जासूसी रैकेट में शामिल था। मीर बालाज और सोलंकी के अलावा, एनआईए ने मामले में एक और फरार पीआईओ के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है, जिनकी पहचान अलवेन के रूप में कई गयी है, जून 2023 में इस इस केस की जांच शुरू करने वाली NIA ने मनमोहन सुरेंद्र पांडा और अमान सलीम शेख को जून 2023 में अरेस्ट किया था।

Continue Reading

Trending